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नई समस्या: ATM के नोट के खाने में फिट नहीं हो रहे 500, 2,000 रुपए के नए नोट

aman
By aman
Published on: 12 Nov 2016 8:32 AM GMT
नई समस्या: ATM के नोट के खाने में फिट नहीं हो रहे 500, 2,000 रुपए के नए नोट
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लखनऊ: पिछले 8 नवंबर को 500 और 1,000 के नोट बंद होने के बाद अब सामने आए 2,000 और 500 के नए नोट एटीएम के बने खाने में फिट नहीं हो रहे। इस मुद्दे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि इस समस्या को दूर करने में 2 से 3 हफ्तों का समय लगेगा । जल्द ही इसे दूर कर लिया जाएगा।

100 रुपए के नोट ही हो रहे फिट

दरअसल, एटीएम के खाने अभी तक चल रहे पुराने नोट की साइज के हिसाब से बनाए गए थे। इनमें ज्यादा से ज्यादा 50 लाख तक के नोट रखे जा सकते थे। लेकिन नए नोट साइज में छोटे हैं, जो उस खाने में फिट नहीं हो पा रहे हैं। बैंक को मजबूरन 100 रुपए के नोट ही डालने पड़ रहे हैं, जो संख्या में कम आ रहे हैं।

वित्त मंत्री ने बताई वजह

एटीएम फंक्शनिंग के बारे में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, 'तकनीक की वजह से सीमा निर्धारण हैं, क्योंकि सीक्रेसी रखनी पड़ती है। जब तक निर्णय हुआ और इसे सार्वजनिक किया गया। दो लाख एटीएम मशीनों को पहले रीकैलिबरेट नहीं किया गया। क्योंकि, इस काम में हजारों लोग लगते हैं। इस वजह से सीक्रेसी नहीं रहती।'

2 से 3 हफ्ते का लगेगा समय

अरुण जेटली बोले, 'पैसा डालना, रीकैलिबरेट करना, पुराने 100 रुपए 500 और 1000 के लिए कैलिबरेटेड थे। 2 से 3 सप्ताह का समय लगता है रीकैलिबरेट करने का। नए नोटों का साइज अलग है। धीरे-धीरे रीकैलिबरेट किए जा रहे हैं।'

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बैंक निदान में जुटे

इसी समस्या को देखते हुए सभी बैंक जल्द से जल्द अपने एटीएम में नोट रखने के साइज को ठीक करने में जुटे हैं ताकि ग्राहकों को और ज्यादा परेशानी नहीं हो। संभवतः केंद्र सरकार को इसका ख्याल था इसीलिए एटीएम से अधिकतम 2,000 रुपए निकालने की सीमा रखी गई।

ये कहना है बैंक अधिकारियों का

भारतीय स्टेट बैंक के एक अधिकारी का कहना है कि धीरे-धीरे सभी एटीएम को दुरुस्त किया जा रहा है। इस समस्या पर जल्द ही काबू पा लिया जाएगा। बैंक को अपने ग्राहकों की तकलीफों का ख्याल है।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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