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इशरत जहां केस : पिल्लई ने चिदंबरम पर लगाया हलफनामा बदलवाने का आरोप

Admin
Published on: 29 Feb 2016 12:26 PM IST
इशरत जहां केस : पिल्लई ने चिदंबरम पर लगाया हलफनामा बदलवाने का आरोप
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नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय गृह सचिव जीके पिल्लई के एक खुलासे से इशरत जहां एनकाउंटर मामला एक बार फिर गर्म हो गया है। दरअसल, पिल्लई ने गुजरात के बहुचर्चित इशरत जहां एनकाउंटर मामले में पूर्व गृह मंत्री पी.चिदंबरम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पिल्लई ने रविवार को बताया कि इशरत जहां और उसके साथियों के तार लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े होने का हलफनामा ‘राजनीतिक स्तर’ पर चिदंबरम ने बदलवाया था।

क्या है आरोप

-गृह मंत्रालय ने अगस्त 2009 में सुप्रीम कोर्ट में ओरिजनल एफिटडेविट दाखिल किया था।

-इसमें आईबी के इनपुट का हवाला देते हुए कहा गया था कि इशरत और उसके तीनों सहयोगी, जावेद शेख उर्फ प्रणेश पिल्लई, जीशान जौहर और अमजद अली राणा लश्कर के स्लीपर सेल का हिस्सा थे।

-यह हलफनामा दायर करने के एक महीने बाद तत्कालीन गृह मंत्री चिदंबरम ने संयुक्त सचिव से केस की फाइल अपने पास मंगा ली थी।

-पूर्व गृह सचिव ने कहा कि मुठभेड़ में मारे गए जावेद शेख और दो पाकिस्तानी नागरिक लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी थे।

-इशरत इस बात को जानती थी कि कुछ गलत किया जा रहा है।

-इशरत-जावेद उत्तर प्रदेश और अहमदाबाद के लॉज और होटलों में एक जोड़े के रूप में ठहरे थे।

-इशरत-जावेद और आतंकी संगठन को मदद कर रही थी।

पूर्व केंन्द्रीय गृह सचिव ने क्या कहा

-मैं कहूंगा कि यह राजनीतिक स्तर पर किया गया।

-तत्कालीन यूपीए सरकार ने 2009 में दो महीने के भीतर दो हलफनामे दाखिल किए थे।

-एक में कहा गया था कि कथित फर्जी मुठभेड़ में मारे गए चार लोग आतंकवादी थे।

-जबकि दूसरे में कहा गया था कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचने लायक सबूत नहीं हैं।

-हो सकता है इशरत अनजाने में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के हाथों में खेल रही हो।

-उन्होंने इशरत के आतंकवादी रिश्तों के बारे में डेविड हेडली की ओर से दिए गए बयान की जांच कराने की वकालत की।

-इस बात में कोई शक नहीं कि गुजरात में कथित फर्जी मुठभेड़ में मारे गए लोगो के तार लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे।

-‘वे लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य थे।

-वह (इशरत) जानती थी कि कुछ गलत है।

-वरना कोई बिनब्याही जवान मुस्लिम युवती दूसरे पुरुषों के साथ नहीं गई होती।

-यह पूछे जाने पर कि क्या यह एक फर्जी मुठभेड़ थी, इस पर उन्होने कहा कि सीबीआई पहले ही इस मुद्दे की छानबीन कर चुकी है और आरोप-पत्र दाखिल कर चुकी है।



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