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Fraud: क्या आपके घर भी आया बिना ऑर्डर किए कूरियर? तो हो जाएं सावधान..ये है OTP के जरिए ठगी का नायब तरीका
Fraud : ठगों ने ठगी का नायब तरीका ढूंढ निकाला है। आपके बिना ऑर्डर किए कूरियर घर तक आता है। वो आपसे कैंसिल करने पर भी OTP मांगते हैं। और फिर...
Pay on Delivery Fraud : ठगों ने आजकल लोगों की जेब से पैसे निकालने का नायब तरीका ढूंढ निकाला है। जालसाजी का ये खेल इतना अचूक है कि आपको सोचने तक का समय नहीं मिलेगा। और जब तक पता चलेगा, तब तक आपका बैंक अकाउंट साफ हो चुका होगा। जी हां, ठगी का ये तरीका इतना कारगर है कि, अच्छे-अच्छों को धोखा हो जाता है। अगर, आप भी ऑनलाइन ऑर्डर के जरिये सामान मंगाते हैं तो हो सकता है अगला नंबर आपका ही न हो। वैसे ये जानकारी सभी के लिए है। इस नए झांसे में ऐसे लोग भी फंसे हैं जो ऑनलाइन ऑर्डर नहीं करते। बस, एक कॉल और OTP आपकी गाढ़ी कमाई साफ करने के लिए काफी है।
आज के समय में स्मार्ट दिखने मात्र से आप स्मार्ट नहीं कहलाएंगे। बल्कि, आपको एक स्मार्ट खरीददार भी बनना पड़ेगा। स्मार्ट खरीददार बनने के लिए चौंकन्ना रहना भी जरूरी है। नहीं, तो राह चलते कोई भी आपको उल्लू बना सकता है। आपकी थोड़ी सी असावधानी आपके अकाउंट साफ कर सकती है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं, क्या है लोगों के पैसे उड़ाने का ठगों का नायब तरीका।
ऐसे होती है ठगी
लखनऊ के अलीगंज निवासी प्रवीण के पास कुछ दिनों पहले एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा, आपका पार्सल लेकर आया हूं। घर के बाहर ही खड़ा हूं, कृपया ऑर्डर ले जाएं। अब बारी थी प्रवीण के चौंकने की। प्रवीण सोच रहे थे कि मैंने तो कोई ऑर्डर किया नहीं था, फिर पार्सल कैसे आया? बावजूद घर के बाहर आए। कूरियर डिलीवरी बॉय ने बताया, आपका ऑर्डर 'पे ऑन डिलीवरी' (Pay on Delivery) है। मतलब, आपको पेमेंट करना होगा। प्रवीण ने इसके लिए साफ मना कर दिया। बोले, ऑर्डर कैंसिल कर दो।
तब डिलिवरी बॉय ने कस्टमर केयर को फोन लगाया। उसने प्रवीण की की बात करवाई। दूसरी तरफ से बात कर रहे कस्टमर केयर वाले ने कहा, 'ऑर्डर कैंसिल करने के लिए प्रवीण के मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा। तब प्रवीण ने फोन पर बात करने के दौरान ही OTP बता दिया। प्रवीण फोन वापस डिलीवरी बॉय को सौंपकर चले गए। कुछ सेकेंड्स बाद डिलीवरी बॉय भी चलता बना। प्रवीण के लिए ये सामान्य घटना थी। लेकिन, अगले पल उनके साथ क्या होने वाला था इसका उन्हें तनिक भी अंदाजा नहीं था।
...हो चुके थे ठगी का शिकार
प्रवीण निश्चिंत होकर वापस कमरे में गए तो उनके फोन पर नोटिफिकेशन आया। मैसेज वाली घंटी पर उन्होंने फोन चेक किया। मैसेज बैंक से था। SMS में बताया गया था कि, उनके खाते में जमा सारी रकम कहीं और ट्रांसफर की जा चुकी है। अब प्रवीण को काटो तो खून नहीं। देखते हैं देखते उनका अकाउंट खाली हो चुका था। प्रवीण के होश उड़ गए। प्रवीण ने अपना पर्स खंगाला, बैंक ATM, डेबिट कार्ड सब चेक किए। दरअसल, प्रवीण को ये समझ नहीं आ रहा था कि, जब सारे कार्ड आदि उन्हीं के पास है तो फिर ये हुआ कैसे? प्रवीण जब पुलिस के पास पहुंचे तो उन्हें पता चला कि वो साइबर फ्रॉड का शिकार हो चुके हैं। ठगी का ये नया और नायब तरीका प्रवीण जैसे कई लोगों को अपना शिकार बना चुकी है। तो संभलकर रहें, कहीं अगला निशाना आप ही तो नहीं।
दिल्ली में लोन के नाम पर भी ठगी
इसी से मिलता-जुलता एक मामला राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सामने आया। उत्तरी दिल्ली की साइबर सेल ने इसी सप्ताह 3 जालसाजों को दबोचा। आरोपियों की पहचान हिसार निवासी दुष्यंत, दीपक और फरीदाबाद निवासी दीपक के रूप में हुई है। ये लोग द्वारका से सस्ते ब्याज पर लोन देने का रैकेट चला रहे थे। इलाके के डीसीपी देवेश कुमार माहला के अनुसार, पीड़ित ने शिकायत दी कि एक अनजान नंबर से मेसेज आया था। जिसमें लिखा था, 'कम ब्याज दर के साथ 24 घंटे के भीतर 10 लाख तक का परेशानी मुक्त ऑनलाइन लोन पाएं।' पीड़ित को इस मैसेज पर भरोसा हो गया। उसने नंबर पर संपर्क किया। जिसके बाद ठगों ने उससे करीब ढाई लाख रुपए ठग लिए। लेकिन लोन नहीं मिला। पूछताछ में पता चला कि वो लोग अब तक दर्जनों लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं।