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Mahakumbh पर PM मोदी के भाषण का विपक्ष ने एक सुर में किया विरोध, कहाः बोलने का मौका नहीं दिया..
PM Modi Speech: पीएम मोदी ने महाकुंभ को भारत के इतिहास में अहम मोड़ करार दिया। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया ने देश के विराट स्वरूप को देखा और यह ‘सबके प्रयास’ का साक्षात दर्शन था।
pm narendra modi
PM Modi Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में महाकुंभ के आयोजन में योगदान देने वालों का आभार जताया। पीएम मोदी ने महाकुंभ को भारत के इतिहास में अहम मोड़ करार दिया। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया ने देश के विराट स्वरूप को देखा और यह ‘सबके प्रयास’ का साक्षात दर्शन था। उन्होंने यह भी कहा कि महाकुंभ से ‘एकता का अमृत’ निकला हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ के आयोजन को सफल बताते हुए योगदान देने वाले लोगों की सराहना भी की। वहीं पीएम मोदी के लोकसभा में महाकुंभ को दिये गये बयान पर विपक्ष ने निशाना साधा है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी और अवधेश प्रसाद ने महाकुंभ पर बोलने का मौका न देने का आरोप लगाया।
पीएम ने महाकुंभ भगदड़ में मृत्यु पर श्रद्धांजलि नहीं दीः राहुल गांधी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के महाकुंभ पर दिए गए भाषणा पर कहा कि वह उनकी बात का समर्थन करना चाहते थे। कुंभ हमारी परंपरा, संस्कृति और इतिहास है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि पीएम ने अपने भाषण के दौरान महाकुंभ भगदड़ में जिनकी मृत्यु हुई उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दी। साथ ही जो युवा कुंभ में गए थे। उनके रोजगार को लेकर भी प्रधानमंत्री बोलना चाहिए था। इसके साथ ही राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में नेता प्रतिपक्ष को भी बोलने का अवसर देना चाहिए था। लेकिन नहीं दिया गया। यह नया भारत है।
महाकुंभ पर हम बोलते तो कोई समस्या नहीं होतीः प्रियंका गांधी
पीएम मोदी के लोकसभा में महाकुंभ पर दिये गये भाषण पर सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि वह सकारात्मक बोल रहे थे। लेकिन विपक्ष को भी अपनी बात रखने का मौका दिया जाना चाहिए। विपक्ष की भी महाकुंभ के प्रति भावनाएं है। यदि वह दो मिनट अपनी बात रखते तो कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।
पीएम मोदी का बयान एकतरफाः अवधेश प्रसाद
लोकसभा में महाकुंभ पर पीएम मोदी के भाषण पर समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि उन्होंने एकतरफा बयान दिया और सदन से चले गए। बेहतर होता कि महाकुंभ पर सदन में बड़ी चर्चा होती। उन्होंने कहा कि नेताजी की सरकार में महाकुंभ का आयोजन हुआ था। अखिलेश यादव के नेतृत्व में भी कुंभ हुआ। इन सरकारों में महाकुंभ का आयोजन भव्य तरीके से किया गया। लेकिन दुख की बात है कि इस बार महाकुंभ में भगदड़ मची, कई लोगों की जान चली गई। उन्होंने कहा कि पीएम को सदन में बताना चाहिए था कि महाकुंभ में कितने लोग लापता हुए और कितनां की मौत हुई। सरकार पीड़ित परिवारों के लिए क्या करेगी। इसके साथ ही सदन में विपक्ष को भी अपनी बात रखने का मौका दिया जाना चाहिए था।