Mission 2024: विपक्षी एकजुटता के लिए नीतीश के बाद पवार भी सक्रिय, खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात के क्या हैं सियासी मायने

Mission 2024: खड़गे के आवास पर हुई इस बैठक के दौरान कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस बैठक के दौरान पवार ने विपक्षी एकजुटता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की है।

Anshuman Tiwari
Published on: 14 April 2023 9:24 AM GMT (Updated on: 14 April 2023 10:59 AM GMT)
Mission 2024: विपक्षी एकजुटता के लिए नीतीश के बाद पवार भी सक्रिय, खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात के क्या हैं सियासी मायने
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Sharad Pawar meets congress (photo: social media )

Mission 2024: नई दिल्ली हाल के दिनों में कई मुद्दों पर कांग्रेस से अलग रुख अपनाने वाले एनसीपी के मुखिया शरद पवार की कांग्रेस नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठक के अलग सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजधानी यात्रा के बाद पवार ने गुरुवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ बैठक की। खड़गे के आवास पर हुई इस बैठक के दौरान कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस बैठक के दौरान पवार ने विपक्षी एकजुटता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की है।

इस मुलाकात के बाद पवार ने कहा कि विपक्षी एकजुटता की प्रक्रिया को योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने आगे ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल जैसे विपक्ष के अन्य महत्वपूर्ण नेताओं से मुलाकात का संकेत भी दिया है। 2024 के लोकसभा चुनाव के नजदीक आने के कारण अब विपक्षी नेता काफी सक्रिय दिख रहे हैं। इसी कड़ी में पवार ने भी कांग्रेसी नेताओं के साथ मुलाकात करके विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखी है।

विपक्ष की एकजुटता पर जोर

महाराष्ट्र की सियासत में शरद पवार को सबसे अहम किरदारों में गिना जाता है। राज्य के विभिन्न इलाकों पर पवार की मजबूत पकड़ मानी जाती रही है। राष्ट्रीय स्तर पर भी वे विपक्ष की प्रमुख धुरी बने हुए हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी हाल में खड़गे और राहुल गांधी से देश में अगले साल होने वाले चुनाव पर चर्चा की थी। नीतीश कुमार ने भी खड़गे और राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेताओं से चर्चा की है और इस बातचीत का एजेंडा 2024 में विपक्षी दलों की एकजुटता पर ही केंद्रित था।

जानकार सूत्रों का कहना है कि पवार ने आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्ष की एकजुटता के साथ ही महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी गठबंधन को मजबूत बनाने के उपायों पर भी चर्चा की। यह मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि गठबंधन में इन दिनों खींचतान दिख रही है।

ममता और केजरीवाल से भी होगी बातचीत

कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मुलाकात के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए एनसीपी मुखिया ने कहा कि हमारी सोच एक है मगर अब सिर्फ सोच से काम नहीं चलने वाला है। उनका कहना था कि हम लोगों की बातचीत तो सिर्फ शुरुआत भर है मगर विपक्षी एकजुटता की दिशा में योजनाबद्ध प्रक्रिया को अपनाए जाने की जरूरत है। उन्होंने विपक्ष के अन्य प्रमुख दलों के साथ भी बातचीत का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी चर्चा की जाएगी। अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान नीतीश कुमार ने भी तेजस्वी यादव के साथ केजरीवाल से मुलाकात की थी।

अडानी मुद्दे पर पवार का अलग रुख

शरद पवार की कांग्रेस नेताओं से मुलाकात को इसलिए भी काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि हाल के दिनों में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर पवार ने कांग्रेस से बिल्कुल अलग रुख अपनाया था। अडानी मुद्दे पर उनका कहना था कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से कमेटी का गठन किए जाने के बाद अडानी प्रकरण की जांच के लिए जेपीसी की मांग करने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित कमेटी की जांच जेपीसी जांच से ज्यादा असरकारक होगी।

पवार का कहना था कि उनकी पार्टी गौतम अडानी के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जेपीसी जांच कराने के पक्ष में नहीं है। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की ओर से की जा रही इस मांग से वे कतई सहमत नहीं है।

सावरकर के मुद्दे पर भी दी थी नसीहत

राहुल गांधी की ओर से दिए गए बयान कि मैं सावरकर नहीं हूं, गांधी किसी से माफी नहीं मांगता, पर भी पवार ने कांग्रेस को नसीहत दी थी। उनका कहना था कि महाराष्ट्र में वीर सावरकर का काफी सम्मान है और ऐसे में सावरकर के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। पीएम के डिग्री के मामले को लेकर विपक्ष की मुहिम के प्रति पवार का रुख भाजपा को राहत पहुंचाने वाला था। उनका कहना था कि पीएम की डिग्री का मुद्दा राष्ट्रीय मुद्दा नहीं है। इस तरह की मांगों से विपक्ष को कोई फायदा नहीं होने वाला है। प्रमुख मुद्दों पर विपक्ष की हवा निकालने के बाद पवार की कांग्रेस नेताओं के साथ हुई इस बैठक को इसीलिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

खड़गे और राहुल ने जताई खुशी

पवार के साथ बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि पवार इस बैठक के लिए मुंबई से दिल्ली पहुंचे। उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर हमारा मार्गदर्शन किया है। हम लोगों के बेहतर और उज्जवल भविष्य के लिए एकजुट हैं। खड़गे ने कहा कि देश व लोकतंत्र को बचाने और संविधान को सुरक्षित रखने के लिए हम आगे भी अन्य नेताओं के साथ चर्चा करेंगे।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्ष पूरी तरह एकजुट है। पार्टी अध्यक्ष खड़गे और शरद पवार जी ने विपक्ष को एकजुट बनाने की प्रक्रिया शुरू की है और सभी राजनीतिक दल इस प्रक्रिया के प्रति प्रतिबद्ध हैं।

Anshuman Tiwari

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