×

अतंरिक्ष में जा रही भारत की खास सैटेलाइट, साथ में होगी मोदी-भगवद् गीता की फोटो

विदेशी एजेंसियों की तरह अब भारत भी अंतरिक्ष मिशन में लोगों का नाम भेजने का काम करने वाला है। निजी क्षेत्र का पहला  उपग्रह सतीश धवन सैट पहली बार नासा की तर्ज पर भगवद् गीता, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक तस्वीर साथ ही 25 हज़ार भारतीय लोगों का नाम लेकर अंतरिक्ष में पहुंचेगा।

Monika
Published on: 15 Feb 2021 8:54 AM IST
अतंरिक्ष में जा रही भारत की खास सैटेलाइट, साथ में होगी मोदी-भगवद् गीता की फोटो
X
सैटेलाइट ले जाएगा भगवद् गीता और PM मोदी की तस्वीभर, भारत में पहली बार होगा ऐसा

बेंगलूरु: विदेशी एजेंसियों की तरह अब भारत भी अंतरिक्ष मिशन में लोगों का नाम भेजने का काम करने वाला है। निजी क्षेत्र का पहला उपग्रह सतीश धवन सैट पहली बार नासा की तर्ज पर भगवद् गीता, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक तस्वीर साथ ही 25 हज़ार भारतीय लोगों का नाम (जिनमे छात्रों का नाम शामिल हैं) लेकर अंतरिक्ष में पहुंचेगा।

अतिरिक्त चिप लगाई जाएगी

आपको बता दें, कि इस उपग्रह का प्रक्षेपण इसरो अपने विश्वसनीय ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान 'पीएसएलवी सी-51' के साथ दो अन्य निजी उपग्रहों के साथ करेगा। इसका निर्माण करने वाली कंपनी स्पेसकिड्स के मुख्य तकनीकी पदाधिकारी रिफत शाहरुख़ ने बताया कि 3.5 किलोग्राम वजन इस नैनो उपग्रह में एक अतिरिक्त चिप लगाई जाएगी जिसमे सभी नाम होंगे।

भारत का पहला उपग्रह

स्‍पेसकिड्स का असली मकशाद मिशन के जरिए छात्रों में अंतरिक्ष विज्ञान को बढ़ावा देना है। अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले इस नैनोसेटेलाइट को अंतरिक्ष कार्यक्रम के संस्थापक के नाम पर रखा गया है। स्पेसकिड्ज इंडिया की संस्थापक का कहना है कि इस नैनो सैटेलाइट को लेकर वह काफी उत्‍साहित हैं। यह अंतरिक्ष में तैनात होने वाला भारत का पहला उपग्रह होगा। उन्होंने आगे बताया कि मिशन को अंतिम रूप दिया, लोगों से उनके नाम भेजने को कहा जो अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे।

ये भी पढ़ें: मोदी के नौकरशाही पर तंजः बात के गंभीर इशारों को समझने की जरूरत

एक सप्ताह के अंदर ढेरों नाम

उन्होंने बताया कि मात्र एक सप्ताह के अंदर ही 25,000 से ज्‍यादा नाम भेजे गए। इनमें से 1,000 नाम भारत के बाहर के लोगों द्वारा भेजे गए थे। चेन्नई में एक स्कूल से सभी छात्रों के नाम भेजे गए हैं। ऐसा करने का फैसला इसलिए किया है क्‍योंकि यह मिशन का मकसद छात्रों के बीच अंतरिक्ष विज्ञान को बढ़ावा देना है। यही नहीं उन्होंने आगे बताया कि जिन लोगों के नाम अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे उन्हें बोर्डिंग पास भी दिया जाएगा।

केसन ने आगे बताया कि उन्होंने अन्य अंतरिक्ष मिशनों की तर्ज पर अंतरिक्ष में भगवद गीता की एक प्रति भेजने का फैसला किया है। इसके साथ ही हमने प्रधानमंत्री के नाम और तस्वीर को शीर्ष पैनल पर आत्मनिर्भर मिशन शब्द के साथ जोड़ा है।

ये भी पढ़ें : चमोली में जल प्रलय: 15 और शव बरामद, UP के 64 लोग लापता

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story