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Narendra Modi Birthday Special: मानव से महामानव बनने की यात्रा
Narendra Modi Birthday Special: नरेंद्र दामोदार दास मोदी का आज 17 सितंबर 2022 को जन्मदिन है। इस दिन वह जीवन के 72 बसंत पूरे कर रहे हैं। उनका 37 साल लंबा राजनीतिक जीवन परिपक्वता की ओर बढ़ रहा है।
Narendra Modi Birthday Special: नरेंद्र दामोदार दास मोदी का आज 17 सितंबर 2022 को जन्मदिन है। इस दिन वह जीवन के 72 बसंत पूरे कर रहे हैं। उनका 37 साल लंबा राजनीतिक जीवन परिपक्वता की ओर बढ़ रहा है। अपने लंबे राजनीतिक जीवन में उन्होंने तमाम ऐसे कार्य किये जो उनको आम नेताओं की कतार से अलग खड़ा करते हैं। मोदी पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी देश में स्पष्ट बहुमत पाई। मोदी पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिसे अपने विरोध को अपने पक्ष में बदलना आता है। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहले इसे पीएम जिसने नोटबंदी जैसा फैसला किया। मोदी पहले ऐसे शख्स हैं जिसने कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने का साहस दिखाया। मोदी पहले ऐसे शख्स है जिसने सर्जिकल स्ट्राइक का साहस दिखाया और उसे अंजाम तक पहुंचाया। मोदी पहले ऐसे शख्स हैं जिसने तीन तलाक को खत्म कराया। मोदी पहले ऐसे शख्स हैं जिसने अगड़ों में इकनॉमिक वीकर सेक्शन को आरक्षण का लाभ दिलाया। मोदी पहले ऐसे शख्स हैं जिसने पद्य पुरस्कारों को आम आदमी तक पहुंचाया। फैसले लेने का ये साहस मोदी को महामानव बनाता है। जो उन्हें आम आदमी से अलग खड़ा करता है।
परिचय (About Modi)
मोदी भाग्यशाली हैं कि उम्र के इस मुकाम पर भी उनके सिर पर उनकी मां का हाथ है। मोदी का बचपन संघर्षपूर्ण रहा। वह अपने पिता की चाय की दुकान में काम में हाथ बंटाया करते थे। मात्र आठ वर्ष की आयु में वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए और स्नातक की परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने घर छोड़ दिया। मोदी ने दो साल तक भारत यात्रा की और देश की जनता की आकांक्षाओं को समझा।
राजनीतिक यात्रा (Modi Political Journey)
1985 से 2001 तक वह भारतीय जनता पार्टी में विभिन्न पदों पर रहे और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव बने। इसके 2001 से 2014 तक लगातार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। गुजरात के आर्थिक विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा और उन्हें विकास पुरुष कहा गया। 2014 से वह देश के प्रधानमंत्री हैं। यह उनका दूसरा कार्यकाल है। और स्वतंत्र भारत में जन्म लेने के बाद प्रधानमंत्री बनने वाले वह पहले व्यक्ति हैं। नरेंद्र मोदी अपना जन्मदिन कर्तव्य पथ पर सक्रिय रहकर मनाते आए हैं। इस बार भी मोदी के जन्मदिन भारत को नामीबिया से चीतों की सौगात मिल रही है। देश में लंबे समय चीते देखने को मिलेंगे। अपने जन्मदिन पर देश को मोदी की ये सौगात होगी।
पद्म पुरस्कार आम आदमी तक (Padam Puruskar Reach Common Man)
यूं तो प्रधानमंत्री के रूप से नरेंद्र मोदी के तमाम महत्वपूर्ण और अच्छे काम है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है पद्म पुरस्कारों को अमीरों की कोठी से निकाल कर गरीबों के झोपड़े तक पहुंचाना। पद्म पुरस्कारों के बारे में आम धारणा यही रही है कि यह उन्हीं को मिलते हैं जो सत्ता के करीबी होते हैं या जिनके ड्राइंग रूम गरीबों की झोपड़ी से कई गुना बड़े होते हैं। लेकिन मोदी के शासन में पद्म पुरस्कार अमीरों के ड्राइंग रूम से निकलकर गरीब के टूटे फूटे घर तक पहुंच गए। ये बदलाव मोदी की जनहितैषी नीतियों का नतीजा है। नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय फलक पर प्रधानमंत्री के रूप में आने के बाद पद्म पुरस्कारों की व्यवस्था में क्रमिक रूप से ये बदलाव आयाहै। जिसके मूल में पारदर्शिता है। सरकार की नीतियों में आए बदलाव के तहत आम आदमियों से पद्म पुरस्कारों के लिए आवेदन मंगाए जाने लगे। अब आम आदमी भी अपना आवेदन भेज सकता है। लोगों का मन बढ़ा तो इसमें भागीदारी भी बढ़ी।
आम आदमी का प्रतिबिम्ब (Modi personality reflects Aam Aadmi)
