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न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक स्कैम मामले में महाप्रबंधक को 21 फरवरी तक भेजा गया पुलिस हिरासत में

New India Cooperative Bank Scam Update News: ईओडब्ल्यू यानी आर्थिक अपराध शाखा ने 122 करोड़ रुपये के न्यू इंडिया को ऑपरेटिव बैंक स्कैम के आरोप में हितश मेहता और धर्मेश पोन को गिरफ्तार कर पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

Sakshi Singh
Published on: 16 Feb 2025 5:46 PM IST
New India Cooperative Bank Scam news Update
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New India Cooperative Bank Scam Update News: न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक स्कैम मामले में कोर्ट ने महाप्रबंधक हितश मेहता और धर्मेश पोन को 21 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। ईओडब्ल्यू यानी आर्थिक अपराध शाखा ने 122 करोड़ रुपये के न्यू इंडिया को ऑपरेटिव बैंक स्कैम के आरोप में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया था।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जांच में सामने आया है कि धर्मेश ने इस मामले में गबन किए 122 करोड़ में से 70 करोड़ रुपये लिए हैं। वहीं ईओडब्ल्यू के मुताबिक, मुख्य आरोपी जनरल हितेश मेहता से धर्मेश को मई दिसंबर 2024 में 1.75 करोड़ रुपये ओर जनवरी 2025 में 50 लाख रुपये मिले थे।

इस मामले में पूछताछ के पुलिस ने हितेश मेहता को लंबी पूछताछ के बाद शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। ईओडब्ल्यू के अधिकारी के मुताबिक, बैंक घोटाले मामले में आरोप उन्नथन अरुणाचलम उर्फ अरुणभाई फरार हैं। दोनों की तलाश की जा रही है।

बता दें कि शनिवार को ईओडब्ल्यू के समन पर हितेश मेहता शनिवार को दफ्तर पहुंचे थे। कई घंटे के पूछताछ के बाद मेहता को गिरफ्तार कर लिया। ईओडब्ल्यू के डीसीपी मंगेश शिंदेन शनिवार को बताया था कि न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवर्षि शिशिर कुमार घोष ने मुंबई के दादर थाने में हितेश मेहता के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी। मेहता पर बैंक 122 करोड़ रुपये के गबन का आरोप है।

घोष की ओर से दर्ज कराए गए एफआईआर में आरोप है कि महाप्रबंधक हितेश मेहता और उनके कुछ सहयोगियों ने आपराधिक षड्यंत्र तरीके से बैंक में 122 करोड़ रुपये का गबन किया है। महाप्रबंधक ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने सहयोगी साथियों के साथ मिलकर यह घोटाला किया है। प्राथमिकी में आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 316(5) और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इस मामले की जांच मुंबई की ईओडब्ल्यू को सौंपी गई है। बता दें कि आरबीआई यानी भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को मुंबई के न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर प्रतिबंध लगा दिया था। आरबीआई ने कहा था कि ये प्रतिबंध बैंक की स्थिति में सुधार होने तक लागू रहेंगे।



Sakshi Singh

Sakshi Singh

Senior Content Writer

मेरा नाम साक्षी सिंह है। मूलत: प्रयागराज की रहने वाली हूं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने बैचलर और मास्टर दोनों ही जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन विषय से किया है। पत्रकारिता की शुरुआत दैनिक जागरण (प्रिंट) से किया। दैनिक भास्कर (डिजिटल) में प्रयागराज में फील्ड रिपोर्टर रही। इसके बाद मैंने अमृत विचार, राजस्थान पत्रिका और नवभारत डिजिटल में लगभग 18 महीने बतौर कंटेट राइटर काम किया। इस संस्थान में नेशनल और इंटरनेशनल की रियल टाइम की खबरें लिखती रही। इसके साथ ही इस संस्थान में मैंने यहां शिफ्ट इचार्ज के तौर पर टीम भी लीड किया है। इस क्षेत्र में काम करते हुए लगभग साढ़े तीन साल से ज्यादा समय हो गए हैं। मेरी रुचि और पकड़ लगभग सभी विषयों पर है। लेकिन इंडियन पॉलिटिक्स और इंटरनेशनल रिलेशन्स में विशेष दिलचस्पी है।

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