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Opposition protest: धरना देने वाले सांसदों के लिए लजीज खाने का इंतजाम, विपक्षी दलों ने मिल कर संभाली जिम्मेदारी
Opposition protest: संसद में अशोभनीय आचरण के लिए निलंबित किए गए 24 सांसद 50 घंटे के धरने पर बैठे हुए हैं। इन सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर बुधवार को हुई बैठक फेल हो गई।
Opposition protest: संसद में अशोभनीय आचरण के लिए निलंबित किए गए 24 सांसद 50 घंटे के धरने पर बैठे हुए हैं। इन सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर बुधवार को हुई बैठक फेल हो गई। राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू और केंद्र सरकार का कहना है कि निलंबन तभी वापस होगा जब सांसद अपने आचरण के लिए माफी मांगें हैं और वेल में आकर प्रदर्शन न करने की बात स्वीकार करें।
उधर विपक्षी सांसद झुकने के लिए तैयार नहीं हैं और उनका धरना लगातार जारी है। धरना देने वाले इन सांसदों के खानपान का जिम्मा विपक्षी दलों ने मिलजुल कर संभाला है। इसके जरिए भी विपक्षी दलों की एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की जा रही है। सांसदों के ब्रेकफास्ट लंच और डिनर के लिए बकायदा फूड रोस्टर तैयार किया गया है। सांसदों के मेन्यू में इडली, डोसा, सैंडविच,दही चावल, चिकन, गाजर का हलवा सबकुछ शामिल किया गया है।
सांसदों के लिए लजीज व्यंजन
विपक्षी दलों से जुड़े सूत्रों का कहना है कि धरने पर बैठे सांसदों के खानपान के विशेष इंतजाम किए गए हैं। खानपान की व्यवस्था के लिए बाकायदा एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है जिसमें ड्यूटी रोस्टर दर्ज किया जाता है। हर पार्टी को रोस्टर के हिसाब से खाने-पीने की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। खाने पीने का हर एक ब्योरा रोस्टर में बाकायदा अपडेट किया जाता है।
खाने-पीने के इंतजाम में भी विपक्षी दलों की ओर से पूरी एक जुटता दिखाई जा रही है। धरना देने वाले सांसदों के लिए क्षेत्रीय भोजन की भी व्यवस्था की गई है। दही-चावल, इडली सांभर, डोसा, तंदूरी चिकन और गाजर का हलवा तक का इंतजाम किया गया है। धरने पर बैठने वाले सांसदों में टीएमसी के सात, डीएमके के छह, टीआरएस के तीन, सीपीआई के दो और माकपा व आप के 1-1 सांसद शामिल हैं।
कई दलों ने मिलकर संभाली जिम्मेदारी
बुधवार को द्रमुक सांसद तिरुचि शिवा की ओर से सुबह के नाश्ते में इडली-सांभर की व्यवस्था की गई थी। द्रमुक की ओर से दोपहर के भोजन में दही-चावल की व्यवस्था की गई थी जबकि रात में टीएमसी की ओर से सांसदों के लिए पनीर, चिकन तंदूरी, रोटी और दाल आदि का प्रबंध किया गया था।
द्रमुक सांसद कनिमोझी गाजर के हलवे के साथ प्रदर्शन स्थल पर पहुंचीं जबकि तृणमूल कांग्रेस की ओर से फलों और उस सैंडविच की व्यवस्था की गई थी। गुरुवार की सुबह द्रमुक की ओर से सांसदों के नाश्ते का प्रबंध किया गया था जबकि टीआरएस ने दोपहर के भोजन की जिम्मेदारी संभाली। अब सांसदों के रात के खाने की व्यवस्था आम आदमी पार्टी की ओर से की जाएगी।
निलंबन वापसी पर गतिरोध कायम
इस बीच सांसदों के निलंबन वापसी को लेकर गतिरोध समाप्त होता नहीं दिख रहा है। विपक्षी दलों ने सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर बैठक में रणनीति तैयार की है। विपक्षी दलों का कहना है कि सांसदों का निलंबन बिना किसी शर्त के वापस लिया जाना चाहिए। दूसरी ओर राज्यसभा के सभापति नायडू और केंद्र सरकार ने कहा है कि सांसदों को अपने अशोभनीय आचरण पर माफी मांगनी चाहिए।
नायडू ने कहा कि निलंबन को वापस लेने पर विचार किया जा सकता है, मगर निलंबित सदस्य अशोभनीय आचरण की गंभीरता को समझें और अपने आचरण पर खेद जताएं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को सदन की कार्यवाही में खलल नहीं डालना चाहिए। सदन में सभी मुद्दों पर स्वस्थ चर्चा होनी चाहिए मगर हंगामे के कारण किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं हो पा रही है।