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Navneet Rana: नवनीत राणा की अर्जी पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर चुनाव लड़ने का है

Navneet Rana: अमरावती के पूर्व शिवसेना सांसद आनंदराव अडसूल ने नवनीत राणा पर फेक कास्ट सर्टिफिकेट पर चुनाव लड़ने का आरोप लगाते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

Krishna Chaudhary
Published on: 28 March 2023 9:23 AM GMT
Navneet Rana: नवनीत राणा की अर्जी पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर चुनाव लड़ने का है
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Navneet Rana (photo: social media )

Navneet Rana: महाराष्ट्र की अमरावती सीट से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा फर्जी जाति प्रमाण पत्र को लेकर लंबे समय से विवादों में चल रही हैं। 2014 से उनके खिलाफ यह मामला चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट में आज यानी मंगलवार 28 मार्च को इस मामले पर बड़ी सुनवाई होने जा रही है। दरअसल, अमरावती सांसद ने बॉम्बे हाईकोर्ट के उस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दिया है, जिसमें उनके जाति प्रमाण पत्र को फर्जी करार दिया गया है।

क्या है पूरा मामला

अमरावती के पूर्व शिवसेना सांसद आनंदराव अडसूल ने नवनीत राणा पर फेक कास्ट सर्टिफिकेट पर चुनाव लड़ने का आरोप लगाते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। 8 जून 2021 को हाईकोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाते हुए सांसद नवनीत राणा के कास्ट सर्टिफिकेट को रद्द कर दिया था। इतना ही नहीं कोर्ट ने उन्हें दो लाख रूपये का जुर्माना भरने और छह हफ्ते के भीतर तमाम दस्तावेज जमा करने का आदेश दिया। हाईकोर्ट के इस आदेश के खिलाफ राणा सुप्रीम कोर्ट चली गई थीं। शीर्ष अदालत ने 22 जून 2021 को उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगा दिया था।

दरअसल, 2019 के आम चुनाव में नवनीत राणा अमरावती लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव मैदान में थीं, हालांकि उन्हें एनसीपी का समर्थन जरूर प्राप्त था। वहीं, तत्कालीन एनडीए के साझा उम्मीदवार के तौर पर शिवसेना नेता आनंदराव अडसूल चुनाव मैदान में थे। मोदी लहर के बावजूद राणा ने अडसूल को हरा दिया और पहली बार सांसद बनीं। इससे पहले 2014 में भी वह आनंदराव अडसूल के खिलाफ चुनाव में उतरी थीं, लेकिन तब उन्हें शिकस्त झेलना पड़ा था।

कौन हैं नवनीत राणा ?

नवनीत राणा का असली नाम नवनीत कौर है। उनका जन्म मुंबई के एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उनके पिता आर्मी में थे। 12वीं तक की शिक्षा हासिल करने बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और अभिनय की दुनिया में कदम रखा। मॉडलिंग के रास्ते फिल्मों में जगह बनाई। उन्हें साउथ इंडियन फिल्मों में बड़ी सफलता मिली। वो मलयालम, तेलुगू और कन्नड़ भाषा की कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं।

बताया जाता है कि एक बार योग गुरू बाबा रामदेव के आश्रम में नवनीत कौर और रवि राणा की मुलाकात हुई थी। जो बाद में प्यार में बदल गया। 2011 में दोनों ने एक सामूहिक विवाद मंडप में सात-फेरे लिए। शादी के बाद से नवनीत ने अपने नाम के आगे राणा जोड़ लिया। रवि राणा अमरावती के बडनेरा विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक हैं। राणा दंपति पिछले साल महाराष्ट्र के तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ मोर्चा खोलने को लेकर सुर्खियों में आए थे।

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