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Lok Sabha Speaker Election: उपाध्यक्ष पद नहीं मिला तो... स्पीकर के चुनाव में उम्मीदवार उतारने की तैयारी में विपक्ष

Lok Sabha Speaker Election: केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को कहा कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून को शुरू होगा और 3 जुलाई को समाप्त होगा। 9 दिवसीय विशेष सत्र के दौरान, लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा और नए संसद सदस्य (सांसद) शपथ लेंगे।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 15 Jun 2024 8:45 PM IST
Opposition preparing to field candidates for Lok Sabha Deputy Speaker post, Speaker election
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लोकसभा स्पीकर चुनाव: Photo- Social Media

Lok Sabha Speaker Election: लोकसभा स्पीकर को लेकर जहां चर्चाएं तेज हैं तो वहीं विपक्ष उपाध्यक्ष का पद नहीं मिलने पर स्पीकर के चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारने की तैयारी हैं। बता दें कि लोकसभा उपाध्यक्ष का पद पांच साल से खाली है। अब देखना यह होगा कि क्या एनडीए सरकार विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद देगी यह तो समय ही बताएगा।

18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होने जा रहा है। दो दिनों 24 और 25 जून को नए सदस्यों को शपथ दिलाया जाएगा तो वहीं 26 जून को लोकसभा अपने नए अध्यक्ष का चुनाव करेगी। माना जा रहा है कि इस बार स्पीकर के चुनाव में विपक्ष भी अपना उम्मीदवार उतार सकता है। 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को आए थे। जिसमें बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने 293 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि इंडिया गठबंधन को 234 सीटें मिली हैं। सूत्रों की मानें तो अगर विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद नहीं दिया गया तो वे लोकसभा के स्पीकर पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकते हैं। इस संबंध में अंतिम निर्णय संसद सत्र शुरू होने से पहले लिया जाएगा।

पांच साल से खाली है डिप्टी स्पीकर का पद

2024 के लोकसभा चुनाव में ’इंडिया’ ब्लॉक (विपक्ष) की सीटें बढ़ने के साथ ही 10 साल बाद निचले सदन को विपक्ष का नेता भी मिलेगा। यही नहीं विपक्ष इस बार उपाध्यक्ष पद की भी उम्मीद कर रहा है। बता दें कि लोकसभा में पिछले पांच साल से उपाध्यक्ष का पद खाली है। 17वीं लोकसभा में पांच साल तक उपाध्यक्ष का पद रिक्त रहा। साथ ही यह दूसरी बार था जब लोकसभा में कोई नेता प्रतिपक्ष नहीं था। वैसे तो आमतौर पर उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिया जाता है। वहीं सूत्रों की माने तो विपक्ष इसके लिए सदन में दबाव बनाएगा कि इस बार उपाध्यक्ष का पद खाली न छोड़ा जाए और यह पद विपक्ष को दिया जाए।

बीजेपी उम्मीदवार का समर्थन करेंगी जेडीयू और टीडीपी

एक दिन पहले ही जनता दल (यूनाइटेड) के नेता केसी त्यागी ने कहा था कि उनकी पार्टी और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा हैं और लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए भाजपा द्वारा नामित उम्मीदवार का वे समर्थन करेंगे। त्यागी ने कहा, ’जेडीयू और टीडीपी मजबूती से एनडीए में हैं। हम बीजेपी द्वारा (स्पीकर के लिए) नामित व्यक्ति का समर्थन करेंगे। जब उनसे कुछ विपक्षी नेताओं की टिप्पणियों के बारे में पूछा गया था कि नया लोकसभा अध्यक्ष टीडीपी या जेडी-यू से हो सकता है। इस पर उन्होंने कहा कि भाजपा केंद्र में अपने सहयोगियों के साथ गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रही है। ’टीडीपी और जेडीयू एनडीए के साथ हैं। हम बीजेपी द्वारा (स्पीकर के लिए) नामित किए गए व्यक्ति का समर्थन करेंगे। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को आरोप लगाया था कि अगर भाजपा लोकसभा अध्यक्ष का पद अपने पास रखती है तो उसके गठबंधन सहयोगी टीडीपी और जेडीयू को अपने सांसदों की खरीद-फरोख्त के लिए तैयार रहना चाहिए।

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू : Photo- Social Media

24 जून को शुरू होगा सत्र

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को कहा कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून को शुरू होगा और 3 जुलाई को समाप्त होगा। 9 दिवसीय विशेष सत्र के दौरान, लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा और नए संसद सदस्य (सांसद) शपथ लेंगे। इस बीच, राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून से 3 जुलाई 2024 तक आयोजित किया जाएगा। 2014 के बाद यह पहला संसद सत्र होगा जिसमें भाजपा अपने दम पर कम ताकत के साथ सत्ता में लौटी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी।

शपथ लेंगे नवनिर्वाचित सांसद

नई सरकार अगले पांच वर्षों के लिए रोडमैप की रूपरेखा तैयार कर सकती है। राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद में अपने मंत्रिपरिषद का परिचय कराने की उम्मीद है। सत्र के पहले तीन दिनों के दौरान नवनिर्वाचित सांसद शपथ लेंगे और लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। लंबे समय के बाद विपक्ष के पास इस बार 230 से अधिक सदस्यों की सबसे बड़ी ताकत है और लोकसभा में 99 सांसदों वाली कांग्रेस पहले से शेयर बाजार घोटाले का आरोप लगाकर और एनईईटी परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर सरकार पर हमलावर है। इसको देखते हुए आगामी ससंद सत्र के हंगामेदार होने की पूरी संभावना है। विपक्ष सरका को कई मुद्दों पर घेरेगा यह तो तय है।



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Shashi kant gautam

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