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बड़े कमाल का गाय गोबर: रोक सकता है रेडिएशन, अब हुई ये बड़ी मांग

गाय का गोबर रेडिएशन रोक सकता है, जिसका इस्तेमाल मोबाइल में हो सकता है। राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के चेयरमैन वल्लभभाई कथीरिया ने सोमवार को 'कामधेनु दीपावली अभियान' के राष्ट्रव्यापी अभियान के दौरान गाय के गोबर से बनी एक चिप का अनावरण किया।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 13 Oct 2020 4:41 AM GMT
बड़े कमाल का गाय गोबर: रोक सकता है रेडिएशन, अब हुई ये बड़ी मांग
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राष्ट्रीय कामधेनु अयोग के अध्यक्ष बोले- रेडिएशन चिप है गाय का गोबर, मोबाइल में हो सकता है इस्तेमाल, करेगा रक्षा

नई दिल्ली: ये तो सबको पता है गाय हमारे लिए कितना उपयोगी है। गाय को शास्त्रों में बहुत महत्वपूर्ण स्थान मिला है। ऐसे में गाय को लेकर एक बयान फिलहाल चर्चा में है।ये बयान दिया है राष्ट्रीय कामधेनु अयोग के अध्यक्ष वल्लभ भाई कथीरिया ने।

उन्होंने कहा कि गाय के गोबर से हर किसी की रक्षा होती है। “यह (गोबर) एंटी रेडिएशन है, यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है। गाय का गोबर एक रेडिएशन चिप है, रेडिएशन को कम करने के लिए मोबाइल फोन में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। यह लोगों की बीमारियों से रक्षा करोगा।

गाय का गोबर रेडिएशन रुकेगा

बता दें कि वल्लभभाई कथीरिया ने कहा गाय का गोबर रेडिएशन रोक सकता है, जिसका इस्तेमाल मोबाइल में हो सकता है। राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के चेयरमैन वल्लभभाई कथीरिया ने सोमवार को 'कामधेनु दीपावली अभियान' के राष्ट्रव्यापी अभियान के दौरान गाय के गोबर से बनी एक चिप का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि यह चिप मोबाइल हैंडसेट से निकलने वाले रेडिएशन को काफी कम कर देता है।

गाय के गोबर से बने इस चिप को अपने मोबाइल में रखते हैं, तो यह रेडिएशन को काफी कम कर देता है। अगर आप बीमारी से बचना चाहते हैं, तो इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इस चिप को गौसत्व का कवच कहा गया है।गौसत्व कवच को गुजरात के राजकोट स्थित श्रीजी गौशाला द्वारा निर्मित किया गया ।

गोबर और पंचगव्य के बहुआयामी

गौरतलब है कि मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय कामधेनु आयोग की स्थापना केंद्र ने फरवरी, 2019 में की थी ।इसका उद्देश्य 'गायों का संरक्षण और विकास' है. राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के चेयरमैन वल्लभभाई कथीरिया हैं।

राष्ट्रीय कामधेनु अयोग आयोग की ओर से एक बयान में कहा गया कि यह कोशिश गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही यह उम्मीद भी जताई कि इस पहल से स्वदेशी आंदोलन को प्रोत्साहन मिलेगा और इससे चीन निर्मित दीयों का बहिष्कार भी सुनिश्चित करेगा।

आयोग के अध्यक्ष वल्लभ भाई कथीरिया ने कहा, अभियान के तहत आयोग दीपोत्सव के दौरान गोबर और पंचगव्य के बहुआयामी उपयोग को प्रोत्साहित करेगा। दीप पर्व के लिए गोबर आधारित दीये, मोमबत्तियां, धूप, अगरबत्तियां, शुभ- लाभ , स्वास्तिक, समरानी, हार्डबॉर्ड, हवन सामग्री, भगवान गणेश और लक्ष्मी की प्रतिमाओं का निर्माण प्रारंभ हो चुका है।’

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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