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मोदी सरकार के इस फैसले से मचा हड़कंप, एक दिन में 11 लाख लोगों ने किया अप्लाई
जीएसटी रिटर्न फ़ाइल करने को लेकर मोदी सरकार की सख्ती का असर दिखाई देना शुरू हो गया है। रजिस्ट्रेशन कैंसिल होने के डर से बड़ी संख्या में व्यापारियों ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) रिटर्न भरना शुरू कर दिया है।
नई दिल्ली: जीएसटी रिटर्न फ़ाइल करने को लेकर मोदी सरकार की सख्ती का असर दिखाई देना शुरू हो गया है। रजिस्ट्रेशन कैंसिल होने के डर से बड़ी संख्या में व्यापारियों ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) रिटर्न भरना शुरू कर दिया है।
19 नवंबर को कुल 11,52,579 जीएसटीआर 3बी रिटर्न भरे गए। वहीं 20 नवंबर को 12 बजे तक 2,48,779 जीएसटीआर 3बी रिटर्न भरे गए हैं।
मालूम हो कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम्स (सीबीआईसी) विभाग ने सभी जोनल कमिश्नर्स को निर्देश दिया था कि अगले एक हफ्ते के भीतर सभी ऐसे कारोबारियों जिन्होंने छह या छह बार से ज्यादा जीएसटी रिटर्न नहीं भरा है, उनको बड़े पैमाने पर नोटिस भेजें और उनके जीएसटी रजिस्ट्रेशन रद्द करे।
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इतने फीसदी लोग नहीं भरते जीएसटी रिटर्न
इस समय देश में करीब सवा करोड़ के करीब जीएसटी रजिस्ट्रेशन है, जिसमें से करीब 20 फीसदी ऐसे हैं जोकि नॉन-फाइलर हैं. यानी वे जीएसटी रिटर्न नहीं भरते हैं।
इनका बंद होगा ई- वे बिल जेनरेट
इससे पहले सरकार ने ये भी निर्देश दिया है कि जो लोग दो या दो बार से ज्यादा जीएसटी रिटर्न नहीं भरा है, उनका ई-वे बिल जेनरेट करना बंद कर दिया जाए। यानी एक तो पहले ई-वे बिल जेनरेट बंद होगा। दूसरा अगर उन्होंने जीएसटी रिटर्न नहीं भरा तो उनका रजिस्ट्रेशन भी कैंसिल हो जाएगा।
इनडायरेक्ट टैक्स विभाग ने कहा है कि ये पूरी कार्रवाई 25 नवंबर तक कर देना है। यानी कि 25 नवंबर तक बड़े पैमाने पर टैक्स के नोटिस जाएंगे और इस दौरान बड़े पैमाने पर रजिस्ट्रेशन भी कैंसिल होगा।
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