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20 मई को मचेगी तबाह, तेजी से बढ़ रहा भयंकर तूफान

ऐसी संभावना जताई गई है कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान 'अम्फान' के अगले 12 घंटों के अंदर एक गंभीर चक्रवाती तूफान (Cyclonic storm) में बदल सकता है।

Shreya
Published on: 17 May 2020 8:30 AM GMT
20 मई को मचेगी तबाह,  तेजी से बढ़ रहा भयंकर तूफान
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नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच देश को एक और संकट से तैयार रहना है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान 'अम्फान' के अगले 12 घंटों के अंदर एक गंभीर चक्रवाती तूफान (Cyclonic storm) में बदल सकता है। साथ ही ऐसा भी कहा जा रहा है कि यह तूफान के सोमवार सुबह तक बेहद गंभीर तूफान वाली श्रेणी में आ सकता है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा इस बात की जानकारी दी गई है।

उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा तूफान

दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में आया तूफान 'अम्फान' पिछले 6 घंटों से उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। इसमें रविवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे, इसमें काफी तेजी देखी गई। अम्फान ओडिशा के दक्षिण पारादीप से 990 किलोमीटर, पश्चिम बंगाल के दक्षिण-दक्षिण पश्चिम दीघा से 1140 किमी और बांग्लादेश के दक्षिण- दक्षिण पश्चिम से करीब 1260 किमी दूरी पर है। IMD के मुताबिक, ये तूफान अगले 12 घंटों के दौरान एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है।

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20 मई को चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका

साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि यह अगले 24 घंटों के अंदर उत्तर की ओर बढ़ सकता है। फिर ये उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ जाएगा। जिसके बाद इस तूफान के 20 मई की दोपहर या शाम तक पश्चिम बंगाल में सागर द्वीप समूह और बांग्लादेश के हतिया द्वीप समूह के बीच एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना जताई गई है।

मौसम विभाग ने किया अलर्ट

मौसम विभाग का कहना है कि 17 मई को यह चक्रवात गाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तट की तरफ बढ़ेगा। ऐसे में 18 मई को ये एक गंभीर चक्रवाती तूफ़ान के रूप में बदल में सकता है। ऐसे में मौसम विभाग ने पहले से ही लोगों को सचेत करना शुरू कर दिया है।

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मछुआरों को दी गई ये सलाह

जिसके चलते मौसम विभाग ने मछुआरो को 18-20 तारिख के बीच ओडिशा और बंगाल के तटों से समंदर किनारे ना जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार इस तूफ़ान के दौरान 115 किलोमीटर/घंटा की रफ़्तार से हवाएं चल सकती हैं। ऐसे में मौसम विभाग ने ओडिशा के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान भी बताया है। जिसके चलते मछुआरों को समुन्दर किनारे न जाने की सलाह दी है।

चक्रवात की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (NCMC) की बैठक हुई। NCMC ने शनिवार को चक्रवात की तैयारियों की समीक्षा करने और पश्चिम बंगाल और ओडिशा को तुरंत मदद देने का निर्देश दिया।

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ओडिशा सरकार भी है पूरी तरह तैयार

वहीं ओडिशा सरकार ने भी चक्रवात की पूरी तैयारियां कर ली हैं। वहीं ओडिशा सरकार ने चक्रवाती तूफ़ान के की संभावना को देखते हुए केंद्र सरकार से ओडिशा राज्य की ओर से होकर गुजरने वाली ट्रेनों को स्थगित करने को कहा है। ओडिशा सरकार ने राज्य के तटीय इलाकों से होकर गुजरने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को 3-4 दिन के लिए निलंबित करने की मांग की है।

17 से 20 मई तक ओडिशा में रहेगा तूफान

राज्य सरकार ने लोगों को आश्वस्त किया कि वह किसी भी तरह की जनहानि नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने चक्रवाती तूफान से राज्य में किसी भी तरह की जनहानि नहीं होने देने को सुनिश्चित करने का लक्ष्य निर्धारित किया। उन्होंने चक्रवात को लेकर राज्य की तैयारियों का जायजा लिया। मौसम विभाग का कहना है कि यह तूफान 17 से 20 मई तक ओडिशा में रहेगा।

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