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NewsClick UAPA case: बढ़ सकती हैं मुश्किलें, दिल्ली पुलिस 8 हजार पेज की चार्जशीट लेकर पहुंची कोर्ट
NewsClick UAPA case:दिल्ली की एक अदालत ने न्यूज़क्लिक के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ के खिलाफ जांच पूरी करने के लिए पुलिस को 10 और दिन का समय दिया था।
NewsClick UAPA Case: न्यूज पोर्टल न्यूजक्लि की मुश्किलें फिर बढ़ने वाली हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल जल्द ही इस न्यूज पोर्टल के खिलाफ दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने वाली है। टीम एक ट्रक के जरिए 8000 पेज की चार्जशीट कॉपी और संबंधित दस्तावेज कोर्ट लेकर पहुंची है। बता दें कि न्यूज पोर्टल न्यूजक्लि के ऊपर चीनी से पैसा लेकर प्रचार प्रसार करने के आरोप लगे हैं। इस मामले की जांच चल रही है।
ट्रक से कोर्ट में लाई गईं चार्जशीट
शनिवार को दिल्ली की स्पेशल टीम 8000 पेज की चार्जशीट कॉपी और संबंधित दस्तावेज एक ट्रक में लेकर कोर्ट पहुंची। पुलिस के मुताबिक, न्यूज पोर्टल के संपादकों, सह-संस्थापकों और कर्मचारियों को आरोप पत्र में नामित किया गया है। अमेरिका स्थित अरबपति नेविल रॉय सिंघम को भी आरोपी के रूप में नामित किया गया है।
लगे ये आरोप
न्यूज़क्लिक पर चीन समर्थक प्रचार प्रसार के लिए धन प्राप्त करने का आरोप लगाया गया। समाचार प्रकाशन पर आतंकवाद विरोधी कानून और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया। यह आरोप लगाया गया कि न्यूज़क्लिक ने चीनी संस्थाओं से 80 करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग प्राप्त की। पुलिस एफआईआर में इस बात का उल्लेख है कि चीन से यह पैसा न्यूजक्लि को भारत की संप्रभुता को बाधित करने" और देश के खिलाफ असंतोष पैदा करने के लिए प्राप्त हुआ।
जांच की रडार में ये लोग
इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने न्यूज़क्लिक के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ के खिलाफ जांच पूरी करने के लिए पुलिस को 10 और दिन का समय दिया था। वहीं, आरोपी से सरकारी गवाह बने न्यूज़क्लिक के एचआर विभाग के प्रमुख अमित चक्रवर्ती की न्यायिक हिरासत 10 दिन और बढ़ा दी गई।
FIR में इस बात हुआ जिक्र
पुलिस ने कहा कि एफआईआर में नामित संदिग्धों और डेटा के विश्लेषण के दौरान सामने आए लोगों के खिलाफ अक्टूबर 2023 में दिल्ली और सात अन्य राज्यों में 88 स्थानों पर छापे मारे गए। प्रबीर पुरकायस्थ पर यह भी आरोप है कि उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने के लिए पीपुल्स अलायंस फॉर डेमोक्रेसी एंड सेक्युलरिज्म (पीएडीएस) के साथ साजिश रची थी।