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Ganga Vilas Cruise: PM Modi से Nitish Kumar ने फिर काटी कन्नी, गंगा विलास क्रूज के उद्घाटन से रहे दूर, तेजस्वी हुए शामिल
Ganga Vilas Cruise: नीतीश कुमार ने इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठकों में हिस्सा नहीं लिया था और अपनी जगह तेजस्वी यादव को इन बैठकों में हिस्सा लेने के लिए भेजा था।
Ganga Vilas Cruise: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दूरी बनाए रखने का सिलसिला जारी है। दुनिया के सबसे लंबे क्रूज गंगा विलास के उद्घाटन समारोह में आज नीतीश कुमार ने हिस्सा नहीं लिया। नीतीश कुमार की जगह इस कार्यक्रम में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शामिल हुए।
नीतीश कुमार ने इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठकों में हिस्सा नहीं लिया था और अपनी जगह तेजस्वी यादव को इन बैठकों में हिस्सा लेने के लिए भेजा था। भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है। पार्टी का कहना है कि भाजपा को धोखा देने का कारण नीतीश कुमार के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सामना करने की हिम्मत नहीं है।
नीतीश ने बनाई पीएम मोदी से दूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दुनिया के सबसे लंबे क्रूज गंगा विलास को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से रवाना किया। यह क्रूज आज वाराणसी से 51 दिनों की यात्रा पर रवाना हुआ है और इस दौरान यह क्रूज़ बिहार समेत देश के पांच राज्यों और बांग्लादेश से होकर गुजरेगा। क्रूज पर सवार विदेशी यात्रियों को देश के प्रमुख स्थलों का दौरा भी कराया जाएगा। इनमें बिहार के धरोहर स्थल भी शामिल हैं। गंगा विलास क्रूज के उद्घाटन समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी शामिल होना था मगर उन्होंने इस कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। नीतीश कुमार की अनुपस्थिति में राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बिहार का प्रतिनिधित्व किया।
इस मौके पर तेजस्वी यादव ने कहा कि गंगा गिलास क्रूज बिहार में सात स्थानों पर रुकेगा। इन स्थानों में बक्सर, छपरा, पटना, सिमरिया, मुंगेर, सुल्तानगंज और कहलगांव शामिल हैं। इस दौरान क्रूज पर सवार यात्रियों को बिहार की संस्कृति और इतिहास को जानने का बड़ा मौका मिलेगा। यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने और दिक्कतों को दूर करने के लिए हर जिले में एक-एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति भी की गई है।
भाजपा का साथ छोड़ने के बाद बदला रवैया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आज उद्घाटन समारोह में हिस्सा न लेने पर बिहार के सियासी हलकों में एक बार फिर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। नीतीश कुमार ने पिछले साल अगस्त महीने के दौरान एनडीए का साथ छोड़कर राजद से हाथ मिला लिया था। उन्होंने राजद के साथ मिलकर राज्य में नई सरकार बनाई है और इसके बाद से ही भाजपा की ओर से नीतीश कुमार पर लगातार हमले किए जा रहे हैअं। भाजपा का साथ छोड़ते हुए नीतीश कुमार का कहना था कि भाजपा जदयू को खत्म करने की साजिश में जुटी हुई थी। इसलिए अब वे भाजपा के साथ मिलकर नहीं रह सकते।
भाजपा का साथ छोड़ने के बाद नीतीश कुमार लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठकों से दूरी बनाकर चल रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने नमामि गंगे योजना को लेकर कोलकाता में हुई थी मोदी के बैठक में हिस्सा नहीं लिया था। जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर हुई मुख्यमंत्रियों की बैठक में भी नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए थे। पूर्वी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक के दौरान भी नीतीश नहीं पहुंचे थे और उस बैठक में भी तेजस्वी यादव ने बिहार का प्रतिनिधित्व किया था।
नीतीश के रवैए पर भाजपा हमलावर
दूसरी ओर भाजपा ने लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। पार्टी का कहना है कि भाजपा को धोखा देने के कारण नीतीश कुमार के भीतर पीएम मोदी का सामना करने की हिम्मत नहीं है। इसी कारण वे पीएम मोदी से मुंह चुरा रहे हैं। पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी का कहना है कि नीतीश कुमार भाजपा को धोखा देने के बाद प्रधानमंत्री का सामना करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। इसी कारण वे महत्वपूर्ण बैठकों में भी बिहार का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हैं।