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डिजिटल पेमेंट को झटका, पेट्रोल पंपों पर 9 जनवरी से नहीं चलेंगे डेबिट-क्रेडिट कार्ड
पीएम मोदी के 8 नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के बाद अभी लोगों की कैश की किल्लत की समस्या हल भी नहीं हुई थी कि अब क्रेडिट और डेबिट कार्ड से पेट्रोल और डीजल खरीदने वालों को एक और झटका लगा है। इससे पीएम मोदी की डिजिटल ट्रांजेक्शन करने की मुहिम खटाई में पड़ती नजर आ रही है।
नई दिल्ली: पीएम मोदी के 8 नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के बाद अभी लोगों की कैश की किल्लत की समस्या हल भी नहीं हुई थी कि अब क्रेडिट और डेबिट कार्ड से पेट्रोल और डीजल खरीदने वालों को एक और झटका लगा है। इससे पीएम मोदी की डिजिटल ट्रांजेक्शन की मुहिम खटाई में पड़ती नजर आ रही है।
दरअसल बैंकों ने अचानक ही डेबिट/क्रेडिट कार्ड्स से पेमेंट पर 1% सरचार्ज बढ़ा दिया है। जिससे अब 9 जनवरी (सोमवार) से पेट्रोल पंप पर कार्ड्स (डेबिट/क्रेडिट) से पेमेंट नहीं हो पाएगा। बैंकों द्वारा अचानक लिए गए इस फैसले से ऑइल मिनिस्ट्री भी हैरान है। पेट्रोल पंप ऑनर्स ने कार्ड्स से पेमेंट लेने से इनकार कर दिया है। ट्रांजेक्शन सरचार्ज लेने के विरोध के तौर पर ही पेट्रोल पंप ऑनर्स ने ये फैसला लिया है।
पेट्रोल पंप डीलरों के इस निर्णय से नकदी की कमी से जूझ रहे लोगों की मुसीबत बढ़ने वाली है। ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन का कहना है कि 'एक फीसदी मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) के चलते हम लोगों ने 9 जनवरी 2017 से क्रेडिट और डेबिट कार्ड से पेमेंट नहीं लेने का फैसला किया है। हालांकि एसोसिएशन ने ये भी साफ किया कि जो बैंक एमडीआर नहीं वसूलेंगे, उनके कार्ड पेट्रोल पंप पर चलेंगे।
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पेट्रोल पंप डीलर्स का कहना है इस सरचार्ज का असर उनके मुनाफे पर पड़ेगा। अगर बैंक प्रत्येक ट्रांजेक्शन पर 1 फीसदी सरचार्ज काटेंगे, तो पेट्रोल पंप डीलर्स कहां जाएंगे। सरचार्ज बढ़ने के कारण पेट्रोल पंप पर कार्ड पेमेंट पर ऐसे समय पर रोक लग रही है, जब मोदी सरकार प्लास्टिक मनी द्वारा पेट्रोल खरीदने को प्राथमिकता देने पर जोर दे रही है। बता दें, कि हाल ही में केंद्र सरकार ने नॉन कैश ट्रांजेक्शन पर 0.75% कैशबैक की सुविधा दी थी।
ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने क्या कहा ?
ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि हमें एचडीएफसी और अन्य बैंकों द्वारा सूचित किया गया है कि क्रेडिट कार्ड से ट्रांजेक्शन पर एक फीसदी और सभी डेबिट कार्ड पर 0.25 से 1 फीसदी चार्ज वसूल किया जाएगा। यह चार्ज 9 जनवरी 2017 से लगेगा। हमारा मुनाफा हर एक किलोलीटर पर फिक्स होता है। हम इन चार्ज को नहीं झेल सकते। इससे डीलर्स को नुकसान होगा। इस वजह से ही यह फैसला लिया गया है।
क्या है एमडीआर ?
मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) एक ऐसा शुल्क है, जो बैंक कार्ड पेमेंट एक्सेप्ट करने के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराने के बदले वसूलते हैं।
क्या है एसोसिएशन की दलील ?
-पेट्रोल पंपों का कुल मार्जिन 2.5 फीसदी है, जो प्रति एक हजार लीटर के आधार पर निर्धारित होता है।
-इसमें स्टाफ व अन्य मैंटेनेंस की लागत भी खुद उठानी पड़ती है।
-इतने कम मार्जिन में बैंक को शुल्क देना रिटेल आउटलेट्स के लिए संभव नहीं है।
-दूसरे कारोबारियों की तरह पेट्रोलियम डीलर प्रोडक्ट की कीमत भी नहीं बढ़ा सकते हैं।
-ऐसी स्थिति में डीलर्स अपने मार्जिन का एक फीसदी हिस्सा बैंकों को नहीं दे सकते हैं।