TRENDING TAGS :
कई ब्रांड आए अमूल जैसा कोई नहीं, छोटे किसानों के कल्याण पर है फोकस, डेयरी संघ कार्यक्रम में बोले पीएम मोदी
PM Modi: भारत के डेयरी सेक्टर की असली रीढ़ महिलाशक्ति है। आज जब भारत women led development के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है, तो भारत के डेयरी सेक्टर की ये सफलता उसके लिए एक बहुत बड़ी प्रेरणा है।
PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अहमदाबाद में गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए। यहां पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चल रहे किसान आंदोलन के बीच पीएम मोदी ने कहा कि 'हमारा फोकस छोटे किसानों के कल्याण पर है। छोटे पशुपालकों का ये संगठन आज जिस बड़े पैमाने पर काम कर रहा है। वह संगठन की शक्ति है और सहयोग की शक्ति है।
60 फीसदी की हुई दूध उत्पादन में वृद्धि
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पीएम मोदी कई राज्यों के विभिन्न हिस्सों से आए किसानों और लोगों का अभिवादन किया। जनसभा में पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात के गांवों ने मिलकर 50 वर्ष पहले जो पौधा लगाया था, वो आज विशाल वटवृक्ष बन गया है और इस विशाल वटवृक्ष की शाखाएं आज देश विदेश तक फैल चुकी हैं। गुजरात कॉपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन की स्वर्ण जयंती पर आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। हम आज दुनिया के सबसे बड़े दूध उत्पादक देश हैं। भारत के डेयरी सेक्टर से 8 करोड़ लोग सीधे जुड़े हुए हैं। पिछले 10 साल में ही भारत में दूध उत्पादन में करीब 60% वृद्धि हुई है, जबकि इन 10 वर्षों में प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता भी करीब 40% बढ़ी है।
अमूल-डेयरी सफलता के पीछे महिला शाक्ति
उन्होंने कहा कि भारत के डेयरी सेक्टर की असली रीढ़ महिलाशक्ति है। आज जब भारत women led development के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है, तो भारत के डेयरी सेक्टर की ये सफलता उसके लिए एक बहुत बड़ी प्रेरणा है। आज अमूल सफलता की जिस ऊंचाई पर है, वो सिर्फ और सिर्फ महिला शक्ति की वजह से है। विकसित भारत के लक्ष्य में महिला भागेदारी को पीएम मोदी ने जुड़ा। उन्होंने कहा कि देश को विकसित बनाने के लिए भारत की प्रत्येक महिला की आर्थिक शक्ति बढ़नी आवश्यक है, इसलिए हमारी सरकार महिलाओं की आर्थिक शक्ति बढ़ाने के लिए भी चौतरफा काम कर रही है। मुद्रा योजना के तहत सरकार ने जो 30 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की मदद दी है, उसमें करीब 70 फीसदी लाभार्थी हमारी बहन-बेटियां ही हैं।
हर गांव प्राथमिकता पर
महात्मा गांधी के विचारों को शेयर करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बाबू कहते थे कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है। विकसित भारत के निर्माण के लिए भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सशक्त होना जरूरी है। पहले की सरकारें ग्रामीण अर्थव्यवस्था की जरूरतों को टुकड़ों में देखती थी, लेकिन आज की मोदी सरकार गांव के हर पहलू को प्राथमिकता देते हुए काम को आगे बढ़ा रही है। हमारा फोकस है कि छोटे किसान का जीवन कैसे बेहतर हो। पशुपालन का दायरा कैसे बढ़े। पशुओं का स्वास्थ्य कैसे बेहतर हो। साथ ही, गांव में पशुपालन के साथ ही मछलीपालन और मधुमक्खी पालन को कैसे प्रोत्साहित किया जाए। हमने पहली बार पशुपालकों और मछली पालकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी है।
अन्नदाता को उर्वकदाता बनाने पर भी हो रहा काम
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किसानों को ऐसे आधुनिक बीज दिए हैं, जो जलवायु परिवर्तन का मुकाबला कर सकें। भाजपा सरकार राष्ट्रीय गोकुल मिशन जैसे अभियानों के माध्यम से दुधारू पशुओं की नस्ल सुधारने का भी काम कर रही है। साथ ही, अन्नदाता को उर्जादाता बनाने के साथ ही उर्वरकदाता बनाने पर भी जोर दे रही है। हम किसानों को सोलर पंप दे रहे हैं। गोबरधन योजना के तहत पशुपालकों से गोबर खरीदने की व्यवस्था भी बनाई जा रही है। हमारे डेयरी प्लांट में गोबर से बिजली पैदा की जा रही है। बदले में बनने वाली जैविक खाद किसानों को बहुत कम कीमत में उपलब्ध कराई जा रही है।
देश में अमूल जैसा कोई नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की आजादी के बाद देश में बहुत से ब्रांड बने, लेकिन अमूल जैसा कोई नहीं। अमूल आज भारत के पशुपालकों के सामर्थ्य की पहचान बन चुका है। यही कारण है कि भारत में अमूल यानी विश्वास, अमूल यानी विकास, अमूल यानी जनभागीदारी, अमूल यानी किसानों का सशक्तिकरण, अमूल यानी समय के साथ आधुनिकता का समावेश, अमूल यानी आत्मनिर्भर भारत की प्रेरणा, अमूल यानी बड़े सपने, बड़े संकल्प और उससे भी बड़ी सिद्धियां वाला ब्रांड बन चुका है।
प्रदर्शनी का किया निरीक्षण
इस जनसभा से पहले प्रधानमंत्री ने गुजरात गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर अहमदाबाद में अमूल की एक प्रदर्शनी का भी निरीक्षण किया और बारीकियों से प्रदर्शनी की जानकारी प्राप्त की।