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मुस्लिम जहां भी नमाज अदा करें,वह वक्फ की संपत्ति,TMC सांसद कल्याण बनर्जी के बयान पर विवाद,JPC चीफ ने जताई नाराजगी
Waqf Amendement Bill: कल्याण बनर्जी के इस बयान पर जेपीसी के चीफ और भाजपा के सांसद जगदंबिका पाल ने सख्त नाराज़गी जताई है। उन्होंने कहा कि कल्याण बनर्जी जेपीसी के सदस्य हैं और उन्हें जो कुछ भी कहना है,
Waqf Amendement Bill: वक्फ संशोधन बिल पर बनी संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के सदस्य और तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी के बयान पर बड़ा विवाद पैदा हो गया है। एक वायरल वीडियो में कल्याण बनर्जी ने कहा है कि मुस्लिम जहां भी नमाज अदा करते हैं,उसे वक्फ की संपत्ति माना जाएगा।
कल्याण बनर्जी के इस बयान पर जेपीसी के चीफ और भाजपा के सांसद जगदंबिका पाल ने सख्त नाराज़गी जताई है। उन्होंने कहा कि कल्याण बनर्जी जेपीसी के सदस्य हैं और उन्हें जो कुछ भी कहना है, वह समिति के अंदर कहना चाहिए। समिति से बाहर किसी भी प्रकार का बयान नहीं
मुस्लिम जहां भी नमाज अदा करें, वह वक्फ की संपत्ति
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में कल्याण बनर्जी बांग्ला भाषा में वक्फ संपत्ति को लेकर बयान दे रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोई भी स्थान जहां पर मुस्लिम नमाज़ अदा करते हैं, उसे स्वत: मौलिक रूप से वक्फ की संपत्ति माना जाएगा। कल्याण बनर्जी के इस बयान पर खासा विवाद पैदा हो गया है।
इससे पहले जेपीसी की बैठक के दौरान कल्याण बनर्जी के बोतल तोड़ने का मुद्दा भी गरमा गया था। इसके बाद जेपीसी में शामिल भाजपा सदस्यों ने स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर कल्याण बनर्जी को लोकसभा से निलंबित करने की मांग की थी। भाजपा सांसदों का कहना था कि एथिक्स कमेटी को उनकी सदस्यता रद्द करने पर विचार करना चाहिए।
कल्याण बनर्जी के बयान पर भाजपा भड़की
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के ताजा बयान पर भाजपा आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने बनर्जी का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि बनर्जी के इस बयान का मतलब है कि कोई भी सार्वजनिक स्थान जैसे सड़कें, रेलवे ट्रैक, हवाई अड्डे, पार्क या कोई भी अन्य स्थान जिनका उपयोग नमाज अदा करने के लिए किया जाता है, उन पर वक्फ की जमीन के रूप में दावा किया जा सकता है।
टीएमसी सांसद की ओर से की गई व्याख्या के तहत तो कोलकाता के महत्वपूर्ण क्षेत्रों सहित भूमि का बड़ा हिस्सा मुस्लिम समुदाय को हस्तांतरित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनावी लाभ के लिए इस तरह के विचारों को आगे बढ़ाया जा रहा है और आने वाले दिनों में बंगाली हिंदू समुदाय को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। हालत यह भी हो सकती है कि उन्हें अपने गृह राज्य पश्चिम बंगाल से विस्थापित भी होना पड़ सकता है।
जेपीसी चीफ जगदंबिका पाल ने जताई नाराजगी
वक्फ संशोधन बिल पर बनी जेपीसी के चीफ जगदंबिका पाल ने भी कल्याण बनर्जी के बयान पर सख्त नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें जेपीसी की बैठक में ही वक्फ के संबंध में कोई बयान देना चाहिए। कमेटी से बाहर इस तरह के बयान देने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार की विधेयक के खिलाफ राज्य विधानसभा में प्रस्ताव लाए जाने की योजना संसदीय लोकतंत्र के साथ ही संविधान के सिद्धांतों पर भी हमला है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीने के दौरान जेपीसी की 29 बैठकें हुई हैं और इस दौरान हमने 147 प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से बात की है।
उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष के सांसदों को लगता है कि और अधिक लोगों की बात सुनी जानी चाहिए तो बैठक के बहिष्कार का फैसला उचित नहीं माना जा सकता। टीएमसी की ओर से वक्फ बिल का तीखा विरोध किया जा रहा है। सियासी जानकारों का मानना है कि पश्चिम बंगाल में अपने मुस्लिम वोट बैंक को सुरक्षित बनाए रखने के लिए पार्टी ने इस मुद्दे पर तीखा तेवर अपना रखा है।