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West Bengal News: मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में एक दिन में नौ नवजात शिशुओं की मौत, घटना से मचा हड़कंप, जांच कमेटी का गठन

West Bengal News: शिशुओं की मौत के बाद मामले की जांच पड़ताल के लिए एक समिति का गठन किया गया है। इस घटना के बाद उन लोगों में घबराहट और चिंता फैल गई है जिनके बच्चे इस अस्पताल में भर्ती है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 8 Dec 2023 6:18 AM GMT
Nine newborn babies died in West Bengal
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Nine newborn babies died in West Bengal  (photo: social media )

West Bengal News: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में नवजात शिशुओं की ताबड़तोड़ मौतों से हड़कंप मच गया है। मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में पिछले 24 घंटे के दौरान नौ नवजात शिशुओं की मौत की खबर सामने आई है। मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू वार्ड में इन नवजात शिशुओं की मौत हुई है।

इन शिशुओं की मौत के बाद मामले की जांच पड़ताल के लिए एक समिति का गठन किया गया है। इस घटना के बाद उन लोगों में घबराहट और चिंता फैल गई है जिनके बच्चे इस अस्पताल में भर्ती है।

बच्चों के माता-पिता चिंतित और परेशान

घटना के संबंध में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि दस में से तीन बच्चों का जन्म मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में ही हुआ था जबकि अन्य बच्चों को दूसरी जगह से अच्छे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया था। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक दो साल के एक बच्चे का न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के कारण उनके अस्पताल में इलाज चल रहा था मगर इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई।

अस्पताल में भर्ती नवजात बच्चों की लगातार हो रही मौतों से लोगों में घबराहट फैल गई है। उन बच्चों के माता-पिता काफी चिंतित और परेशान नजर आ रहे हैं जिनके बच्चे मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं।

बच्चों के कुपोषण का शिकार होने का दावा

मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सह उप प्राचार्य अमित कुमार ने अस्पताल में नौ नवजात शिशुओं की मौत की बात स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि इस मामले की प्रारंभिक जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है और कमेटी ने शुरुआती रिपोर्ट भी सौंप दी है।

रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि मौत का शिकार होने वाले अधिकांश बच्चे कुपोषण का शिकार थे और एक बच्चे को दिल की गंभीर बीमारी थी। दिल की बीमारी वाले बच्चों के इलाज के लिए अस्पताल के पास बुनियादी ढांचा नहीं था। इसके साथ ही अस्पताल के डॉक्टरों को बच्चों की जान बचाने के लिए पूरा समय भी नहीं मिल सका।

केस बिगड़ने पर भेजा मेडिकल कॉलेज

अस्पताल से जुड़े हुए सूत्रों का कहना है कि जंगीपुर उपजिला अस्पताल के शिशु विभाग का इन दोनों नवीनीकरण का काम किया जा रहा है। इस कारण जंगीपुर इलाके के बीमार होने वाले बच्चों को बहरामपुर भेजा जा रहा है। बहरामपुर भेजे जाने वाले कई बच्चों का केस बिगड़ने की बात सामने आई है। केस बिगड़ने की स्थिति में इन बच्चों को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है।

कई बच्चों की हालत गंभीर हो जाने के कारण उन्हें बचा पाना मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के लिए संभव नहीं हो पा रहा है। मेडिकल कॉलेज की ओर से बनाई गई कमेटी की जांच रिपोर्ट पश्चिम बंगाल सरकार के स्वास्थ्य विभाग को भी भेजी गई है। इसके साथ ही पूरे मामले की गहराई से जांच पड़ताल भी की जा रही है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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