×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

National Wildlife Week: "वन्य जीव संरक्षण के लिए साझेदारी " थीम के साथ मनाया जा रहा राष्ट्रीय वन्य जीव सप्ताह

National Wildlife Week: भारत में हर वर्ष 2 से 8 अक्टूबर तक राष्ट्रीय वन्य जीव सप्ताह मनाया जाता है। इस सप्ताह को मानने का उद्देश वन्य जीवों , वनस्पतियों और पर्यावरण की सुरक्षा, संरक्षण तो वहीं लुप्तप्राय और संकटग्रस्त प्रजातियों के जीवन को दीर्घकालीन संरक्षण के लिए सुनिश्चित करना है ।

Nirala Tripathi
Published on: 3 Oct 2023 6:32 PM IST
National Wildlife Week being celebrated with the theme Partnership for Wildlife Conservation
X

"वन्य जीव संरक्षण के लिए साझेदारी " थीम के साथ मनाया जा रहा राष्ट्रीय वन्य जीव सप्ताह: Photo- Social Media

National Wildlife Week: भारत में हर वर्ष 2 से 8 अक्टूबर तक राष्ट्रीय वन्य जीव सप्ताह मनाया जाता है। इस सप्ताह को मानने का उद्देश वन्य जीवों , वनस्पतियों और पर्यावरण की सुरक्षा, संरक्षण तो वहीं लुप्तप्राय और संकटग्रस्त प्रजातियों के जीवन को दीर्घकालीन संरक्षण के लिए सुनिश्चित करना है ।

भारत वन्य जीव बोर्ड ने आज़ादी के बाद वन्य जीव और पर्यावरण के दीर्घकालिक उद्देशो के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 1952 में वन्य जीव सप्ताह की शुरुआत की, हालांकि दिवस के रूप में पहली बार 1955 में मनाया गया। बाद में 1957 में इस दिवस को सप्ताह के रूप में घोषित किया गया। 2023 में हम वन्य जीव संरक्षण के लिए साझेदारी थीम के तहत 69वां वन्य जीव सप्ताह मना रहे है।

Photo- Social Media

विश्व के 17 वृहद जैव विविधता देश

भारत वर्ष अपनी विशेष भौगोलिक स्थित के कारण विभिन्न प्रकार की जैव विविधता से समृद्ध है। यहां पूरे विश्व की लगभग 8 प्रतिशत जैव विविधता पाई जाती है। हमारे देश में सभी प्रकार के पारीस्थितिकी तंत्र मौजूद है जैसे उष्ण वर्षा वन, शीतोष्ण वन, घास के मैदान, मैंग्रोव, कोरल रिफ्स, नदी, घाटी, द्विप, मरुस्थल, यही कारण है कि भारत विश्व के 17 वृहद जैव विविधता (Mega Biodiversity) वाले देशों में शामिल है। हिमालय, सुंदरवन, पश्चिमी घाट, इंडो -वर्मा क्षेत्र, सुंदर लैंड, तराई, सवाना हमारे देश में जैव विविधता के प्रमुख हॉट स्पॉट है।

वन्य जीवों और वनस्पतियों के बगैर मानव अस्तित्व संकट में आ सकता है। इस लिए उनका महत्त्व समझने और उनके संरक्षण के प्रयास बेहद जरूरी है ।



\
Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story