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Indian Railways New Rules: रेलवे स्टेशनों पर होगी सख्ती - सिर्फ कन्फर्म रिजर्वेशन वाले लोग ही प्लेटफार्म पर जा सकेंगे
Indian Railways New Rules: रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण पर चर्चा के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय बैठक जिसमें यात्रियों की सुरक्षा और स्टेशन प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
रेलवे स्टेशनों पर सिर्फ कन्फर्म रिजर्वेशन वाले लोग ही प्लेटफार्म पर जा सकेंगे (Photo- Social Media)
Indian Railways News: रेलवे स्टेशनों पर बेतहाशा भीड़, बिना टिकट यात्रा और रिज़र्व डिब्बों में फालतू के यात्री – इस समस्याओं से निपटने के लिए भारतीय रेलवे ने अब कुछ करने की सोची है और इसके तहत ज्यादा भीड़ वाले 60 स्टेशनों पर क्राउड कंट्रोल के नए उपाय लागू कने का फैसला किया है।
एक आधिकारिक घोषणा के अनुसार, रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण पर चर्चा के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय बैठक जिसमें यात्रियों की सुरक्षा और स्टेशन प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इन फैसलों में स्टेशनों के बाहर वेटिंग एरिया, चौड़े फुट-ओवर-ब्रिज, बेहतर कोआर्डिनेशन के लिए वॉर-रूम की स्थापना आदि शामिल हैं।
स्थायी वेटिंग एरिया
2024 के त्यौहारी सीजन के दौरान, सूरत उधना, पटना और नई दिल्ली में स्टेशनों के बाहर अस्थायी प्रतीक्षा क्षेत्र बनाए गए थे। महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयाग में नौ स्टेशनों पर इसी तरह की व्यवस्था की गई थी। इन अनुभवों के आधार पर रेलवे अब 60 व्यस्त स्टेशनों के बाहर स्थायी प्रतीक्षा क्षेत्र बनाएगा। नई दिल्ली, आनंद विहार, वाराणसी, अयोध्या और पटना में इन प्रतीक्षा क्षेत्रों के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू हो चुके हैं। ये क्षेत्र बड़ी भीड़ को मैनेज करने में मदद करेंगे, जिससे यात्री सिर्फ तभी प्लेटफॉर्म पर प्रवेश कर सकेंगे जब उनकी ट्रेनें आएंगी।
एंट्री पर नियंत्रण
- जिन 60 स्टेशनों को चुना गया है वहां प्रवेश को पूरी तरह कंट्रोल किया जाएगा।
- सिर्फ कन्फर्म रिजर्वेशन टिकट वाले यात्री ही सीधे प्लेटफॉर्म पर जा सकेंगे।
- वेटिंग लिस्ट टिकट वाले या बिना टिकट वाले यात्रियों को बाहर निर्धारित क्षेत्रों में प्रतीक्षा करनी होगी।
- अधिक भीड़ को रोकने के लिए अनधिकृत एंट्री पॉइंट्स को सील कर दिया जाएगा।
चौड़े फुट-ओवर-ब्रिज (एफओबी)
-यात्रियों के आवागमन को आसान बनाने के लिए, फुट ओवर ब्रिज के दो नए डिजाइन डेवलप किए गए हैं। ये 12 मीटर तथा 6 मीटर चौड़े होंगे और इनमें रैंप भी होगा। ये चौड़े एफओबी महाकुंभ के दौरान कारगर साबित हुए और अब सभी प्रमुख स्टेशनों पर लगाए जाएंगे।
निगरानी के लिए कैमरे
-बेहतर भीड़ नियंत्रण के लिए स्टेशनों और आस-पास के क्षेत्रों में बड़ी संख्या में कैमरे लगाए जाएंगे। रेलवे का मानना है कि महाकुंभ के दौरान भीड़ को प्रबंधित करने में कैमरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और अब इस प्रणाली का विस्तार किया जाएगा।
बेहतर समन्वय के लिए वॉर-रूम
-बड़े स्टेशनों पर समर्पित वॉर-रूम स्थापित किए जाएंगे। भीड़ की विकट स्थितियों के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी इन वॉर-रूम में एक साथ काम करेंगे।
-भारी ट्रैफिक वाले सभी स्टेशनों पर वॉकी-टॉकी, घोषणा प्रणाली और कॉलिंग सिस्टम सहित आधुनिक डिजिटल संचार प्रणाली स्थापित की जाएगी।
कर्मचारियों के लिए पहचान और वर्दी
-सभी रेलवे कर्मचारियों और सेवा कर्मियों को नए डिज़ाइन किए गए आईडी दिए जायेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल अधिकृत व्यक्ति ही प्रतिबंधित क्षेत्रों में प्रवेश कर सकें।
-कर्मचारियों को आसान पहचान के लिए नई वर्दी भी मिलेगी।स्टेशन डायरेक्टर की भूमिका
-हर प्रमुख स्टेशन पर स्टेशन डायरेक्टर के रूप में एक वरिष्ठ अधिकारी तैनात होगा। स्टेशन पर सभी विभाग स्टेशन डायरेक्टर को रिपोर्ट करेंगे। स्टेशन सुधार के लिए त्वरित निर्णय लेने के लिए स्टेशन निदेशक के पास वित्तीय शक्तियाँ होंगी।
-स्टेशन डायरेक्टर को स्टेशन की क्षमता और ट्रेनों की उपलब्धता के आधार पर टिकट बिक्री को नियंत्रित करने का अधिकार दिया जाएगा। इन उपायों का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों को सुरक्षित और अधिक व्यवस्थित बनाना है, जिससे यात्रियों के लिए एक सुगम यात्रा अनुभव सुनिश्चित हो सके।