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Parliament Budget Session 2024: कांग्रेस सांसद डीके सुरेश के बयान पर हंगामा, सोनिया गांधी से माफी की मांग
Parliament Budget Session 2024:बजट सत्र के तीसरे दिन संसद में कांग्रेस सांसद डीके सुरेश के बयान पर भारी हंगामा हुआ। सुरेश ने साउथ इंडिया के लिए अलग देश की मांग की थी।
Parliament Budget Session 2024: संसद के बजट सत्र का आज यानी शुक्रवार 2 फरवरी को तीसरा दिन है। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का ये आखिरी सत्र है। लोकसभा में प्रश्नकाल के बीच सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की ओर से कांग्रेस सांसद डीके सुरेश के विवादित बयान का मुद्दा उठाया गया। भाजपा सदस्यों ने कांग्रेस सांसद के विरूद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर सदन में खूब हंगामा किया। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इस बयान के बाद सोनिया गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए और अपने सांसद पर भी सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
जोशी ने कहा कि अगर सोनिया गांधी कोई एक्शन नहीं लेती हैं तो देश मान लेगा कि आप भी देश के टुकड़े-टुकड़े करने की चाह रखती हैं। उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मांग की कि मामले को आचार समिति के पास भेजा जाए क्योंकि एक यह एक सांसद के रूप में उनके शपथ का उल्लंघन है। बता दें कि डीके सुरेश और प्रह्लाद जोशी दोनों ही कांग्रेस से आते हैं।
राज्यसभा में भी उठा मुद्दा
लोकसभा के अलावा संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में भी कांग्रेस सांसद डीके सुरेश के विवादित बयान का मुद्दा उठा। बीजेपी और उसकी सहयोगियों ने सुरेश के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कर्नाटक से ही आने वाले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस पर अपनी पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा कि भारत एक है और एक रहेगा। देश को तोड़ने की बात करने वाला, चाहे वो किसी भी पार्टी में हो, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
क्या कहा था डीके सुरेश ने ?
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्य प्रमुख डीके शिवकुमार के छोटे भाई डीके सुरेश ने गुरुवार को केंद्रीय बजट की आलोचना करते हुए कहा कि कि दक्षिण भारत के साथ अन्याय किया जा रहा है, जो पैसा दक्षिण भारत तक पहुंचनी चाहिए थी, उसे डायवर्ट कर उत्तर भारत में बांटा जा रहा है। डीके सुरेश ने आगे कहा कि हिंदी-पट्टी ने दक्षिण भारत पर जो हालात थोप दिए हैं, उसके कारण अलग देश की मांग करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। हालांकि, मामला तूल पकड़ने के बाद वह अपने बयान से पलट गए।
बताते चलें कि सत्र की शुरूआत 31 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से हुआ। नए संसद भवन में उनका ये पहला संबोधन था। दूसरे दिन यानी एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश किया।
दो कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा में दिया स्थगन प्रस्ताव
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भारत-चीन सीमा की स्थिति को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया। उन्हीं की पार्टी के एक अन्य सांसद मणिकम टैगोर ने भी लोकसभा में आंध्र प्रदेश रिकगनाइजेशन एक्ट 2014 लागू किए जाने और राज्य को स्पेशल कैटेगरी के तहत अनुदान दिए जाने पर चर्चा की मांग को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिया ।
वहीं, राज्यसभा में आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर बीजेपी सांसद कविता पाटीदार ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। मुर्मू ने अपने अभिभाषण में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से लेकर तीन तलाक और जम्मू कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति जैसे बीजेपी के कोर एजेंडे का जिक्र किया था, जिस पर खूब तालियां बजीं।
पीएम मोदी ने आज संसद सत्र के शुरू होने से पहले वरिष्ठ मंत्रियों के साथ सरकारी की रणनीति पर चर्चा की। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, अनुराग ठाकुर और अर्जुन राम मेघवाल मौजूद रहे।
बता दें कि संसद का ये अंतिम सत्र 9 फरवरी तक चलेगा, इसमें कुल 8 बैठकें होंगी।