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PM Modi in Varanasi: शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी पहल,अगले साल जनवरी में होगी डिजिटल यूनिवर्सिटी की शुरुआत

PM Modi in Varanasi: नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की ओर से विभिन्न मोर्चों पर बड़ा काम किया जा रहा है। यूजीसी की ओर से देश में पहली बार डिजिटल यूनिवर्सिटी खोलने की तैयारियां की जा रही हैं।

Anshuman Tiwari
Published on: 7 July 2022 1:02 PM IST
PM Modi in Varanasi
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PM Modi in Varanasi (image credit social media)

PM Modi in Varanasi: नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की ओर से विभिन्न मोर्चों पर बड़ा काम किया जा रहा है। यूजीसी की ओर से देश में पहली बार डिजिटल यूनिवर्सिटी खोलने की तैयारियां की जा रही हैं। यूजीसी के चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार का कहना है कि डिजिटल यूनिवर्सिटी खोलने की दिशा में तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं।

उन्होंने बताया कि अभी तक की तैयारियों के मुताबिक अगले साल जनवरी में डिजिटल यूनिवर्सिटी की शुरुआत हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस यूनिवर्सिटी की शुरुआत के बाद देशभर के छात्र छात्राओं को काफी सुविधा हो जाएगी। उन्होंने कहा कि डिजिटल यूनिवर्सिटी का लाभ सिर्फ छात्रों को ही नहीं बल्कि देशभर के शिक्षकों को भी मिलेगा।

छात्र-छात्राओं को मिलेगा पढ़ाई का बड़ा मौका

यूजीसी के चेयरमैन का कहना है कि छात्र-छात्राओं को डिजिटल यूनिवर्सिटी में डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स में पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि डिजिटल यूनिवर्सिटी में प्रवेश की पूरी प्रक्रिया देश के अन्य विश्वविद्यालयों की तरह ही पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी होगी। यूजीसी चेयरमैन प्रोफेसर कुमार ने बीएचयू में कहा कि डिजिटल यूनिवर्सिटी के खुलने से छात्र-छात्राओं को काफी फायदा होगा। वे घर बैठे ही विभिन्न पाठ्यक्रमों का अध्ययन करने में कामयाब होंगे।

उन्होंने बताया कि डिजिटल यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा साइंस, फाइनेंशियल मैनेजमेंट और जर्नलिज्म सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों में पढ़ाई करने का बड़ा मौका हासिल होगा। यूजीसी की ओर से प्रैक्टिकल के लिए छात्रों को वर्चुअल लैब की सुविधा मुहैया कराने की तैयारी की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि डिजिटल यूनिवर्सिटी के सारे कोर्स मान्यता प्राप्त होंगे। सर्टिफिकेट कोर्स को भी देश के अन्य शैक्षणिक संस्थानों की तरह ही मान्यता हासिल होगी।

कौशल विकास पर रहेगा फोकस

शिक्षा मंत्रालय की ओर से वाराणसी में आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय शिक्षा समागम में हिस्सा लेने पहुंचे यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि इंटर पास करने के बाद देश भर के छात्र और छात्राएं डिजिटल यूनिवर्सिटी में दाखिला लेकर मनोवांछित कोर्स कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि देश भर में ऐसे छात्र छात्राओं की काफी संख्या है, जो योग्यता होने के बावजूद किन्ही कारणों से ऑफलाइन प्रवेश में कामयाब नहीं हो पाते।

ऐसे छात्र छात्राओं को डिजिटल यूनिवर्सिटी में अपनी पढ़ाई के सपने को पूरा करने का बड़ा मौका हासिल होगा। यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि मौजूदा समय में केंद्र सरकार का फोकस कौशल विकास पर है और कौशल विकास के उद्देश्य से ही डिजिटल यूनिवर्सिटी की शुरुआत की जा रही है। उन्होंने कहा कि छात्र छात्राओं के साथ शिक्षकों को भी डिजिटल यूनिवर्सिटी का पूरा लाभ मिलेगा।

नई शिक्षा नीति को बताया उपयोगी

यूजीसी चेयरमैन के साथ मौजूद बीएचयू के कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन ने भी नई शिक्षा नीति की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसका लाभ छात्रों के साथ ही शिक्षण संस्थानों को भी मिल रहा है। उन्होंने नई शिक्षा नीति को छात्रों के लिए काफी उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि वाराणसी में आयोजित तीन दिवसीय शिक्षा समागम में नई शिक्षा नीति का रोडमैप तैयार किया जाएगा।

इसके साथ ही इस शिक्षा समागम में विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग पर भी चर्चा की जाएगी। शिक्षा समागम में हिस्सा लेने के लिए देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति और अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों के निदेशक और प्रमुख भी वाराणसी पहुंचे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।



Prashant Dixit

Prashant Dixit

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