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Partition Horrors Remembrance Day 2022: कैसे बन गए भारत से अलग हो कर ये स्वतंत्र देश

Partition Horrors Remembrance Day 2022: देश के विभाजन के दौरान "विस्थापित बहनों और भाइयों" की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन भयावह स्मरण दिवस' के रूप में मनाया जाएगा।

Ramkrishna Vajpei
Published on: 5 Aug 2022 10:58 AM GMT
Partition Horrors Remembrance Day 2022: How these independent countries were separated from India
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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी-विभाजन भयावह स्मरण दिवस: Photo- Social Media

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Partition Horrors Remembrance Day 2022: शनिवार 14 अगस्त 2021 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने घोषणा की कि देश के विभाजन के दौरान "विस्थापित बहनों और भाइयों" की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन भयावह स्मरण दिवस' (Partition Horrible Remembrance Day) के रूप में मनाया जाएगा। भारतीय स्वतंत्रता दिवस (Indian Independence Day) से एक दिन पहले अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से पीएम मोदी ने भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि विभाजन के दर्द को कभी नहीं भुलाया जा सकता है।

माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर पोस्ट की एक श्रृंखला में, पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा, विभाजन के दर्द को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। हमारी लाखों बहनें और भाई विस्थापित हुए और कई लोगों ने नासमझी और हिंसा के कारण अपनी जान गंवाई। हमारे लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को विभाजन भयावह स्मरण दिवस के रूप में मनाया जाएगा। मोदी की इस बात के बाद दूसरा स्मरण दिवस 14 अगस्त (remembrance day 14 august) रविवार को पड़ेगा।

विभाजन भयावह स्मरण दिवस

प्रधान मंत्री ने कहा था कि विभाजन भयावह स्मरण दिवस हमें सामाजिक विभाजन, वैमनस्य के जहर को दूर करने और एकता, सामाजिक सद्भाव और मानव सशक्तिकरण की भावना को और मजबूत करने की आवश्यकता की याद दिलाता रहेगा।

जब भारत ने 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त की, तो इस घटना ने देश को विभाजन और विभाजन को दो प्रमुख प्रभुत्वों - भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के रूप में चिह्नित किया।भारत का डोमिनियन (Dominion of India) आज भारत गणराज्य है (1950 से); जबकि पाकिस्तान का डोमिनियन आज इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान (1956 से) और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश (1971 से) के रूप में जाना जाता है।

विभाजन भयावह स्मरण दिवस: Photo- Social Media

यहां एक बात उल्लेखनीय है कि अंग्रेजों ने सत्ता हस्तांतरण से पहले ही ब्रिटिश भारत के बंगाल प्रान्त को पूर्वी पाकिस्तान और भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में बाँट दिया था। इसी तरह ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रान्त को पश्चिमी पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त और भारत के पंजाब राज्य में बाँट दिया था।

भारत से अलग हुए सीलोन और बर्मा

हालांकि इसी दौरान भारत के हिस्से के रूप में रहे सीलोन (अब श्रीलंका) और बर्मा (अब म्यांमार ) को भी अलग कर दिया गया, लेकिन इसे भारत के विभाजन में नहीं शामिल किया जाता है। इसी तरह 1971 में पाकिस्तान का एक और विभाजन हुआ और बांग्लादेश की स्थापना हुई। इसे भी बंटवारे के इस घटनाक्रम में नहीं गिना जाता है। यहां आपको बता दें कि इस दौरान नेपाल और भूटान पहले से ही स्वतन्त्र राज्य थे और इस बँटवारे से प्रभावित नहीं हुए।

Shashi kant gautam

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