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जामिया में फायरिंग पर सियासत गरमाई, अमित शाह ने कही ये बात

दिल्ली के जामिया नगर इलाके में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ मार्च से पहले फायरिंग हुई। एक शख्स ने खुले आम पिस्तौल लहराई और फायरिंग की जिसमें एक व्यक्ति...

Deepak Raj
Published on: 30 Jan 2020 4:45 PM IST
जामिया में फायरिंग पर सियासत गरमाई, अमित शाह ने कही ये बात
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नई दिल्ली। दिल्ली के जमिया इलाके में फायरिंग के बाद आरोपी युवक की गिरफ्तारी हो गई है, पुलिस की पुछताछ के दौरान उसने अपना परिचय नोयड़ा निवासी गोपाल के तौर पर बताया है। इस घटना में जामिया का एक छात्र जख्मी हो गया है जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। इस मामले पर अब सियासत भी गरमा गई है जिसमें औवेसी की पार्टी एआईएमआईम तथा कांग्रेस पार्टी ने अपनी तिखी प्रतिक्रिया दी है।

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इस घटना पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अब भारतीय जनता पार्टी पर सवाल किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग कर लिखा है कि अब कपड़ों से पहचानिए।

नरेंद्र मोदी अब इसे कपड़ों से पहचानिए-ओवैसी

असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना के बाद गुरुवार को ट्वीट किया और लिखा कि अनुराग ठाकुर जैसे लोगों का शुक्रिया, जिन्होंने देश में इतनी हिंसा पैदा कर दी है कि एक आतंकी खुलेआम छात्र पर गोली चला रहा है और पुलिस खड़ी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब इसे कपड़ों से पहचानिए।

AIMIM प्रमुख ने इस दौरान दिल्ली पुलिस पर भी सवाल खड़े किए। ओवैसी ने लिखा कि जो बहादुरी आपने जामिया में दिखाई थी उसका क्या हुआ। अगर असहाय दर्शक का कोई अवॉर्ड मिले तो दिल्ली पुलिस को ही मिलेगा। क्या आप बता सकते हैं कि ये बैरिकेड पार कर कैसे गया?

ओवैसी ने इस घटना पर निशाना साधते हुए लिखा कि अब पूरा मामला गोडसे बनाम गांधी-अंबेडकर-नेहरू के देश का हो गया है। लोगों को चुनना है।

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गौरतलब है कि असदुद्दीन ओवैसी के ट्वीट का सीधा निशाना बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर के उस बयान पर है जो विवादों में है। अनुराग ठाकुर ने अपने एक भाषण में नारे लगवाए थे, ‘देश के गद्दारों को...गोली मारो...’, चुनाव आयोग ने इस बयान पर एक्शन लेते हुए उनके चुनाव प्रचार पर 72 घंटे तक का बैन लगाया है।



युवक को मौके पर ही दबोच लिया गया

बता दें कि महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर आज नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ मार्च निकाला जाना था। ये मार्च जामिया से शुरू होकर राजघाट तक जाना था। लेकिन उसी से पहले ये बवाल हो गया। गोली चलाने वाले शख्स को गिरफ्तार किया जा चुका है और पुलिस इस पूरी घटना की पहचान कर रही है।

अचानक गोली चलने से पुलिस के भी हाथ पांव फूल गए। डीसीपी चिन्मय बिश्वाल ने कहा, "युवक ने खुले में पहले पिस्तौल लहराई। उसके बाद गोली चला दी, वीडियो हमारे पास है। युवक को मौके पर ही दबोच लिया गया, उससे पूछताछ की जा रही है।"

कांग्रेस ने दी तीखी प्रतिक्रिया

कांग्रेस प्रवक्‍ता मनीष तिवारी ने कहा, इस घृणा के लिए सरकार जिम्‍मेदार है। जिस तरह का प्रचार दिल्‍ली चुनाव में चल रहा है, वह वोटों के ध्रुवीकरण के लिए किया जा रहा है। जिस तरह के बयान आ रहे हैं वो सारी सीमाएं पार कर रहे हैं। ऐसे हालात देखकर महात्‍मा गांधी की रूह सिसक रही होगी।

गांधी जी का मानना था कि देश का जो गरीब से गरीब व्‍यक्‍ति है, वह खुशहाल हो। लेकिन विडंबना है कि जब बजट पेश किया जाता था, तो जीडीपी के हिसाब से उसे देखा जाता है।

मनीष तिवारी ने कहा, जिस घृणा की सोच ने गांधीजी को मारा उसी सोच के लोग आज भारत की सत्ता के ऊपर काबिज़ है। जामिया आज एक दुखद वाकया हुआ जहां एक शख्स ने गोली चलाई। यह उसी घृणा की देन है जो वातावरण इस मुल्क में बनाया गया है। एक संयोजित तरीके से दिल्ली में ध्रुवीकरण की कोशिश की जा रही है।

