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OP Rajbhar Nitish Kumar: नीतीश के साथ ओमप्रकाश राजभर ने साझा किया मंच, जानिये इस बड़ घटनाक्रम के मायने
OP Rajbhar Nitish Kumar: ओम प्रकाश राजभर की नजर बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर है। वह उत्तर प्रदेश के बाद बिहार में अपनी राजनीतिक ताकत को दिखाना चाहते हैं। इसलिए वह बिहार में लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
OP Rajbhar Nitish Kumar: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी यानी सुभासपा के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ चुनावी मंच साझा कर के सबको चौंका दिया है। खास बात यह है कि इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व कई नेता भी उपस्थित थे। विश्लेषकों की नजर में यह बड़ा घटनाक्रम है। दरअसल ओम प्रकाश राजभर की नजर बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर है। वह उत्तर प्रदेश के बाद बिहार में अपनी राजनीतिक ताकत को दिखाना चाहते हैं। इसलिए वह बिहार में लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। पार्टी की 22वें स्थापना दिवस को भी उन्होंने बिहार में ही मनाया था।
दरअसल ओमप्रकाश राजभर बिहार में राजभर, रजवार, राजवंशी और राजघोष जैसी बिरादरी के लोगों को अपना टारगेट बनाए हुए हैं। वह बार-बार इस बात को कहते रहे हैं कि बिहार में इन बिरादरी के लोगों के लिए अपनी कोई पार्टी नहीं है, जिसके कारण बिहार की राजनीति में उनकी कोई हिस्सेदारी नहीं है। वह इन जातियों पर ही अपनी फोकस बनाए हुए हैं।
बिहार में राजभर की रणनीति
ओमप्रकाश राजभर अगर अपनी रणनीति में कामयाब हो जाते हैं तो वह समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी दोनों से ही आगे निकल जाएंगे। क्योंकि तमाम कोशिशों के बाद भी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी बिहार में अपनी पकड़ नहीं बन पाई हैं।
इसलिए राजभर का नीतीश के साथ मंच साझा करना बिहार में राजनीति की दृष्टि से बड़ा घटनाक्रम माना जा रहा है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी बिहार में एनडीए के खिलाफ चुनाव लड़ती रहती रही है। यह पहला अवसर है, जब राजग नेता नीतीश कुमार के साथ राजभर ने चुनावी सभा की है। इसे बिहार की राजनीति में राजभर की एंट्री के रूप में भी देखा जा रहा है। विधानसभा उपचुनाव के लिए रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से एनडीए के प्रत्याशी अशोक कुमार सिंह के समर्थन में इस सभा का आयोजन किया गया था।
इस जनसभा में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मोतिहारी से सांसद राधा मोहन सिंह, बिहार बीजेपी के प्रदेश महामंत्री मिथिलेश तिवारी, पूर्व मंत्री रामप्रीत पासवान के साथ हिस्सा लिया। तो नीतीश कुमार के साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, बिहार सरकार के वरिष्ठ मंत्री विजय चौधरी भी शामिल रहे। अशोक कुमार सिंह भाजपा अपने दावेदारी को पेश कर रहे हैं।
क्या कहते हैं राजनीतिक विशेषज्ञ
जानकारों के मुताबिक 2020 में भी बिहार में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने अपनी राजनीतिक ताकत को दिखाया था। तब ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट का गठन किया गया था, जिसमें देवेंद्र यादव की समाजवादी जनता दल, ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, असदुद्दीन ओवैसी की एआइएमआइएम, मायावती की बहुजन समाज पार्टी, तत्कालीन राष्ट्रीय लोक समता पार्टी भी इस गठबंधन में शामिल थे।
सुभासपा के के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा का कहना है कि ओमप्रकाश राजभर 2017 से लेकर 2019 तक उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री थे, इस लिहाज से उन्होंने गठबंधन धर्म का पालन किया था, लेकिन जब 2020 में उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी की राह बीजेपी से अलग हुई तो सुभासपा गठबंधन का साथी बनकर बिहार में विधानसभा का चुनाव लड़ा था।