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ग्राहकों सावधान! बैंक से जुड़े ये काम जल्दी निपटा लें, लगाने पड़ सकते हैं चक्कर

नये साल में अब कुछ दिन ही बचे हैं, पूरा देश नये साल के स्वागत के लिए तैयारी कर रहा है, लेकिन आपके लिए एक जरूरी खबर है कि इन बचे दिनों में आप बैंक से जुड़े जरूरी कामों को निपटा लीजिए।

Harsh Pandey
Published on: 29 Nov 2019 11:26 AM GMT
ग्राहकों सावधान! बैंक से जुड़े ये काम जल्दी निपटा लें, लगाने पड़ सकते हैं चक्कर
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नई दिल्ली: नये साल में अब कुछ दिन ही बचे हैं, पूरा देश नये साल के स्वागत के लिए तैयारी कर रहा है, लेकिन आपके लिए एक जरूरी खबर है कि इन बचे दिनों में आप बैंक से जुड़े जरूरी कामों को निपटा लीजिए।

दरअसल, पेंशनधारकों के लिए तो लाइफ सर्टिफिकेट जमा करना बेहद जरूरी है, ध्यान देने वाली बात यह है कि अगर ये सर्टिफिकेट जमा नहीं हुआ तो पेंशन अटक जाएगी। वहीं, किसानों को भी पीएम किसान सम्मान योजना के तहत पैसे पाने के लिए अपना आधार नंबर देना होगा।

जरूरी है लाइफ सर्टिफिकेट...

बताते चलें कि लाइफ सर्टिफिकेट 30 नवंबर तक जमा करना बहुत जरूरी है। जानकारी के लिए बता दें कि नौकरी से रिटायर हो चुके कर्मचारियों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि उन्हें अपना अपना लाइफ सर्टिफिकेट(जीवित होने का प्रमाण पत्र) जमा करना होगा।

ज्ञात हो कि ये सर्टिफिकेट बताता है कि पेंशन पाने वाला अभी तक जिंदा है, साफ शब्दों में परिभाषित करें तो यह सर्टिफिकेट, पेंशनर के जीवित होने का सबूत होता है।

अगर जमा नहीं करेंगे लाइफ सर्टिफिकेट तो होगा ये...

आपको बता दें कि लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की प्रक्रिया अनिवार्य है, 30 नवंबर तक अगर यह काम न किया गया तो पेंशन रुक भी सकती है।

सरकार ने अब पेंशन पाने वालों के लिए लाइफ सर्टिफिकेट से जुड़ी कई सर्विस शुरू की है। सरकार ने एक प्लेटफॉर्म उपलब्ध कर दिया है, इसके जरिये पेंशनर अपने जीवन प्रमाण पत्र को ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। इस तरह उन्हें खुद बैंक या डाकघर जाने की जरूरत से मुक्ति मिल जाती है।

इस तरह प्राप्त कर सकते हैं डिजिटल सर्टिफिकेट...

जवाब- डिजिटल सर्टिफिकेट पाने के लिए पेंशनरों को एक खास 'प्रमाण आईडी' बनानी होगी। यह विशिष्ठ आईडी होती है, यानी हर एक पेंशनर के लिए यह अलग-अलग होती है। पेंशनर इसे अपने आधार नंबर और बायोमेट्रिक्स का इस्तेमाल करके बना सकते हैं।

खास बात यह है कि पहली बार इस आईडी को जनरेट करने के लिए पेंशनर स्थानीय सिटीजन सर्विस सेंटर जा सकते हैं।

इसके साथ ही पेंशनधारकों को आधार नंबर, मोबाइल नंबर, पेंशन पेमेंट ऑर्डर (पीपीओ) नंबर और पेंशन खाता संख्या के अलावा अंगुली के निशान देने होंगे।

सफल वेरिफिकेशन के बाद मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस एकनॉलेजमेंट भेजा जाता है, इसमें प्रमाण आईडी शामिल होती है।

डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बन जाने के बाद इसे पेंशन बांटने वाली एजेंसी के पास नहीं जमा करना है, जीवन प्रमाण पोर्टल (https://jeevanpramaan.gov.in) के जरिये यह काम आप डिजिटली कर सकते हैं।

एजेंसी भी पोर्टल से लाइफ सर्टिफिकेट हासिल कर सकती हैं, पेंशनर एंड्रॉयड फोन पर उमंग ऐप या पीसी पर विंडोज के जरिये भी सर्टिफिकेट जेनरेट कर सकते हैं।

डोरस्टेप सुविधा भी है उपलब्ध जो वरिष्ठ नागरिक बैंक शाखा जाने में असमर्थ हैं, उन्हें पेंशन बांटने वाली एजेंसियां आधार आधारित प्रमाणीकरण के लिए डोरस्टेप सेवाएं देती हैं।

इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए कई बैंक जीवन प्रमाण पत्र शिविरों का आयोजन करते हैं, यह बात ध्यान देने वाली है कि प्रमाण आईडी जीवनभर वैध नहीं रहती है। पेंशन मंजूर करने वाली अथॉरिटी ने डिजिटल सर्टिफिकेट की वैधता अवधि के नियम बनाए हैं।

6000 रुपये पाने के लिए आधार लिंक करना जरूरी- मोदी सरकार ने पीएम-किसान सम्मान निधि स्कीम की किश्त पाने के लिए आधार नंबर को लिंक करवाने की अंतिम तारीख 30 नंवबर तय की है।

अगर किसी ने इसे लिंक करवाने में देरी की तो उसके खाते में 6000 रुपए नहीं आएंगे. इसके लिए मोदी सरकार ने 30 नवंबर 2019 की तारीख तय की है।

खास बात यह है कि अगर आपने इस दौरान ऐसा नहीं किया तो खेती-किसानी के लिए 6000 रुपए की मदद नहीं मिलेगी, हालांकि, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, असम और मेघालय के किसानों को 31 मार्च 2020 तक यह मौका दिया गया है।

Harsh Pandey

Harsh Pandey

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