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Petrol-Diesel price: केंद्र सरकार ने की एक्साइज ड्यूटी पर बड़ी कटौती, पेट्रोल 9.5 रुपये और डीजल 7 रुपये हुआ सस्ता
Petrol-Diesel price: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पेट्रोल पर आठ रुपये एक्साइज की कटौती का ऐलान किया है तो वहीँ डीजल पर 6 रुपये की एक्साइज कटौती का ऐलान किया है।
Petrol-Diesel price reduced: केंद्र सरकार (Union Government) ने एक बड़े फैसले में आज पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) की कीमतों में भारी कटौती का ऐलान किया है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) ने पेट्रोल पर आठ रुपये एक्साइज की कटौती का ऐलान किया है तो वहीँ डीजल पर 6 रुपये की एक्साइज कटौती का ऐलान किया है।
एक्साइज ड्यूटी (excise duty) में भारी कटौती के बाद पेट्रोल की कीमत में 9 रुपये 50 पैसे की कमी आएगी तो वहीँ डीजल खरीदने वाले ग्राहकों को सात रुपये का लाभ मिलेगा। इस सम्बन्ध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर जानकारी दी।
केंद्र सरकार ने शनिवार को आम जनता को महंगाई से हल्की राहत देने के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी कटौती करने का ऐलान किया है। सरकार ने ये राहत पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले एक्साइज ड्यूटी को घटा कर दी है। जानकारी के मुताबिक, पेट्रोल पर से 8 रुपए और डीजल पर से 6 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी को कम करने का निर्णय लिया गया है।
इतने रूपए हुए कम
केंद्र के इस फैसले के बाद पेट्रोल 9.50 रुपए और डीजल 7 रुपए प्रति लीटर सस्ता होगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसकी जानकारी दी है। नई कीमतें आज रात 12 बजे से लागू होंगी।
उज्जवला योजना वाले सिलेंडर पर इस साल 200 रुपये की सब्सिडी
इसके अलावा वित्त मंत्री ने बताया कि पीएम उज्जवला योजना वाले सिलेंडर पर इस साल 200 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। एक परिवार को साल में 12 सिलेंडर मिलेंगे। इसका फायदा 9 करोड़ परिवारों को मिलेगा। केंद्र के इस निर्णय ने महंगाई की चौतरफा मार से त्रस्त जनता को बड़ी राहत दी है।
45 दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं
बता दें कि लगातार 45 दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। देश में 6 अप्रैल 2022 से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ऐसे में लोगों के अंदर आशंका घर कर गई थी कि आने वाले दिनों में एकबार फिर पेट्रोल और डीजल के दाम उनको झटका देने वाले हैं। क्योंकि बीते कुछ दिनों में अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में बढ़ोतरी होने की खबर भी आई थी।
तेल कंपनियों को घाटा उठाना पड़ रहा था
जिसके कारण तेल कंपनियों को घाटा उठाना पड़ रहा था। ऐसे में सरकार ने इन आशंकाओं को दूर करते हुए एक्साइज ड्यूटी में कमी लाकर जनता को बड़ी राहत देने की कोशिश की है। दरअसल फिलहाल देश के कई हिस्सों में पेट्रोल के अलावा डीजल भी शतक मार चुका है। ऐसे में सरकार पर लगातार तेल की कीमतों को कम करने का दवाब बढ़ रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीत दिनों कोरोना को लेकर राज्यों के साथ हुई मीटिंग में भी यह मुद्दा उठाया था और राज्यों विशेषकर विपक्ष शासित राज्यों को पेट्रोल और डीजल पर टैक्स नहीं घटाने पर आड़े हाथों लिया था।