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INDIA में टूट साफ...नीतीश, ममता और अखिलेश ने किया किनारा; कल गठबंधन की बैठक
INDIA Alliance Meeting: नीतीश कुमार की नामौजूदगी में बैठक में जदयू का प्रतिनिधित्व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा करेंगे।
INDIA Alliance meeting: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की कल होने वाली महत्वपूर्ण बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हिस्सा नहीं लेंगे। नीतीश कुमार अस्वस्थ होने के कारण बैठक में हिस्सा लेने के लिए राजधानी दिल्ली नहीं जाएंगे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली नहीं पहुंचेंगी। समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के भी इस बैठक में हिस्सा नहीं लेने की संभावना है।
नीतीश कुमार की नामौजूदगी में बैठक में जदयू का प्रतिनिधित्व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा करेंगे। राजद की ओर से पार्टी के मुखिया लालू प्रसाद यादव और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी इस बैठक में शामिल होंगे। पांच राज्यों में हाल में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। माना जा रहा है कि अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बैठक में विपक्ष की रणनीति तैयार की जाएगी।
कांग्रेस की करारी हार के बाद बैठक
हाल में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को मध्य प्रदेश,राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बड़ा झटका लगा है। तीनों राज्यों में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। चुनाव जीतने के बाद बीजेपी इन तीनों राज्यों में नई सरकार बनाने की कवायद में जुटी हुई है।
ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कल विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की अहम बैठक बुलाई है। जानकारों के मुताबिक इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए नीतीश कुमार दिल्ली नहीं पहुंचेंगे। हालांकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह जरूर इस बैठक में हिस्सा लेंगे।
ममता भी नहीं लेंगी बैठक में हिस्सा
ममता बनर्जी पहले ही इस बैठक में हिस्सा लेने से इनकार कर चुकी हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी का कहना है कि उनकी पार्टी को इस बैठक के बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि ममता का 6 दिसंबर को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम है और इस कार्यक्रम में व्यस्त रहने के कारण वे बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली नहीं जाएंगी।
समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के भी बैठक में हिस्सा लेने पर सस्पेंस बना हुआ है। सपा सूत्रों के मुताबिक अखिलेश की जगह रामगोपाल यादव इस बैठक में हिस्सा ले सकते हैं।
विपक्ष की बैठक क्यों है महत्वपूर्ण
खड़गे के बुलावे पर कल हो रही इंडिया गठबंधन की बैठक को सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। तीन राज्यों में कांग्रेस की करारी हार के बाद सहयोगी दलों की ओर से कांग्रेस पर निशाना साधा जा रहा है। यह अभी कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान दूसरे विपक्षी दलों को कोई तरजीह नहीं दी।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन नहीं हो सका था और इस कारण सपा ने 69 विधानसभा सीटों पर अलग चुनाव लड़ा था। सीटों को लेकर तालमेल न हो अपने पर दोनों दलों के बीच तीखी बयानबाजी भी हुई थी। माना जा रहा है कि बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा की जा सकती है।
नीतीश कुमार को चेहरा बनाए जाने की मांग
इस बीच तीन राज्यों में कांग्रेस की करारी हार के बाद विपक्षी दलों ने कांग्रेस पर दबाव बढ़ना शुरू कर दिया है। जदयू की ओर से नीतीश कुमार को विपक्ष का चेहरा बनाने की मांग की गई है। जदयू नेता निखिल मंडल ने कहा कि अब विपक्षी गठबंधन को नीतीश कुमार के अनुसार चलना चाहिए और नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन की अगुवाई करने में पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ इस लड़ाई में नीतीश कुमार को विपक्ष का चेहरा बनाया जाना चाहिए।
विपक्ष के गठबंधन के सपने को साकार करने में नीतीश कुमार ने बड़ी भूमिका निभाई है और उनकी पहल पर ही विपक्षी दलों के नेताओं की पहली बैठक पटना में हुई थी। हालांकि पिछले तीन महीने के दौरान विपक्षी गठबंधन की एक भी बैठक नहीं हो सकी है और इसे लेकर सवाल भी उठाए जाते रहे हैं। अब सबकी निगाहें कल होने वाली बैठक पर लगी हुई हैं।