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बच्ची की जान बचाने को आगे आए पीएम मोदी, इंजेक्शन पर छह करोड़ का टैक्स माफ

तीरा इतनी गंभीर बीमारी से पीड़ित है कि यदि उसे इंजेक्शन नहीं लगेगा तो उसकी जिंदगी 13 महीने से ज्यादा समय तक नहीं चलेगी। स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉफी (एसएमए) बीमारी में शरीर में प्रोटीन बनाने वाला जीन नहीं होता।

Roshni Khan
Published on: 11 Feb 2021 3:00 AM GMT
बच्ची की जान बचाने को आगे आए पीएम मोदी, इंजेक्शन पर छह करोड़ का टैक्स माफ
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बच्ची की जान बचाने को आगे आए पीएम मोदी, इंजेक्शन पर छह करोड़ का टैक्स माफ (PC: social media)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गई मदद से एक पांच महीने की बच्ची की जिंदगी में उम्मीदों की रोशनी लेकर आई है। तीरा कामत नामक यह बच्ची स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉफी (एसएमए) बीमारी से पीड़ित है और उसका इलाज अमेरिका से आने वाले एक मह॔गे इंजेक्शन से ही संभव है।

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करीब 16 करोड़ रुपए के इस इंजेक्शन पर छह करोड़ रुपए का टैक्स अदा करना पड़ता है। इस तरह इसकी कीमत करीब 22 करोड़ रुपए होती मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गई पहल के बाद इस इंजेक्शन पर लगने वाला छह करोड़ का टैक्स पूरी तरह माफ कर दिया गया है।

गंभीर बीमारी से पीड़ित है तीरा

तीरा इतनी गंभीर बीमारी से पीड़ित है कि यदि उसे इंजेक्शन नहीं लगेगा तो उसकी जिंदगी 13 महीने से ज्यादा समय तक नहीं चलेगी। स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉफी (एसएमए) बीमारी में शरीर में प्रोटीन बनाने वाला जीन नहीं होता। इस जीन के न होने के कारण मांसपेशियां और तंत्रिकाएं धीरे-धीरे खत्म होने लगती हैं और दिमाग की मांसपेशियां भी काम करना बंद कर देती हैं।

teera kamat teera kamat (PC: social media)

एसएमए टाइप वन बीमारी की शिकार

चूंकि सभी मांसपेशियां मस्तिष्क से ही संचालित होती हैं, इसलिए इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने और भोजन चबाने तक में समस्या पैदा हो जाती है। यह बीमारी भी कई तरह की होती है, लेकिन इसमें टाइप वन को सबसे गंभीर माना जाता है और दुर्भाग्य से तीरा टाइप वन बीमारी से ही पीड़ित है।

तीरा को जो इंजेक्शन लगाया जाने वाला है, उसे खरीदना अच्छे खासे पैसे वालों के लिए भी संभव नहीं है। तीरा का परिवार तो मध्यमवर्गीय है और उसके लिए तो यह इंजेक्शन खरीदना नामुमकिन है। तीरा के पिता मिहिर एक आईटी कंपनी में काम करते हैं जबकि उसकी मां प्रियंका फ्रीलांस इलेस्ट्रेटर का काम करती हैं।

क्राउड फंडिंग से जुटाई 16 करोड़ की रकम

बिटिया के इंजेक्शन का पैसा जुटाने के लिए मां बाप ने सोशल मीडिया पर एक पेज बनाकर क्राउडफंडिंग शुरू की थी। पांच महीने की तीरा की जान बचाने के लिए काफी संख्या में लोग आगे आए और अब तक क्राउड फंडिंग के जरिए 16 करोड़ रुपए की रकम जुटाई जा चुकी है।

इतनी बड़ी रकम इकट्ठा होने के बाद अब उम्मीद है कि जल्द ही अमेरिका से करीब 16 करोड़ की कीमत वाला जॉलजेन्समा (Zolgensma) इंजेक्शन खरीदा जा सकेगा।

मुंबई में चल रहा तीरा का इलाज

मुंबई के एसआरसीसी चिल्ड्रन हॉस्पिटल में तीरा का इलाज चल रहा है और उसे 13 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तीरा के फेफड़ों ने काम करना बंद कर दिया था। हालत गंभीर होने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती करके वेंटिलेटर पर रखा गया था।

तीरा के पिता मिहर का कहना है कि तीरा के जन्म के समय सबकुछ ठीक था मगर अस्पताल से घर आने के बाद मां का दूध पीते वक्त तीरा का दम घुटने लगता था। एक बार तो कुछ देर के लिए उसकी सांसें भी थम सी गई थीं। विभिन्न ने डॉक्टरों ने तीरा को देखने के बाद उसे न्यूरोलॉजिस्ट को दिखाने की सलाह दी थी। तब जाकर तीरा की गंभीर बीमारी के बारे में पता चला।

फडणवीस ने लिखी पीएम को चिट्ठी

तीरा की मदद करने के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रतिपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस आगे आए और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर इस महंगे इंजेक्शन पर लगने वाला टैक्स माफ करने की अपील की। उन्होंने इस बाबत केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भी चिट्ठी लिखी थी।

pm-modi pm-modi (PC: social media)

मोदी ने माफ किया छह करोड़ का टैक्स

फडणवीस की चिट्ठी से जानकारी मिलने के बाद नरेंद्र मोदी भी इस बच्ची की मदद करने के लिए आगे आए और उन्होंने अमेरिका से आने वाले मह॔गे इंजेक्शन पर लगने वाला करीब छह करोड़ का टैक्स पूरी तरह माफ कर दिया है।

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इंजेक्शन न लगने पर तीरा कुछ महीनों की ही मेहमान थी मगर अब इंजेक्शन का पैसा क्राउड फंडिंग के जरिए जुट जाने और पीएम की ओर से टैक्स माफ किए जाने के आदेश के बाद अब तीरा के बचने की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं।

रिपोर्ट- अंशुमान तिवारी

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