TRENDING TAGS :
PM Face 2024: JDU ने PM पद के लिए नीतीश का नाम फिर उछाला, मुंबई बैठक से पहले बड़ा बयान, INDIA में छिड़ सकता है घमासान
PM Face 2024 Lok Sabha Elections: विपक्षी गठबंधन की बैठक के 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने वाली है और इस बैठक से पूर्व जदयू नेता की ओर से यह बड़ा बयान सामने आया है।
PM Face 2024 Lok Sabha Elections: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की मुंबई बैठक से पहले जदयू के नेता और बिहार सरकार के एक मंत्री ने प्रधानमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार का नाम एक बार फिर आगे बढ़ाया है। जदयू नेता लंबे समय से नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल बताते रहे हैं। विपक्षी गठबंधन की बैठक के 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने वाली है और इस बैठक से पूर्व जदयू नेता की ओर से यह बड़ा बयान सामने आया है।
विपक्षी दलों की अभी तक पटना और बेंगलुरु में दो बैठकें हो चुकी हैं मगर इन बैठकों के दौरान प्रधानमंत्री पद को लेकर कोई चर्चा नहीं की गई है। ऐसे में जदयू नेता के इस बयान को सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है। उधर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने भी ममता को पीएम पद के लिए सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार बताते हुए बाकायदा मुहिम छेड़ रखी है। राहुल गांधी की सांसदी बहाल होने के बाद कांग्रेस के भी दबाव बनाने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में विपक्षी दलों के बीच पीएम पद को लेकर घमासान छिड़ने की आशंका भी जताई जाने लगी है।
बिहार के मंत्री ने उछाला फिर नीतीश का नाम
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई मौकों पर प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी की संभावना को खारिज करते रहे हैं मगर जदयू नेताओं की ओर से समय-समय पर उनका नाम पीएम पद के लिए उछाला जाता रहा है। कई सियासी जानकारी से नीतीश कुमार की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा भी मानते रहे हैं। अब विपक्षी दलों की मुंबई बैठक से पहले जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के मंत्री जमा खान ने पीएम पद पर नीतीश की दावेदारी को लेकर बड़ा बयान दिया है।
जदयू नेता जमा खान ने नीतीश कुमार का नाम आगे बढ़ाते हुए कहा कि हमें देश की जनता के मूड को समझना होगा। देश की जनता प्रधानमंत्री पद पर नीतीश कुमार को देखना चाहती है।
बयान की टाइमिंग काफी महत्वपूर्ण
जमा खान के इस बयान के बाद विपक्षी गठबंधन के बीच एक बार फिर प्रधानमंत्री पद को लेकर बहस छिड़ने की संभावना पैदा हो गई है। जमा खान के इस बयान की टाइमिंग भी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि 10 दिन बाद ही मुंबई में विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की बैठक होने वाली है।
जमा खान के इस बयान पर अभी नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि वे पूर्व में कई बार प्रधानमंत्री पद को लेकर अपनी दावेदारी को नकारते रहे हैं। दूसरी ओर जदयू नेता और कार्यकर्ता लगातार नीतीश कुमार को पीएम चेहरा घोषित करने की मांग करते रहे हैं।
टीएमसी ने ममता के लिए शुरू किया अभियान
जदयू की ओर से पीएम पद के लिए जहां नीतीश कुमार के नाम की वकालत की जा रही है वहीं दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया पर ममता बनर्जी को पीएम बनाने के लिए अभियान की शुरुआत कर दी गई है। तृणमूल कांग्रेस की ओर से शुरू किए गए अभियान का मकसद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और पार्टी की मुखिया ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री के पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार के रूप में स्थापित करना है।
वैसे पार्टी की ओर से सोशल मीडिया पर यह मुहिम भले ही पहली बार शुरू की गई हो मगर पार्टी के नेता समय-समय पर ममता बनर्जी को पीएम फेस बनाने की मांग करते रहे हैं। सोशल मीडिया पर कैंपेन के लिए ममता बनर्जी के स्लोगन वाली रील्स के साथ ही ग्राफिक्स भी बनाने की तैयारी है।
टीएमसी की इस मुहिम में स्लोगन लिखा होगा कि बोलचे बंगलार जोनोता, प्रधानमंत्री होक ममता। इसका मतलब है कि बंगाल के लोगों ने इस बात की घोषणा कर दी है कि वे ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं।
टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी ममता बनर्जी को पीएम पद का चेहरा बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस पद के लिए ममता से ज्यादा योग्य और सही उम्मीदवार कोई दूसरा नेता नहीं है। यदि ममता से ज्यादा योग्य कोई दूसरा उम्मीदवार है तो उसका नाम बताया जाना चाहिए।
कांग्रेस भी राहुल के लिए बनाएगी दबाव
विपक्षी दलों के नेता अभी तक किसी भी विवाद से बचने के लिए प्रधानमंत्री पद के चेहरे पर चर्चा करने से बचते रहे हैं। विपक्षी नेताओं को इस बात का बखूबी एहसास है कि इस बात को लेकर चर्चा शुरू करना मधुमक्खी के छत्ते में हाथ डालने जैसा होगा। बेंगलुरु की बैठक के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि कांग्रेस पार्टी की सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है।
वैसे बेंगलुरु के बैठक के बाद सियासी हालात बदल चुके हैं। मोदी सरनेम केस में सुप्रीम कोर्ट की ओर से राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाई जाने के बाद राहुल गांधी की संसद में वापसी हो चुकी है। ऐसे में कांग्रेस की ओर से आने वाले दिनों में राहुल को पीएम फेस बनाने की मांग उठने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
सियासी जानकारों का मानना है कि कांग्रेस नेता इसके लिए सही समय का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे हालात में विपक्षी गठबंधन में प्रधानमंत्री पद के कई दावेदारों के नाम सामने आने के बाद विपक्षी गठबंधन के दूल्हे को लेकर घमासान छिड़ने की आशंका भी जताई जाने लगी है।
मुंबई में जल्द होने वाली है विपक्ष की बैठक
विपक्षी दलों की पहली बैठक 23 जून को पटना में और दूसरी बैठक 17 व 18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई थी। इन दोनों बैठकों के दौरान अभी तक विपक्षी दलों का कोई संयोजक नहीं तय हो सका है। विपक्षी गठबंधन की दो बैठकों के बाद अब तीसरी बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने वाली है।
जानकारों का मानना है कि इस बैठक के दौरान विपक्षी गठबंधन इंडिया के संयोजक के नाम पर मुहर लग सकती है। संयोजक पद के लिए नीतीश कुमार की दावेदारी को सबसे मजबूत माना जा रहा है।
मोदी लागू कर देंगे अपना संविधान
इस बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ता पर फिर काबिज होने में कामयाब रहे तो देश में अंबेडकर के संविधान की जगह नरेंद्र मोदी संविधान लागू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि पिछले नौ वर्षों के दौरान उन्होंने देश की विकास की दिशा में कौन-कौन से काम किए हैं। उन्होंने कहा कि देश के लोगों को भाजपा से सतर्क रहना होगा।