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Online App Fraud: चाइनीज शेल कंपनियों को खोलने वाला सरगना गिरफ्तार, देश छोड़ने की कर रहा था तैयारी
Online App Fraud: डॉर्टसे के अन्य ठिकानों पर भी छापा पड़ा। इसमें बेंगलुरू स्थित फिनिटी प्राइवेट लिमिटेड और हैदराबाद स्थित हसीज कंसल्टिंग लिमिटेड शामिल है।
Online App Fraud: ऑनलाइन ऐप के जरिए लोन प्रदान करने वाली कंपनियों के विरूद्ध शिकंजा कसता जा रहा है। देश में फैले ऐसी फर्जी कंपनियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए कॉरपोरेट मंत्रालय के तहत काम करने वाली गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) ने बड़ी कार्रवाई की है। शनिवार को SFIO ने जिलियन कंसल्टेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक डॉर्टसे को गिरफ्तार किया है। आरोपी डॉर्टसे को देश में चीनी लिंक वाली फर्जी कंपनियों को चलाने और कंपनी के बोर्ड में डमी निदेशक नियुक्त करने का मास्टरमाइंड माना जाता है।
डॉर्टसे के अन्य ठिकानों पर भी छापा पड़ा। इसमें बेंगलुरू स्थित फिनिटी प्राइवेट लिमिटेड और हैदराबाद स्थित हसीज कंसल्टिंग लिमिटेड शामिल है। वो लंबे समय से कॉरपोरेट मंत्रालय के रडार पर था। मंत्रालय के मुताबिक, डमी निदेशकों की नियुक्ति के अलावा उसपर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है। इस मामले में एक और चीनी शख्स वान जुन अलीना पर भी मामला दर्ज किया गया है। वान फिलहाल चीन में है।
देश छोड़ने की तैयारी में था डॉर्टसे
शातिर डॉर्टसे को इस बात की भनक लग गई थी कि वह अब जांच एजेंसियों के रडार पर आ गया है। इसके बाद वह दिल्ली से भागकर बिहार के गया पहुंच गया। यहां से वह सड़क मार्ग से भारत छोड़ने की फिराक में था। इसकी भनक SFIO को लग चुकी थी। SFIO ने फौरन एक विशेष दल का गठन कर उसे दबोचने के लिए बिहार भेजा। तीन दिन तक चली छापेमारी और कार्रवाई के बाद कल यानी शनिवार 10 सितंबर 2022 को उसे गया से गिरफ्तार कर लिया गया। डॉर्टसे को बाद में क्षेत्राधिकार अदालत में पेश किया गया था और फिर उसकी ट्रांजिट रिमांड के आदेश प्राप्त किए गए।
बता दें कि कॉरपोरेट मंत्रालय ने इस साल अप्रैल में पूरे देश में ऐसी कंपनियों के खिलाफ 700 मामले दर्ज किए थे। ये वे कंपनियां हैं जिनके डायरेक्टर और प्रमोटर चीनी नागरिक हैं।