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Parliament Session Update: मानसून सत्र के 10वें दिन हंगामा जारी, अध्यक्ष का सदन सुचारू रूप से नहीं चलने तक आने से इंकार
Parliament Monsoon Session Update: स्पीकर ने दोपहर 2 बजे तक के लिए कार्यवाही को स्थगित कर दिया। बीजेपी ने अपने सभी सांसदों को बुधवार को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है, ताकि इसे विधेयक को पास कराया जा सके।
Parliament Monsoon Session Update: संसद के मानसून सत्र में हंगामे का सिलसिला जारी है। आज यानी बुधवार 2 अगस्त को सत्र का 10वां दिन है। लोकसभा में आज दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़ा विधेयक चर्चा के लिए पेश किया गया। इसके पेश होते ही सदन में विपक्षी सांसद हंगामा करने लगे, जिसके बाद स्पीकर ने दोपहर 2 बजे तक के लिए कार्यवाही को स्थगित कर दिया। बीजेपी ने अपने सभी सांसदों को बुधवार को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है, ताकि इसे विधेयक को पास कराया जा सके।
राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने किया वॉकआउट
वहीं, संसद के उच्च सदन यानी राज्यसभा में मणिपुर मुद्दे को लकर सरकार और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के बीच गतिरोध जारी है। बुधवार को विपक्षी दलों ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग करते हुए रूल 267 के तहत 60 नोटिस दिए, जिन्हें सभापति जगदीप धनखड़ ने अस्वीकार कर दिया। जिससे नाराज विपक्षी सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। गतिरोध को तोड़ने के लिए सभापति के चेंबर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और शरद पवार के साथ बैठक भी हुई, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला।
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के तमाम बड़े नेता फिलहाल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के चैम्बर में अगले कदम को लेकर बैठक कर रहे हैं। जिसमें शरद पवार, फारूक अब्दुल्ला और संजय सिंह समेत अन्य दलों के वरिष्ठ नेता शामिल हैं। मणिपुर मामले को लेकर I.N.D.I.A का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से आज मुलाकातभी करेगा।
अविश्वास प्रस्ताव पर कब होगी चर्चा
संसद में विपक्ष द्वारा लाए गए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 8 से 10 अगस्त के बीच चर्चा होगी। संसद में लोकसभा की बिजनेस एडवायजरी कमेटी की बैठक में यह तारीख तय की गई है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब दे सकते हैं। दरअसल, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों का आरोप है कि जब सदन में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश हो चुका है, तब भी वह विभिन्न विधेयकों को पास करवाने में जुटी हुई है।
बता दें कि संख्याबल के लिहाज से संसद के दोनों सदनों में सरकार बेहद मजबूत है। बीजद और वाईएसआर कांग्रेस और बीएसपी जैसी पार्टियां पहले ही सरकार के खिलाफ लाए जा रहे अविश्वास प्रस्ताव का विरोध कर चुकी हैं।