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NCERT ने बदला 12वीं का सिलेबस, बाबरी विध्वंस हटाया, राम मंदिर निर्माण को जोड़ा
NCERT New Syllabus: हाल के वर्षों में एनसीईआरटी की ओर से सिलेबस में लगातार बदलाव किए जा रहे हैं। हालांकि इसे लेकर विपक्षी दलों की ओर से समय-समय पर हमला भी किया जाता रहा है।
NCERT New Syllabus: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने नए सत्र के लिए सिलेबस में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। 12वीं कक्षा की राजनीति विज्ञान की किताब में कई चीजों को हटा दिया गया है जबकि कई नई सामग्री जोड़ी गई है। राजनीति विज्ञान की किताब से बाबरी विधानसभा से गुजरात दंगे और अल्पसंख्यकों से जुड़े कुछ संदर्भों को हटा दिया गया है। इसके साथ ही अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का महत्वपूर्ण चैप्टर जोड़ा गया है।
हाल के वर्षों में एनसीईआरटी की ओर से सिलेबस में लगातार बदलाव किए जा रहे हैं। हालांकि इसे लेकर विपक्षी दलों की ओर से समय-समय पर हमला भी किया जाता रहा है। विपक्ष यह आरोप लगाता रहा है कि पाठ्यक्रम का भगवाकरण किया जा रहा है।
बाबरी विध्वंस का जिक्र हटाया
एनसीईआरटी की ओर से पाठ्यक्रम में किए गए बदलाव के संबंध में वेबसाइट पर जानकारी दी गई है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के तहत आने वाले करीब तीस हजार स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाती हैं और अब इन स्कूलों के बच्चे बदला हुआ पाठ्यक्रम पढ़ेंगे।
एनसीईआरटी की 12वीं कक्षा की राजनीति विज्ञान की किताब के चैप्टर 8 में अयोध्या में बाबरी विध्वंस का जिक्र किया गया था मगर अब इस संदर्भ को हटा दिया गया है। इस चैप्टर में बाबरी मस्जिद और हिंदुत्व की राजनीति का जिक्र भी हटा दिया गया है।
राम जन्मभूमि आंदोलन और अयोध्या विध्वंस के विरासत को बदलकर चैप्टर का नाम ‘राम जन्मभूमि आंदोलन की विरासत क्या है’,कर दिया गया है। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का प्रसंग भी जोड़ा गया है।
अब गुजरात दंगे का चैप्टर भी नहीं
इसी किताब में एक और महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है और गुजरात दंगे का जिक्र हटा दिया गया है। किताब के पांचवें चैप्टर में गुजरात दंगे का जिक्र किया गया था मगर अब इस साल से छात्र यह चैप्टर नहीं पड़ेंगे। गुजरात में 2002 में भीषण दंगे हुए थे और उस समय मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
गोधरा में अयोध्या से लौट रहे कारसेवकों को जिंदा जलाए जाने की घटना के बाद यह दंगा भड़का था। इस दंगे को लेकर विपक्ष समय-समय पर पीएम मोदी पर हमला करता रहा है।
इन बदलावों के संबंध में एनसीईआरटी का कहना है कि हाल के वर्षों में देश की राजनीति में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं और इसी कारण सिलेबस को महत्वपूर्ण बदलावों के साथ अपडेट किया गया है।
इतिहास की किताब में भी बड़ा बदलाव
इसके साथ ही एनसीईआरटी ने 12वीं कक्षा की इतिहास की किताब में भी बड़ा बदलाव किया है। एनसीईआरटी ने हड़प्पा सभ्यता की उत्पत्ति और पतन नामक चैप्टर में बदलाव किया है। इसे शैक्षणिक वर्ष 2024-25 से लागू कर दिया जाएगा। इस बदलाव के पीछे एनसीईआरटी की ओर से तर्क भी दिया गया है कि हरियाणा में सिंधु घाटी स्थल, राखीगढ़ी में पुरातात्विक स्रोतों से प्राप्त प्राचीन डीएनए के हालिया अध्ययन में आर्य आप्रवासन को खारिज कर दिया गया है।
इस बात पर अधिक रिसर्च करने की जरूरत है कि क्या हड़प्पा और वैदिक लोग एक ही थे? इसलिए इस चैप्टर में बदलाव करना पड़ा है। एनसीईआरटी ने कक्षा 7, 8, 10, 11 और 12 के इतिहास और समाजशास्त्र की किताबों में भी बदलाव किया है।