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ओवैसी के कड़ुवे बोलः मोदी कर रहे शपथ का उल्लंघन, ये है मामला
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रस्तावित अयोध्या यात्रा का विरोध किया है। ओवैसी ने कहा है कि बतौर प्रधानमंत्री अयोध्या में भूमिपूजन के कार्यक्रम शामिल होना प्रधानमंत्री के संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा।
नई दिल्ली: अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण की नींव रखने के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजित है। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होना तय है। इस बीच सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रस्तावित अयोध्या यात्रा का विरोध किया है। ओवैसी ने कहा है कि बतौर प्रधानमंत्री अयोध्या में भूमिपूजन के कार्यक्रम शामिल होना प्रधानमंत्री के संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा। AIMIM अध्यक्ष ओवैसी ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता संविधान के बुनियादी ढांचे का हिस्सा है।
5 अगस्त को अयोध्या जा रहे हैं पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 5 अगस्त को अयोध्या जाने का कार्यक्रम है। यहां पर वह राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इसके राम मंदिर आंदोलन से जुड़े कई लोगों को न्योता दिया है।
भूमि पूजन में मेहमानों की संख्या 200 सीमित रखी गई
सूत्रों के मुताबिक कोरोना संक्रमण की वजह से अयोध्या में मेहमानों की संख्या 200 सीमित रखी गई है। राम मंदिर भूमि पूजन में पीएम मोदी के अलावा, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, लाल कृष्ण अडवाणी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, संघ प्रमुख मोहन भागवत, राम मंदिर संघर्ष से जुड़े लोग सहित कुल 200 से 300 लोग मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री के अयोध्या दौरे की सारी तैयारियां की जा रही है। इस बाबत पीएमओ को पूरा प्लान सौंप दिया गया है।
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संवैधानिक शपथ का उल्लंघन
AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस दौरे पर सवाल उठाया है और प्रधानमंत्री कार्यालय को संबोधित करते हुए ट्वीट किया है। ओवैसी ने लिखा, "प्रधानमंत्री का आधिकारिक रूप में भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होना उनके संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा। धर्मनिरपेक्षता संविधान के मूल ढांचे का हिस्सा है।"
इस बात को नहीं भूल सकते-ओवैसी
AIMIM अध्यक्ष ओवैसी ने यह भी कहा कि हम इस बात को नहीं भूल सकते हैं कि बाबरी 400 सालों तक अयोध्या में खड़ी थी और 1992 में इसे एक आपराधिक भीड़ ने ढहा दिया था।