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Baba Bageshwar Dham: धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में उतरा निरंजनी अखाड़ा, आशुतोषानंद बोले-चमत्कार पर आश्चर्य की जरूरत नहीं
Baba Bageshwar Dham: निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी आशुतोषानंद गिरी ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का खुलकर समर्थन किया है। उ
Baba Bageshwar Dham: अखिल भारतीय संत समिति के बाद निरंजनी अखाड़ा भी बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समर्थन में खुलकर सामने आ गया है। निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी आशुतोषानंद गिरी ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का खुलकर समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि तंत्र शास्त्र हमारा वैदिक शास्त्र और तंत्र साधना में चमत्कार होते रहते हैं। इन चमत्कारों पर आश्चर्य की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने तंत्र साधना को पूरी तरह वैज्ञानिक बताते हुए कहा कि तंत्र साधना ऊर्जा की विद्या होती है।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों पूरे देश की मीडिया में चर्चा का विषय बने हुए हैं। सोशल मीडिया पर भी बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर की खूब चर्चाएं हो रही हैं। उन्हें लेकर संत समाज भी बंटा हुआ दिख रहा है। कुछ धर्माचार्य उनका समर्थन कर रहे हैं तो कुछ धर्माचार्य उनके चमत्कारों को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
दूसरों को आपत्ति जताने का हक नहीं
समर्थन और विरोध की लामबंदी के बीच निरंजनी अखाड़ा ने आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का खुलकर समर्थन किया है। अखाड़े के महामंडलेश्वर आशुतोषानंद गिरी ने कहा कि अगर किसी ने तंत्र साधना से सिद्धि हासिल की है और उसका समाज सेवा में इस्तेमाल कर रहा है तो इसमें दूसरे लोगों को आपत्ति जताने का कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कोई चमत्कारी बाबा नहीं हैं। वे चुनौती देकर कहते हैं कि कोई भी आकर उन्हें आजमा सकता है।
आचार्य धीरेंद्र कृष्ण के चमत्कारों को लेकर सवाल खड़ा करने वाले नागपुर के श्याम मानव पर भी स्वामी आशुतोषानंद ने हमला बोला। उन्होंने कहा कि श्याम मानव पहले अपना धर्म बताएं। उन्होंने कहा कि श्याम मानव को सनातन धर्म पर टिप्पणी का अधिकार किसने दिया है। निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर ने कहा कि श्याम मानव की संस्था अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की जांच करने के साथ ही उसका पंजीकरण रद्द किया जाना चाहिए। सच्चाई तो यह है कि आचार्य धीरेंद्र शास्त्री की बढ़ती लोकप्रियता के कारण कई ताकतें उनके खिलाफ साजिश रचने में जुटी हुई हैं।
संत समिति भी आचार्य शास्त्री के समर्थन में
निरंजनी अखाड़ा से पहले अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने भी बागेश्वर धाम सरकार का समर्थन किया था। उन्होंने काशी में बयान जारी करते हुए कहा कि आचार्य शास्त्री के खिलाफ की जा रही साजिश देश की सामाजिक, धार्मिक और सनातन हिंदू संस्कृति पर हमला है। विरोध के पीछे ईसाई मिशनरियों और इस्लामिक ताकतों का गठजोड़ है।
उन्होंने कहा कि आचार्य शास्त्री के दरबार में भक्तों का भारी हुजूम उमड़ रहा है और वे सनातन धर्म का प्रचार करने में जुटे हुए हैं। उनके दरबार के जरिए सनातन धर्म का वैभव निखर रहा है। उन्हें तंत्र, ज्योतिष और अन्य सारी विद्याओं के निष्णात गुरुओं का आशीर्वाद हासिल हो रहा है। इसी कारण सनातन धर्म के विरोधी उनके खिलाफ साजिश करने में जुटे हुए हैं।
आचार्य शास्त्री को लेकर सियासत गरमाई
आचार्य धीरेंद्र शास्त्री को लेकर सियासत भी गरमाई हुई है। जहां भाजपा के कुछ नेता खुलकर आचार्य शास्त्री के समर्थन में उतर आए हैं तो वहीं मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कई कांग्रेस नेताओं ने आचार्य शास्त्री को लेकर सवाल खड़े किए हैं। आचार्य शास्त्री का भी कहना है कि मौलानाओं और पादरियों को लेकर कभी सवाल नहीं खड़े किए गए मगर सनातन धर्म को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। आचार्य शास्त्री का कहना है कि वे जो कुछ भी करते हैं,वह चमत्कार नहीं बल्कि हनुमान जी महाराज की कृपा है।