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National Herald Case: क्या राहुल गांधी होंगे गिरफ्तार? 30 घंटे तक पूछताछ में भी कई सवालों के जवाब नहीं
National Herald Case: नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने पिछले तीन दिनों के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से 30 घंटे तक पूछताछ की है। इतनी मैराथन पूछताछ के बाद भी ईडी राहुल की ओर से दिए गए जवाबों से संतुष्ट नहीं है।
National Herald Case: नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस (National Herald money laundering case) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पिछले तीन दिनों के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) से 30 घंटे तक पूछताछ की है। इतनी मैराथन पूछताछ के बाद भी ईडी राहुल की ओर से दिए गए जवाबों से संतुष्ट नहीं है। यही कारण है कि एक दिन के आराम के बाद उन्हें शुक्रवार को फिर पूछताछ के लिए तलब किया गया है।
जानकार सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी (ED ON Rahul Gandhi) ईडी की ओर से पूछे जा रहे विभिन्न सवालों का सीधा जवाब देने से बच रहे हैं। वे वकीलों की ओर से दी गई सलाह के मुताबिक ही ईडी के सवालों का सामना कर रहे हैं। राहुल के जवाबों से ईडी के संतुष्ट न होने का कारण उनकी गिरफ्तारी की आशंका भी जताई जाने लगी है। बुधवार को भी उनकी गिरफ्तारी की खबरें फैलती रहीं। अब सबकी निगाहें शुक्रवार को की जाने वाली पूछताछ पर टिकी हुई हैं और सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या इस मामले में राहुल गांधी को गिरफ्तार किया जाएगा?
ईडी की ओर से पूछे जा रहे कड़े सवाल
नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में बुधवार को और लगातार तीसरे दिन ईडी की ओर से राहुल गांधी से पूछताछ की गई थी। तीसरे दिन की पूछताछ करीब आठ घंटे तक चली। इन तीन दिनों के दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से करीब 30 घंटे तक पूछताछ की जा चुकी है। जानकारों का कहना है कि अभी भी प्रवर्तन निदेशालय को कई सवालों के जवाब नहीं मिल सके हैं और यही कारण है कि शुक्रवार को कांग्रेस नेता को एक बार फिर पूछताछ के लिए तलब किया गया है।
ईडी की ओर से बुधवार को राहुल गांधी से एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) और इसका स्वामित्व रखने वाली कंपनी यंग इंडियंन से जुड़े हुए फैसलों में उनकी निजी भूमिका के बारे में पूछताछ की गई। दोपहर बारह बजे शुरू हुई है पूछताछ रात करीब साढ़े आठ बजे के बाद तक चलती रही। अफसरों का कहना है कि इस मामले में राहुल गांधी की भूमिका और उनके बयान काफी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे यंग इंडियन में बड़े अंशधारक हैं तथा इसके साथ ही एजेएल और नेशनल हेराल्ड मामले में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं।
कांग्रेस को पूछताछ पर तीखी आपत्ति
ईडी (ED) से जुड़े हुए सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी से एजेएल के स्वामित्व वाली 800 करोड़ की संपत्तियों से जुड़े सवाल भी पूछे गए हैं। इसके साथ ही एजेंसी यह भी जानना चाहती है कि गैर-लाभकारी कंपनी यंग इंडियन अपनी भूमि और भवनों को किराए पर देने की वाणिज्यिक गतिविधियों में किस तरह लिप्त हुई।
दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से लगातार ईडी की ओर से की जा रही पूछताछ पर गहरी आपत्ति जताई जा रही है। कांग्रेस का कहना है कि इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है जिसके आधार पर मनी लांड्रिंग एक्ट का मामला दर्ज किया गया हो। ऐसे में पूछताछ के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी को तलब करने का कोई मतलब नहीं है।
पूछताछ में बरती जा रही पूरी सतर्कता
वैसे गांधी परिवार से जुड़ा हुआ मामला होने के कारण ईडी इस मामले में पूरी तरह फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। तीन दिनों तक राहुल गांधी से करीब तीस घंटे तक की गई पूछताछ की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग की गई है। उनकी ओर से दिए गए हर सवाल के जवाब को टाइप करके बार-बार खुद राहुल गांधी को दिखाया जा रहा है और इसके बाद बयान पर उनका हस्ताक्षर भी लिया जा रहा है।
बयान के कुछ हिस्से पर राहुल गांधी की ओर से आपत्ति जताए जाने के बाद उसमें संशोधन भी किया गया है। इसके बाद ही बयान की कॉपी जांच अधिकारी को सौंपने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। दरअसल जांच एजेंसी इस मामले को लेकर पैदा हुए सियासी तूफान की वजह से काफी सतर्क है और उसे पता है कि इस मामले को लेकर आगे चलकर भी बड़ा हंगामा हो सकता है।
जवाब से संतुष्ट नहीं है ईडी के अधिकारी
वैसे जानकारों का कहना है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी अभी तक राहुल गांधी की ओर से जो दिए गए जवाब से संतुष्ट नहीं हैं। 30 घंटे तक की गई पूछताछ के बावजूद अभी तक प्रवर्तन निदेशालय को कई सवालों का जवाब नहीं मिल सका है।
ऐसे में पूछताछ का यह सिलसिला आगे भी जारी रहने वाला है। बुधवार को राहुल गांधी से पूछताछ के दौरान उनकी गिरफ्तारी की खबरें भी उड़ती रहीं जिसे लेकर कांग्रेसियों के तेवर और उग्र हो गए। इस पूछताछ के खिलाफ गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से देश के विभिन्न शहरों में राजभवनों का घेराव भी किया गया।
क्या गिरफ्तार किए जाएंगे राहुल गांधी?
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ओर से जांच के काम में सहयोग न किए जाने की बात सामने आने के बाद बुधवार को उनकी गिरफ्तारी की खबरें उड़ीं। अब जांच एजेंसी की ओर से उन्हें शुक्रवार को फिर पूछताछ के लिए तलब किया गया है। ऐसे में सियासी हलकों में यह सवाल काफी तेजी से उछला हुआ है कि क्या इस मामले में राहुल गांधी को गिरफ्तार किया जाएगा?
वैसे कांग्रेस की ओर से पूछताछ के संबंध में जानकारी लीक होने पर तीखी आपत्ति जताई गई है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद एडवोकेट विवेक तंखा ने इस मामले में गृहमंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कानून मंत्री को लीगल नोटिस भी भेजा है। कांग्रेस का आरोप है कि राहुल गांधी की छवि को खराब करने के लिए मीडिया में जानबूझकर पूछताछ की जानकारी लीक जा रही है।