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Kashmir Conflict: कौन हैं OIC महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा, जिन्होंने किया है PoK का दौरा

Kashmir Conflict: OIC के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा के पीओके के दौरे ने कश्मीर विवाद को गरमा दिया है। ओआईसी महासचिव के अपने पीओके दौरे के क्रम में कुछ ऐसी ही टिप्पणियां की, जिसपर भारत ने सख्त प्रतिक्रिया दी है।

Krishna Chaudhary
Published on: 13 Dec 2022 4:20 PM IST (Updated on: 13 Dec 2022 4:55 PM IST)
Kashmir Conflict
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Kashmir Conflict (Social Media)

Kashmir Conflict: इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गनेजाइशेन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा के पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के दौरे ने कश्मीर विवाद को गरमा दिया है। ओआईसी महासचिव के अपने पीओके दौरे के क्रम में कुछ ऐसी ही टिप्पणियां की, जिसपर भारत ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, भारत के आंतरिक मसलों में किसी तरह का हस्तक्षेप करने का OIC और उसके महासचिव का प्रयास पूरी तरह अस्वीकार्य है। ओआईसी का जम्मू कश्मीर से जुड़े मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है।

बागची ने कहा कि ओआईसी पहले ही अपनी विश्वसनीयता खो चुका है। वह कई मुद्दों पर लगातार सांप्रदायिक, एकतरफा और तथ्यात्मक रूप से झूठे पक्ष लेता रहा है। इसके महासचिव दुर्भाग्यपूर्ण रूप से पाकिस्तान के प्रवक्ता बन कर रह गए हैं।

ओआईसी महासचिव ब्राहिम ताहा 10 से 12 दिसबंर तक पाकिस्तान के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने पीओके का भी दौरा किया और कश्मीर को लेकर भी टिप्पणी की थी।

OIC महासचिव के किस बयान पर मचा है बवाल

रविवार 11 दिसंबर को OIC महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा ने पीओके स्थित राष्ट्रपति आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि कश्मीर विवाद का जल्द से जल्द हल निकालने के लिए अन्य देशों को साथ आने के लिए कह रहे हैं।

हम पाकिस्तान समेत अन्य देशों के साथ इस विषय पर खाका तैयार कर रहे हैं। ताहा ने कहा कि यह एक कूटनीतिक मुद्दा है, जिसकी चर्चा सड़क पर खड़े होकर नहीं की जा सकती है।

जिस दौरान OIC महासचिव ये बातें बोल रहे थे, तब उनके बगल में पाक प्रशासित कश्मीर के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कश्मीर मामलों पर पाक पीएम नवाज शरीफ के सलाहाकर भी मौजूद थे।

कौन हैं OIC महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा

अफ्रीकी देश रिपब्लिक ऑफ चाड के रहने वाले हिसेन ब्राहिम ताहा ने पिछले साल यानी नवंबर 2021 में ओआईसी महासचिव का पदभार संभाला था। उनका कार्यकाल पांच वर्षों का है।

OIC की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, ताहा एक चाडियन राजनयिक हैं, जिन्होंने अपने देश में कई पदों पर कार्य किया है, जिसमें विदेश मामलों के मंत्री, अफ्रीकी एकीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री, चाड के राष्ट्रपति के सहायक उप महासचिव, राष्ट्रपति के राजनयिक सलाहकार शामिल हैं।

इसके अलावा वह ताइवान, फ्रांस, पुर्तगाल, ग्रीस एवं स्पेन के राजदूत भी रह चुके हैं। उन्होंने सऊदी अरब में चाड गणराज्य के दूतावास में एक वरिष्ठ सलाहकार के रूप में भी काम किया है।

हिसेन ब्राहिम ताहा अपने देश में एक सम्मानित व्यक्ति हैं। OIC के 12वें महासचिव ताहा को विभिन्न भाषाओं मसलन अरबी, अंग्रेजी और फ्रेंच का ज्ञान है। उन्हें चाड रिपब्लिक की सरकार नेशनल ऑर्डर ऑफ चाड (नाइट) से सम्मानित कर चुकी है।

क्या है OIC

ऑर्गनेजाइशेन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) दुनिया के 57 मुस्लिम बहुल देशों का एक संगठन है। इसका मुख्यालय सऊदी अरब के जेद्दाह शहर में है। इस संगठन में केवल इस्लामिक देशों को ही एंट्री मिल सकती है।

इस संगठन का मकसद वैश्विक स्तर पर मुसलमानों की सुरक्षा करना है। यह संगठन अपने भारत विरोधी बयानों के लिए कुख्यात रहा है। अक्टूबर 2022 में ओआईसी ने भारत सरकार से जम्मू कश्मीर में धारा 370 को फिर से बहाल करने की मांग कर दी थी।



Durgesh Sharma

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