कांग्रेस ने इस घटना पर ट्वीट करते हुए लिखा, 'अमित शाह किस तरह पुलिस चला रहे हैं। दिल्ली पुलिस शांतिपूर्वक खड़ी है और एक युवक प्रदर्शनकारियों पर गोली चला रहा है। क्या वित्‍त राज्‍यमंत्री अनुराग ठाकुर जैसे नेताओं का यही इरादा है। कट्टरपंथी युवाओं की एक 'सशस्त्र संगठन' बनाना।'

देश की अर्थव्यवस्था को इस सरकार ने रौंदा है

मनीष तिवारी ने कहा, 'कल बजट सत्र की शुरुआत है। देखिए कैसे देश की अर्थव्यवस्था को इस सरकार ने रौंदा है। आज भारत की अर्थव्यवस्था को GDP से नहीं ग्लोबल मिज़री इंडेक्स से मापना होगा। कई वर्ष पहले अमेरिका के अर्थशास्त्री ने इंडेक्स ईजाद किया कि लोगों की परेशानी को कैसे मापा जाए।

उसी का नाम मिज़री इंडेक्स रखा। मिज़री इंडेक्स पर 20 से ऊपर अंक आये तो सत्ता परिवर्तन होता है। 2020 में इस इंडेक्स के आधार पर स्कोर 21.5 है। अब गुस्सा सड़क पर दिखना शुरू हो गया है और सत्ता परिवर्तन का स्वरूप उजागर होना शुरू होता है।'

हार के डर से माहौल बिगाड़ने की कोशिश करती है भाजपा

आप के राज्‍यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, 'जामिया में जो आज घटना हुई है उससे ये स्पष्ट हो गया है कि जबसे गृह मंत्री अमित शाह बने हैं तब से क़ानून व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। बीजेपी एक सुनियोजित साज़िश के तहत हार के डर से माहौल बिगाड़ने की कोशिश करती है। पहले नेता ऊटपटांग बात करते हैं, फिर केजरीवाल को आतंकवादी कहते हैं।

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पुलिस वहां क्या कर रही थी... हाथ बांधे खड़ी थी। बीजेपी हार के डर से दिल्ली का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। हार के डर से दिल्ली के चुनाव को बीजेपी स्थगित करवाना चाहती है, इसलिए वो ऐसा करवा रही है।'

संजय सिंह ने कहा, 'ऐसा नहीं है कि दिल्ली पुलिस कार्रवाई कर नहीं सकती थी, लेकिन दिल्ली पुलिस के हाथ बांधे गए हैं। अमित शाह ने हाथ बांधे हैं। पुलिस के.. वो बडी साज़िश रच रहे हैं।'

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बयान दिया है

दिल्ली के जामिया इलाके में हुई फायरिंग पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार इस तरह की किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी।

अमित शाह ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि आज दिल्ली में गोली चलाने की घटना हुई है उसपर मैंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की है और उन्हें कठोर से कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार इस तरह की किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी। इस पर गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

स्वरा भास्कर ने इस हमले के बारे में कहा

स्वरा भास्कर ने इस हमले के बारे में कहा कि साल 2014 में जिस सरकार को देश ने चुना था, उसके बाद देश में ऐसे ही हालात पैदा होने थे। स्वरा ने ट्वीट करते हुए लिखा- इस बारे में कुछ भी हैरान करने वाला नहीं है।

साल 2014 में हमने जिन्हें चुना है उसका लॉजिकल रास्ता यही है। संघ की आप कोई भी विचारधारा उठा कर पढ़ लीजिए - उन्हें वोट देने के बाद हमें ऐसी ही स्थिति में ही आना था।

स्वरा, अनुराग कश्यप, अली फजल, ऋचा चड्ढा समेत कई सितारों ने प्रतीक्रिया दी है

गौरतलब है कि देश में पिछले कई हफ्तों से अलग-अलग हिस्सों में सीएए-एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। स्वरा, अनुराग कश्यप, अली फजल, ऋचा चड्ढा समेत कई सितारों ने भी इस मामले में मुंबई में प्रदर्शन किया था।

स्वरा भास्कर और अनुराग कश्यप जैसे सितारे अक्सर सरकार की गलत नीतियों की आलोचना करते आए हैं वही ऋचा चड्ढा ने डायरेक्टर अशोक पंडित को जामिया फायरिंग के सिलसिले में घेरा है और उनसे सवाल किया है कि क्या अशोक पंडित उस शख्स को सपोर्ट करते हैं जिन्होंने जामिया में गोली चलाई है जिसके बाद अशोक पंडित ने ऋचा को ब्लॉक कर दिया है।



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