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Pariksha Pe Charcha 2024: 'रनिंग कमेंटरी' छात्र के मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक, माता-पिता और शिक्षकों को पीएम मोदी ने चेताया

Pariksha Pe Charcha 2024: पीएम मोदी आज प्रगति मैदान के भारत मंडपम में 3 हजार स्टूडेंट्स से परीक्षा पर चर्चा कर रहे हैं।

Krishna Chaudhary
Published on: 29 Jan 2024 5:37 AM GMT (Updated on: 29 Jan 2024 6:51 AM GMT)
Pariksha Pe Charcha 2024 (Photo:Social Media)
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Pariksha Pe Charcha 2024 (Photo:Social Media)

Pariksha Pe Charcha. अगले कुछ दिनों बाद देश में परीक्षाओं का दौर शुरू हो जाएगा। फरवरी-मार्च में 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम होंगे। कड़ाके की सर्दी के बीच बच्चे इन दिनों परीक्षा की तैयारियों में जुटे हुए हैं। बोर्ड परीक्षा का किसी भी स्टूडेंट के लाइफ में एक खासा महत्व रखता है, लिहाजा इसमें उनपर अच्छा प्रदर्शन करने का मनोवैज्ञानिक दबाव रहता है।

स्टूडेंट्स इस तनाव से कैसे निपटें इस महत्वर्पूण विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के छात्र-छात्राओं से आज ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के माध्यम से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने स्टूडेंट्स के मन से परीक्षा के डर और तनाव को दूर करने के टिप्स भी शेयर किए। प्रगति मैदान के भारत मंडपम में आयोजित इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने 3 हजार स्टूडेंट्स से संवाद किया।

पीएम मोदी ने बच्चों से लिए सवाल और दिए जवाब

परीक्षा पे चर्चा के दौरान देशभर के बच्चों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तनाव को लेकर कई गंभीर सवाल किए। एक छात्र ने उनसे पूछा – परीक्षा की तैयारी में बाहरी दबाव से कैचे बचें ? पीएम मोदी ने इसका उत्तर देते हुए कहा, दबाव तो आता रहता है, इससे घबराने के बजाय खुद को इसके लिए तैयार करने की जरूरत है। हमें किसी भी प्रेशर को झेलने के लिए खुद को सामर्थ्यवान बनाना चाहिए। दबाव को हमें अपने मन की स्थिति से जीतना जरूरी है। किसी भी प्रकार की बात हो, हमें परिवार में भी चर्चा करनी चाहिए।

माता-पिता और शिक्षकों को पीएम मोदी ने दी ये सलाह

पीएम मोदी ने चर्चा के दौरान माता-पिता, रिश्तेदार और शिक्षकों को भी बच्चों के संबंध में महत्वपूर्ण सलाह दे डाली। उन्होंने कहा, माता-पिता, शिक्षकों या रिश्तेदारों द्वारा समय-समय पर नकारात्मक तुलना की जाने वाली 'रनिंग कमेंटरी' छात्र के मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यह फायदे से ज्यादा नुकसान करता है। हमें छात्रों के साथ उचित और हार्दिक बातचीत के माध्यम से मुद्दे का समाधान सुनिश्चित करना चाहिए, न कि शत्रुतापूर्ण तुलनाओं और बातचीत के माध्यम से उनके मनोबल और आत्मविश्वास को कम करना चाहिए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस इवेंट में देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 2 स्टूडेंट्स और एक टीचर ऑनलाइन जुड़े। इसके अलावा देश के 100 एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूलों (EMRS) के बच्चे भी इवेंट में शामिल हुए।

पीएम मोदी ने स्टूडेंट्स द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी को देखा

प्रधानमंत्री ने सबसे पहले भारत मंडपम सेंटर पर बच्चों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी को देखा। उनके स्टॉल पर जाकर उनके प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी ली। बच्चों ने इस दौरान पीएम मोदी को ‘डोर लॉक सिस्टम और वायुपुत्र डिवाइस’ के बारे में जानकारी दी। डोर लॉक सिस्टम एक ऐसा सिस्टम है, जिसमें चेहरा पहचानने के बाद ही दरवाजा खुलेगा। इसी प्रकार वायुपुत्र डिवाइस को ट्रैफिक सिग्नल पर लगाने से आसपास के इलाके की हवा को प्यूरिफाई किया जा सकेगा। विज्ञान के अलावा आर्ट एंड स्पोर्ट्स जुड़ी प्रदर्शनी भी लगाई गई थी, पीएम मोदी ने उनका भी दौरा कर स्टूडेंट्स से जानकारी ली।

परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का आज सातवां संस्करण

परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का आज सातवां संस्करण आयोजित किया गया। इस साल इवेंट में शामिल होने के लिए MyGov पोर्टल पर रिकॉर्ड 2.26 करोड़ रजिस्ट्रेशन हुए थे। इवेंट में शामिल होने के लिए अलग-अलग प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों को सेलेक्ट किया गया। स्टूडेंट्स के अलावा 14.93 लाख टीचर्स और 5.69 लाख पैरेंट्स ने भी इस कार्यक्रम के लिए रजिस्टर किया था। बता दें कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का प्रसारण डीडी नेशनल, डीडी न्यूज और डीडी इंडिया के अलावा पीएमओ और शिक्षा मंत्रालयों की वेबसाइटों पर भी किया गया।

Krishna Chaudhary

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Content Writer

Krishna Chaudhary having four year experience of working in different positions during his Journalism. Having Expertise to create content in Politics, Crime, National and International Affiars.

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