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Covid-19 Vaccination: दूसरे और बूस्टर डोज का अंतराल होगा कम, 9 से घटाकर 6 माह किया जाएगा

Covid-19 Vaccination: कोरोना के नए मामलों में आए उछाल के आंकड़ों के बीच NTAGI ने दूसरी और एहतियाती खुराक के बीच के अंतराल को मौजूदा 9 से घटाकर छह माह करने तक पर सहमति जताई है।

Krishna Chaudhary
Published on: 16 Jun 2022 11:15 PM IST
NTAGI members agree to reduce the interval of booster dose, will recommend reducing it from 9 to 6 months
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बुस्टर डोज के अंतराल को कम रहने पर सहमत NTAGI के मेंबर: Photo - Social Media

Covid-19 Vaccination: देश में एकबार फिर कोरोना (Coronavirus New Cases) के नए मामलों में आए उछाल के आंकड़ों के बीच NTAGI ने दूसरी और एहतियाती खुराक के बीच के अंतराल को मौजूदा 9 से घटाकर छह माह करने तक पर सहमति जताई है। आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आई है। इसके लिए जल्द ही हेल्थ मिनिस्ट्री को सिफारिश की जाएगी।

वैक्सीनेशन पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) की स्थायी तकनीकी उप –समिति (एसटीएससी) ने गुरूवार को क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज द्वारा किए एक अध्ययन की निष्कर्षों की समीक्षा, जिसमें एहतियात के तौर इस्तेमाल किए जाने वाले प्राथमिक टीकाकरण के लिए एक अलग से कोविड वैक्सीन के डोज की अनुमति दी गई थी।

दूसरी खुराक लेने के लिए नौ माह के बाद, बुस्टर डोज

पैनल के सदस्यों को बूस्टर शॉट्स के लिए परिणामों में एकरूपता की कमी मिली। एनटीएजीआई के सदस्यों ने कहा कि इसके लिए फिलहाल कोई अनुशंसा नहीं की जा सकती है। बता दें कि वर्तमान में 18 साल से अधिक के वे सभी लोग जिन्होंने दूसरी खुराक लेने के लिए नौ माह पूरे कर लिए, बुस्टर डोज (booster dose) के पात्र हैं।

इसके अलावा पैनल ने 6-12 आयु वर्ग के बच्चे के लिए कोवैक्सीन और कॉर्बेवैक्स के टीकों की समीक्षा भी की। आधिकारिक सूत्र ने कहा, सदस्यों ने कहा कि बच्चों में कोविड के बोझ और मृत्यु के आंकड़े इतने मजबूत नहीं हैं कि 12 साल के कम आयु के बच्चों का टीकाकरण करने का निर्णय ले सकें।

मंकीपॉक्स पर भी हुई चर्चा (Monkeypox also discussed)

दुनिया में लगातार मंकीपॉक्स (monkeypox) के बढ़ रहे खतरे को देखते हुए एनटीएजीआई की बैठक में भी इस पर चर्चा की गई। सूत्र के मुताबिक, बैठक में मंकीपॉक्स के खतरे और टीकारकरण पर चर्चा की गई। सदस्यों का मानना था कि अभी इसकी कड़ी निगरानी की जरूरत है। देश में अब तक मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन यूरोपीय देशों और अमेरिका मे रोज इसके नए मामले सामने आ रहे हैं।



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Shashi kant gautam

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