TRENDING TAGS :
Nabha Jail Break Case : नाभा जेल ब्रेक का मास्टरमाइंड रमनजीत हांगकांग से भारत लाया गया
Nabha Jail Break Case : रमनजीत सिंह नाभा जेलब्रेक की घटना का मुख्य साजिशकर्ता था जिसमें दो आतंकवादियों सहित छह कट्टर अपराधी भागने में सफल रहे थे।
Nabha Jail Break Case : 2016 के नाभा जेलब्रेक के मास्टरमाइंड रमनजीत सिंह उर्फ रोमी (29) की गिरफ्तारी के लगभग छह साल बाद उसे हांगकांग से भारत प्रत्यर्पित किया गया है। पंजाब के बठिंडा जिले के बंगी रुलदू गांव के रहने वाले रमनजीत सिंह को इस साल 9 फरवरी को 450 मिलियन जापानी येन की डकैती में उसकी भूमिका के लिए हांगकांग में गिरफ्तार किया गया था। इंटरपोल ने उसके बाद पंजाब पुलिस को उसकी गिरफ्तारी की सूचना दी थी। रमनजीत ने कथित तौर पर नापाक गतिविधियों के जरिए हांगकांग में एक साम्राज्य खड़ा किया और रेड कॉर्नर नोटिस का सामना कर रहा था। पंजाब पुलिस की टीम रमनजीत को लेकर भारत आ गई है।
क्या हुआ था नाभा जेल में
रमनजीत सिंह नाभा जेलब्रेक की घटना का मुख्य साजिशकर्ता था जिसमें दो आतंकवादियों सहित छह कट्टर अपराधी भागने में सफल रहे थे। रमनजीत सिंह पंजाब के गैंगस्टरों और आईएसआई समर्थित पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के बीच संचार की कड़ी था। वह व्हाट्सएप और वीओआईपी प्लेटफार्मों के माध्यम से काम कर रहा था। वह आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ का संपर्क व्यक्ति था और उसने विदेश में बैठकर जेलब्रेक की साजिश रची थी। वह हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल था और उसने नाभा जेलब्रेक के लिए धन, हथियार और अन्य रसद सहायता प्रदान की थी।
पुलिस की वर्दी में गैंगस्टरों के एक समूह ने 27 नवंबर, 2016 को पटियाला जिले में उच्च सुरक्षा वाली नाभा जेल में सुरक्षा गार्डों पर गोलीबारी की और दो आतंकवादियों के अलावा चार गैंगस्टरों को छुड़ा लिया। इस जेलब्रेक में फरार हुए खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स के प्रमुख हरमिंदर सिंह मिंटू को राज्य पुलिस ने कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में मुख्य आरोपी गैंगस्टर विक्की गौंडर पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।
केंद्र सरकार ने राजनयिक माध्यमों से उसके प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक अनुरोध भेजा था और हांगकांग की एक अदालत ने काफी देरी के बाद उसे भारत को सौंप दिया। सिंह के खिलाफ प्रत्यर्पण की कार्यवाही 2018 में शुरू की गई थी। वह हांगकांग के कॉव्लून में रह रहा था।