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Kailash Gehlot ही नहीं Delhi चुनाव से पहले इन बड़े नेताओं ने भी छोड़ा ‘AAP’ का साथ
Kailash Gahlot Resigns: कैलाश गहलोत आम आदमी पार्टी के कोई पहले नेता नहीं हैं। जिन्होंने ‘आप’ का दामन छोड़ा हो। इससे पहले दिल्ली में पिछले चुनाव से लेकर अब तक पूर्व मंत्री समेत कई नेता आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं।
Kailash Gehlot Resigned From AAP: दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी में लगातार झटके ही लग रहे हैं। बीते रविवार को दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री और अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी कैलाश गहलोत ने इस्तीफा दे दिया है। कैलाश गहलोत ने मंत्री पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया। उन्होंने इस्तीफा देने के साथ ही पार्टी और सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। लेकिन कैलाश गहलोत आम आदमी पार्टी के कोई पहले नेता नहीं हैं। जिन्होंने ‘आप’ का दामन छोड़ा हो। इससे पहले दिल्ली में पिछले चुनाव से लेकर अब तक पूर्व मंत्री समेत कई नेता आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं। आइए जानते हैं ऐसे नेताओं के बारे में।
कैलाश गहलोत
कैलाश गहलोत आम आदमी पार्टी के पुराने नेताओं में से एक हैं। लेकिन बीते रविवार को दिल्ली सरकार में मंत्री रहे कैलाष गहलोत ने आम आदमी पार्टी को अलविदा कर दिया। साल 2015 में कैलाश गहलोत आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। इसी साल उन्होंने दिल्ली के नफजगढ़ सीट से वह चुनाव मैदान में उतरे और जीत हासिल की। साल 2020 में जीत के क्रम को दोहराते हुए कैलाश गहलोत ने भाजपा के अजित सिंह खरखरी पटखनी दी थी।
वह आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के करीबी नेताओं और दिल्ली सरकार के ताकतवर मंत्रियों में शामिल रहे। कैलाश गहलोत ने परिवहन विभाग, वित्त समेत कई अहम विभागों की जिम्मेदारी संभाली। मनीष सिसोदिया के जेल जाने पर 2023-24 के लिए कैलाश गहलोत ने ही दिल्ली सरकार का बजट पेश किया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद कैलाश गहलोत का नाम भी सीएम के लिए रेस में चल रहा था। हालांकि अतिशी को मुख्यमंत्री बनाया गया। लेकिन अब कैलाश गहलोत ने पार्टी और पद दोनों से इस्तीफा दे दिया है। आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद कैलाश गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
राजेंद्र पाल गौतम
कैलाश गहलोत से पहले अरविंद केजरीवाल के एक और करीबी राजेंद्र पाल गौतम ने कुछ माह पहले आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ दिया। राजेंद्र पाल गौतम दिल्ली सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। उन्होंने बीते सितंबर माह में आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। राजेंद्र पाल गौतम ने इस्तीफे से अरविंद केजरीवाल को तगड़ा झटका लगा था। क्योंकि श्री गौतम पार्टी के बड़े दलित चेहरों में से एक थे। वह साल 2020 के विधानसभा चुनाव में सीमापुरी सीट से विधायक चुने गये थे। आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद राजेंद्र पाल गौतम कांग्रेस में शामिल हो गये थे।
राजकुमार आनंद
लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को तब झटका लगा था जब दिल्ली सरकार में मंत्री रह चुके राजकुमार आनंद ने भी पार्टी का दामन छोड़ दिया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल में रहने के दौरान हीं राजकुमार आनंद ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। पार्टी और पद छोड़ने के बाद राजकुमार आनंद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये थे। राजकुमार आनंद भी पार्टी के बड़े दलित चेहरे थे। दिल्ली में दलित आम आदमी पार्टी के कोर वोटर माने जाते हैं। राजकुमार आनंद और राजेंद्र पाल गौतम के इस्तीफे से आम आदमी पार्टी के दलित वोट छिटक गये हैं।
करतार सिंह तंवर
करतार सिंह तंवर ने भी कुछ माह पहले ही आम आदमी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये। साल 2020 में दिल्ली में विधानसभा चुनाव के दौरान करतार सिंह तंवर छतरपुर सीट से जीते थे। करतार सिंह तंवर को दल-बदल कानून के तहत विधानसभा स्पीकर ने विधानसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहरा दिया था।
बागी तेवर दिखा रहीं स्वाति मालीवाल
आम आदमी पार्टी के इन बड़े नेताओं के अलावा दिल्ली महिला आयोग की चेयरमैन रह चुकीं स्वाति मालिवाल भी अरविंद केजरीवाल और पार्टी के बागी तेवर दिखा रही हैं। तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल से बेल पर बाहर आने के बाद राज्यसभा सदस्य स्वाति मालिवाल सीएम हाउस पहुंची थीं जहां कथित तौर पर मारपीट की घटना हुई थी। इसके घटना के बाद से ही स्वाति लगातार केजरीवाल और पार्टी के खिलाफ लगातार बगावती तेवर अख्तियार किये हुए हैं।