×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

इमरान बेनकाब: दुनिया को तो छोड़ो खुद की ही जनता को रखा अंधेरे में

जम्मू-कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने की कोशिश में जुटा पाकिस्तान बेनकाब हो गया है। दरअसल, पाकिस्तान पीएम इमरान खान और पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपनी आवाम को धोखे में रखा था।

Shreya
Published on: 5 Jun 2023 2:17 PM IST
इमरान बेनकाब: दुनिया को तो छोड़ो खुद की ही जनता को रखा अंधेरे में
X

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने की कोशिश में जुटा पाकिस्तान बेनकाब हो गया है। दरअसल, पाकिस्तान पीएम इमरान खान और पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपनी आवाम को धोखे में रखा था। पाक ने दावा किया था कि कश्मीर मुद्दे पर उसे यूएनएचआरसी में 57 देशों का समर्थन मिला है। लेकिन UNHRC में पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर अन्य देशों का समर्थन पाने में नाकायाब साबित हुआ था। अब पाकिस्तान का झूठ बेनकाब हो गया है, साथ ही पाकिस्तानी मीडिया में भी इस बात ने जोर पकड़ा हुआ है कि पीएम इमरान खान जो कुछ भी कर रहे हैं इससे वे केवल पाक आवाम की आंखों में धूल झोंक रहे हैं।

यह भी पढ़ें: इंडिया-अमेरिका के बीच जल्द होगा व्यापार समझौता, सुलज सकता है टैरिफ का मुद्दा

चैट शो में बाहर आया इमरान खान का असली चेहरा-

बता दें कि पाकिस्तान के जियो टीवी पर पत्रकार हामिद मीर के टॉक शो कैपिटल टॉक में तमाम मुद्दों को उठाया गया। जिसमें कश्मीर मुद्दा, साथ ही पीएम मोदी के अमेरिका यात्रा अहम मुद्दा था। इसमें मेहमान के तौर पर फैसल वावडा, मुस्दक मलिक और सैय्यद गनी ने शिरक्त किया था। शो में मेहमानों ने इस बात की ओर इशारा किया था कि इमरान खान कश्मीर मुद्दे को लेकर दुनिया को बेवकूफ बना रहे हैं और कैसे उन्हें गुमराह कर रहे हैं।

UNHRC में समर्थन पाने में नाकामयाब रहा पाकिस्तान-

Image result for इमरान खान

पाकिस्तान को बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद् (UNHRC) में मुंह के बल की खानी पड़ी थी। दरअसल, पाकिस्तान UNHRC के 42वें सत्र में कश्मीर के मुद्दे को लेकर उठाना चाहता था, जिसमें वो पूरी तरह से नाकामयाब रहा था। पाकिस्तान को UNHRC के 42वें सत्र के दौरान कश्मीर पर प्रस्तान लाने के लिए समर्थन जुटाने के लिए 19 सितंबर दोपहर 1 बजे तक डेडलाइन मिली थी। जिसके अंदर वो समर्थन जुटाने में नाकामयाब रहा।

UNHRC के ज्यादातर देशों ने कश्मीर मुद्दे पर प्रस्ताव लाने के लिए पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया था। यहां तक कि पाकिस्तान को इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के 57 देशों का भी समर्थन नहीं मिला था। इस बात से नाराज पाकिस्तान UNHRC परिसर से बाहर आ गया था।

यह भी पढ़ें: एएमयू के कश्मीरी छात्रों को सीएम योगी का बुलावा, 28 सितंबर को संवाद कार्यक्रम में होंगे शामिल

मिनी देवी ने UNHRC में भारत का रखा पक्ष-

वहीं UNHRC में भारत का पक्ष रखते हुए भारत की सचिव कुमम मिनी देवी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है। हमारे फैसले को गलत बता कर पाकिस्तान इलाके पर अपनी नियत नहीं छिपा सकता। मिनी देवी ने कहा कि एक बार पीओके और पाकिस्तान के इलाकों के संदर्भ मे भी बात की जानी चाहिए कि कैसे लोगों का गायब हो जाना, हिरासत में रेप और हत्या की घटना, प्रताड़ित किया जाना, सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकारों के मानवाधिकारों का उल्लंघन करना वहां पर आम है।

50 से ज्यादा देशों का मिलेगा समर्थन- महमूद कुरैशी

Image result for पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी

हामिद मीर ने पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के ट्वीट के बारे में भी बात की। इसमें शाह महमूद कुरैशी ने UNHRC में 50 से ज्यादा देशों का समर्थन मिलने की बात कही थी। इसके अगले ही दिन पाक पीएम इमरान खान ने भी एक ट्वीट के किया जिसमें उन्होंने सुर्खियां बटोरने की कोशिश की थी। इस पर फैसल वावडा से बात करते हुए हामिद मीर ने पूछा कि शाह महमूद कुरैशी ने किस आधार पर 50 से अधिक देशों का समर्थन मिलने की बात कही थी जबकि उन्हें 16 सीट भी हासिल नहीं हो पाए।

यह भी पढ़ें: बिजनौर: तेज रफ़्तार ट्रक नदी में गिरा, गाड़ी में सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल

महमूद कुरैशी ने पाक आवाम को किया मिसगाइड-

Image result for इमरान खान

साथ ही हामिद मीर ने ये भी पूछा कि आखिर उन्होंने जनता और पीएम इमरान खान को मिसगाइड क्यों किया। इसके अलावा हामिद ने ये भी सवाल उठाया कि आखिर पीएम ने इस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं किया। इसका जवाब देते हुए वावडा ने कहा कि प्रधानमंत्री वहीं बताएंगे जो उन्हें ब्रीफ किया गया हो। उन्होंने बोला कि शाह महमूद को ही इसका जवाब देना चाहिए और उन्हें कौम और कबीना को भी बताया कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया।

इस चैट शो से ये साबित हो रहा है कि पाकिस्तान ने अपने आवाम को अंधेरे में रखा है और कश्मीर मुद्दे को लेकर वो दुनिया को धोखा दे रहा है। पाकिस्तन लगातार इसी जुट में है कि वो कश्मीर मुद्दे को इंटरनेशनल मंच पर ले जाये लेकिन बार-बार उसे मुंह की ही खानी पड़ रही है।



\
Shreya

Shreya

Next Story