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Jammu Kashmir : 'लाठी न लहराएं', सीएम बनने के बाद उमर अब्दुल्ला ने पुलिस को दिया पहला निर्देश
Jammu Kashmir : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद उमर अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश की पुलिस को वीआईपी की आवाजाही के दौरान सार्वजनिक असुविधा को कम करने का निर्देश दिया।
Jammu Kashmir : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद उमर अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश की पुलिस को वीआईपी की आवाजाही के दौरान सार्वजनिक असुविधा को कम करने का निर्देश दिया। उन्होंने पुलिस को दिए अपने पहले निर्देश में कहा कि जब वह सड़क से गुजरें तो उन्हें लाठी लहराने और आक्रामक हाव-भाव से बचना चाहिए।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, मैंने जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक से बात की है कि जब मैं सड़क मार्ग से जाऊँ तो कोई 'ग्रीन कॉरिडोर' या यातायात अवरोध न हो। मैंने उन्हें निर्देश दिया है कि सायरन का उपयोग कम से कम किया जाए, ताकि लोगों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि पुलिस को लाठी लहराने या आक्रामक हाव-भाव का उपयोग नहीं करना चाहिए। मैं अपने कैबिनेट सहयोगियों से भी यही उदाहरण अपनाने के लिए कहा है। हमारा आचरण लोगों के अनुकूल होना चाहिए। हम यहां लोगों की सेवा करने के लिए हैं, उन्हें असुविधा पहुंचाने के लिए नहीं है।
वहीं, प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर उमर अब्दुल्ला को बधाई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर की प्रगति के लिए उनके और उनकी टीम के साथ मिलकर काम करेगा।
बता दें कि श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (SKICC) में एलजी मनोज सक्सेना ने उमर अब्दुल्ला और उनके मंत्रिपरिषद को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण से पहले उमर ने कहा कि वह केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं। मेरे पास कुछ विशिष्टताएं हैं। मैं छह साल का कार्यकाल पूरा करने वाला आखिरी मुख्यमंत्री था। अब मैं केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का पहला मुख्यमंत्री बनूंगा। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश का सीएम होना बिल्कुल अलग मामला है। इसमें अपनी चुनौतियां हैं। मुझे उम्मीद है कि केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा अस्थायी होगा। हम लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं।
वहीं, मेंढर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक जावेद अहमद राणा, रफियाबाद से जाविद अहमद डार, डीएच पोरा से सकीना इटू और सुरिंदर कुमार चौधरी को एलजी सिन्हा ने अब्दुल्ला की कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई।
बता दें कि विधानसभा चुनाव में उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटें जीती हैं।