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RBI To Withdraw Rs 2000 Notes: सिर्फ साढ़े 6 साल की जिंदगी रही दो हजार के नोट की

RBI To Withdraw Rs 2000 Notes: 8 नवम्बर 2016 को लाए गए इस नोट की जिंदगी सिर्फ साढ़े छह साल ही रही। रिज़र्व बैंक का कहना है कि ताज़ा निर्णय कम मूल्यवर्ग के नोटों की उपलब्धता में सुधार के लिए चल रहे प्रयासों का हिस्सा है।

Neel Mani Lal
Published on: 20 May 2023 4:20 AM IST
RBI To Withdraw Rs 2000 Notes: सिर्फ साढ़े 6 साल की जिंदगी रही दो हजार के नोट की
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RBI To Withdraw Rs 2000 Notes (Pic: Social Media)
RBI To Withdraw Rs 2000 Notes: नोटबन्दी के बाद सर्कुलेशन में लाया गया दो हजार का नोट चलन से हटा दिया गया है। 8 नवम्बर 2016 को लाए गए इस नोट की जिंदगी सिर्फ साढ़े छह साल ही रही। रिज़र्व बैंक का कहना है कि ताज़ा निर्णय कम मूल्यवर्ग के नोटों की उपलब्धता में सुधार के लिए चल रहे प्रयासों का हिस्सा है। 2000 के नोटों की छपाई 2018-19 में ही बन्द कर दी गई थी।

भारतीय रिजर्व बैंक ने ऐलान किया है कि जिन लोगों के पास 2000 के नोट हैं वे इसे 30 सितंबर तक बैंक में जमा कर सकते हैं या एक्सचेंज कर सकते हैं। जमा या एक्सचेंज की प्रक्रिया 23 मई से शुरू होगी। हालांकि, अगर लोग अपनी बैंक शाखा के बजाए किसी और बैंक शाखाओं में नोट बदलवाएँगे तो सिर्फ दस नोट यानी 20,000 रुपये तक के नोट बदले जाएंगे। जहां आपका खाता है वहां आप जितने चाहे नोट अदला बदली कर सकते हैं।

नोटबन्दी के बाद लाया गया था नोट

नवम्बर 2016 में 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों को बन्द करने से उत्पन्न खालीपन की स्थिति से निपटने के लिए 2,000 रुपये के नोट को पेश किया गया था। रिज़र्व बैंक का कहना है कि यह उद्देश्य पूरा हो गया है क्योंकि अन्य मूल्यवर्ग के बैंक नोट अब पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।

89 फीसदी नोट 2017 से पहले के हैं

रिज़र्व बैंक के अनुसार, मार्च 2017 से पहले 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोटों में से लगभग 89 फीसदी जारी किए गए थे और ये सब 4-5 साल के अपने अनुमानित जीवनकाल के अंत में हैं। आरबीआई ने पाया है कि 2,000 रुपये के नोट का इस्तेमाल आमतौर पर लेनदेन के लिए नहीं किया जाता है।
2,000 रुपये के नोट का कुल मूल्य 31 मार्च, 2018 को अपने चरम पर 6.73 लाख करोड़ रुपये था। 31 मार्च, 2023 को ये घट कर 3.62 लाख करोड़ रुपये रह गया। और सर्कुलेशन में कुल करेंसी में इसका हिस्सा सिर्फ 10.8 फीसदी था।

क्लीन नोट पालिसी

2000 के नोट बन्द करने का निर्णय आरबीआई की "क्लीन नोट पॉलिसी" के तहत में लिया गया है। आरबीआई पहले भी ऐसे उपाय कर चुका है। तत्कालीन यूपीए सरकार के तहत जनवरी 2014 में, आरबीआई ने 2005 से पहले जारी किए गए सभी नोटों को चरणबद्ध तरीके से हटाने की घोषणा की थी। तब इसने पुराने नोटों के उपयोग के लिए 31 मार्च, 2014 की समय सीमा निर्धारित की थी और लोगों को उन्हें बदलने के लिए 1 अप्रैल 2014 से बैंकों से संपर्क करने की सलाह दी थी।

इन बैंकों में जा सकते हैं

2000 का नोट बदलने के लिए आप अपने निकट इन बैंकों की शाखाओं में जा सकते हैं : एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, ऐक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, यस बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया।



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Neel Mani Lal

Neel Mani Lal

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