दिल्लीः मासूमों से इतना 'गंदा धंधा', पीड़िता की दास्तां सुनकर रह जाएंगे हैरान

ड़कियों को पांच सितारा होटलों से लेकर एस्कॉर्ट सर्विस तक के लिए भेजा जाता था। इसके लिए गैंग 150 से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप पर सक्रिय था। व्हाट्सएप से ग्राहकों की पहचान कर उनको भारी रकम लेकर सुविधा मुहैया कराते थे।

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Published on: 19 March 2021 6:25 AM GMT
दिल्लीः मासूमों से इतना गंदा धंधा, पीड़िता की दास्तां सुनकर रह जाएंगे हैरान
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दिल्लीः मासूमों से कराया जाता था 'गंदा धंधा', पीड़िता की दास्तां सुनकर पुलिस भी हैरान

नई दिल्ली: देश की राजधानी में एक ऑनलाइन सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। दिल्ली पुलिस ने एक 12 साल की गुमशुदा बच्ची की तलाश के दौरान बड़ा खुलासा कर दिया है। इस जांच के दौरान पुलिस को एक बड़े 'सेक्स रैकेट' का पता चला है। इस गिरोह से जुड़े लोग लड़कियों को अगवा करवाकर उनको देहव्यापार के धंधे में धकेल देते थे।

150 से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप सक्रिय

यहां तक कि लड़कियों को पांच सितारा होटलों से लेकर एस्कॉर्ट सर्विस तक के लिए भेजा जाता था। इसके लिए गैंग 150 से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप पर सक्रिय था। व्हाट्सएप से ग्राहकों की पहचान कर उनको भारी रकम लेकर सुविधा मुहैया कराते थे। राजौरी गार्डन थाना पुलिस ने गैंग की दो महिला समेत चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

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पुलिस के मुताबिक, आरोपियों की पहचान मजनू का टीला निवासी 35 वर्षीय संजय राजपूत, यूपी के मुरादाबाद निवासी 21 वर्षीय अंशू शर्मा, मुजफ्फरनगर निवासी 24 वर्षीय सपना गोयल और मजनू का टीला निवासी 28 वर्षीय कनिका रॉय के तौर पर हुई है। पुलिस इस मामले में और भी जांच कर रही है कि आखिर अन्य किन लड़कियों और महिलाओं को इस रैकेट में जबरन शामिल कराया गया है।

ऐसे हुआ खुलासा

दरअसल, दिल्ली के कापसहेड़ा के रहने वाली लड़की के पिता ने 22 जनवरी को अपनी 12 साल की बेटी के अगवा किए जाने की शिकायत थाने में की थी। राजौरी गार्डन थाने में तैनात एएसआई विनती प्रसाद के नेतृत्व में टीम ने परिवार के परिचितों, जानकारों, रिश्तेदारों और संभावित ठिकानों पर छानबीन की। सीसीटीवी कैमरों, स्थानीय स्तर पर जांच के साथ सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी।

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पुलिस ने कई लोगों से पुलिस ने पूछताछ की और फिर जानकारी मिली कि देह व्यापार से जुड़े गिरोह ने उसका अपहरण किया है। इसके बाद पुलिस ने डोर-टू-डोर कैंपेन चला कर और अधिक जानकारी इकट्ठा की। दो महीने की कड़ी मेहनत के बाद पुलिस को बच्ची के स्थान के बारे में जानकारी मिल गई। इसके बाद मजनू के टीले के पास पुलिस ने छापेमारी की। यहीं पर पांच आरोपियों को पकड़ा गया। साथ ही उस बच्ची को भी रिहा करा लिया गया जिसका अपहरण किया गया था।

अपहरण के बाद मनाया जन्मदिन

नाबालिग ने बताया कि घटना वाले दिन वह घर से पड़ोस के दुकान पर चिप्स का पैकेट लेने गई थी। जहां दो लोगों ने उसे अगवा कर लिया। आरोपी उसे अपने घर ले गए। जहां उसका जन्मदिन भी मनाया और उसे केक खाने के लिए दिया। केक खाते ही लड़की बेहोश हो गई। उसके बाद आरोपियों ने उसे मजनू का टीला इलाके में संजय, अंशु शर्मा, सपना गोयल और कनिका रॉय के हवाले कर दिया। चारों आरोपी उसे प्रताड़ित करते थे और जबरदस्ती नशीली गोलियां देकर उससे देहव्यापार करवाया जाता था।

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