नरेंद्र मोदी देश में अबतक हुए नेताओं से इस बात में अलग हैं कि आम आदमी को उनमें अपना अक्स नजर आता है। हर आदमी उनसे अपनेपन का एक रिश्ता मानकर जुड़ सा जाता है। यही उनकी लोकप्रियता का राज है। बेशक उनका मन की बात करने का एक अलग अंदाज है जो समाज के विभिन्न वर्गों से एक रिश्ता बनाता है।
1- प्रधानमंत्री बनने के बाद उनका पहला कार्यक्रम था स्वास्थ्य और स्वच्छता। यह अभियान अपनी लोकप्रियता के शिखर पहुंचा। हर व्यक्ति को लगा कि मैं भी स्वच्छता के इस अभियान से जुड़कर देश के लिए कुछ कर सकता हूं।
2- नरेंद्र मोदी ने नौकरी की तलाश में दर दर भटक रहे युवाओं को आत्म निर्भर भारत का मंत्र दिया। जिसके बाद देश में तेजी से नये स्टार्टअप आए। युवाओं में कुछ करने की हिम्मत हुई जिसके लिए बैंकों को लोन बांटने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया।
3- वोकल फॉर लोकल। यानी हर जगह के प्रचलित कुटीर उद्योगों को संजीवनी देने की। इसमें हर शहर की खासियत को उभरने पुष्पित पल्लवित होने का मौका दिया गया। जिसमें खानपान, मिट्टी की कारीगरी, कढ़ाई, बुनाई कताई और स्थानीय स्तर पर निर्मित होने वाली वस्तुओं को प्रोत्साहन देने की शुरुआत हुई। उसके लिए प्रदर्शनी आदि देश विदेश में विभिन्न स्थानों पर लगाई गईं। इसका फायदा ये हुआ कि जिन चीजों को लोग छोड़ रहे थे उन्हें अपनाने की प्रवृत्ति बढ़ी।
4- आत्मनिर्भर भारत ने देश की विदेशों पर से निर्भरता कम करने में अहम भूमिका निभाई। आज ऐसी तमाम चीजें देश में बन रही हैं जो पहले विदेशों से आयात की जाती थीं। खासकर रक्षा उत्पादों के मामले में विदेशों पर निर्भरता खत्म हुई है।
5- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब जनधन योजना की शुरुआत कर देश भर में लोगों के खाते खुलवाना शुरू किया तो इसका शुरु में बहुत मजाक उड़ाया गया लेकिन जब इसमें सब्सिडी की राशि आनी शुरू हुई तो लोगों के चेहरे खिलने लगे। इसके अलावा तमाम योजनाओं का लाभ भी इन्हीं खातों के जरिये हासिल करना संभव हुआ।
6- सर्जिकल स्ट्राइक- एक लंबे समय से पाकिस्तान और चीन के साथ हमारे कटुता पूर्ण संबंध चले आ रहे हैं। पाकिस्तान की ओर से देश में अशांति फैलाने के लिए तमाम हथकंडे अपनाए जाते रहते हैं। देश में विध्वंसक कार्रवाइयों को अंजाम दिया जाता रहता है। लेकिन देश की सीमा केदूसरी ओर से संचालित की जा रही विध्वंसक गतिविधियों को रोकने के लिए सीमा पार संचालित किये जा रहे आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्रों को नष्ट करने का साहस नरेंद्र मोदी ने दिखाया और दुनिया को भारतीय सेना के पराक्रम से दांतों तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया। पाकिस्तान की सीमा में संचालित आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों पर भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक एक मिसाल बन गई।
7- करों के दुष्चक्र से राहत- इसी तरह से करों के मकड़जाल में उलझे लोगों को निजात दिलाने के लिए एक देश एक टैक्स व्यवस्था दी। और उसे इतना लचीला बनाया कि उसमें हर बेहतर चीज का समावेश किया जा सके। और इस तरह से करों के जाल से लोगों को मुक्त कर एक साफ सुथरी व्यवस्था दी।
8- आरक्षण को लेकर मच रहे हो हल्ले को ध्यान में रखकर नरेंद्र मोदी ने समस्या की जड़ पर हाथ रखा और सवर्णों को आरक्षण की व्यवस्था लागू कर के इस मुद्दे को ही खत्म कर दिया।
9- एक और बड़ा कदम था नागरिकता कानून में संशोधन। लोगों के तमाम विरोध के बावजूद इस कानून को संशोधित कर तमाम लोगों को देश की नागरिकता देकर सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर दिया।
10- प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन रिफार्म लाकर पूरे देश में 24 घंटे बिजली का रास्ता खोला तथा भारत नेट प्रोजेक्ट के जरिये हर ग्राम पंचायत को इंटरनेट से कनेक्ट किया।
11- देश में हर साल बेरोजगारों को अलग अलग नौकरी के लिए अलग अलग पूरे देश में भागना पड़ता था। प्रधानमंत्री ने इसके लिए नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी की शुरुआत की और बेरोजगार युवाओं को नौकरी प्राप्त करना आसान बनाने का रास्ता प्रशस्त किया।