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Aadi Mahotsav 2023: PM मोदी ने 'आदि महोत्सव' का किया उद्घाटन, बिरसा मुंडा को दी श्रद्धांजलि

Aadi Mahotsav 2023: पीएम ने आदि महोत्सव का उद्घाटन करने के साथ ही आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद पीएम मोदी महोत्सव में लगाए गये विभिन्न स्टालों तक भी गये।

Jugul Kishor
Published on: 16 Feb 2023 6:40 AM GMT (Updated on: 16 Feb 2023 7:30 AM GMT)
Aadi Mahotsav 2023
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आदि महोत्सव का उद्घाटन करते पीएम मोदी (Pic: Social Media)

Aadi Mahotsav 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (16 फरवरी) दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में मेगा राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव 'आदि महोत्सव' का उद्घाटन में किया। पीएम ने आदि महोत्सव का उद्घाटन करने के साथ ही आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद पीएम मोदी महोत्सव में लगाए गये विभिन्न स्टालों तक भी गये। स्टालों पर पहुंचकर पीएम ने जानकारी ली। इस दौरान पीएम मोदी के साथ केंद्रीय जनजातीय कार्यमंत्री अर्जुन मुंडा भी मौजूद रहे। इस महोत्सव में जनजातीय संस्कृति, शिल्प, खानपान, वाणिज्य और पारंपरिक कला को प्रदर्शित किया जा रहा है।

पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि भारत अपने सांस्कृतिक प्रकाश से विश्व का मार्ग दर्शन करता है। आदि महोत्सव विविधता में एकता हमारे उस सामर्थ्य को नई ऊंचाई दे रहा है। यह विकास और विरासत के विचार को और अधिक जीवंत बना रहा है। आदिवासी हितों के लिए काम करने वाली संस्थाओं को मैं इसके आयोजन के लिए बधाई देता हूं। इस बार बजट में पारंपरिक कारीगरों के लिए पीएम-विश्वकर्मा योजना शुरू करने की घोषणा भी की गई है। पीएम-विश्वकर्मा के तहत आपको आर्थिक सहायता दी जाएगी, स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी। अपने प्रॉडक्ट की मार्केटिंग के लिए सपोर्ट किया जाएगा।

16 से 27 फरवरी तक चलेगा 'आदि महोत्सव'

आदि महोत्सव दिल्ली के मेजर ध्यान चंद राष्ट्रीय स्टेडियम में 16 फरवरी से 27 फरवरी तक चलेगा। इस महोत्सव में 28 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के एक हजार से ज्यादा आदिवासी भाग ले रहे हैं। जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा के मुताबिक, आदिवासियों के उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाने और उनकी कला संस्कृति को पहचान दिलाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। वर्ष 2023 से अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के रुप में मनाया जा रहा है। इस महोत्सव में हस्तशिल्प, हथकरघा, मिट्टी के पात्र बनाने की कला, आभूषण कला आदि आकर्षण का केंद्र हैं।


महोत्सव में जनजातीय समुदायों द्वारा उपजाये जाने वाले श्री अन्न को केंद्र में रखा गया है। कार्यक्रम स्थल पर 200 से अधिक स्टालों में देश भर की जनजातियों की समृद्ध और विविध विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा। साल 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इसीलिए आदि महोत्सव में विशेष ध्यान आदिवासियों द्वारा उगाए गए श्री अन्न को प्रदर्शित करने पर है। आदि महोत्सव में 13 राज्यों के आदिवासी रसोइए शामिल होंगे। ऐसे में आप मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में आयोजित आदि महोत्सव में तमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर के आदिवासी जायके का आनंद ले सकेंगे।

Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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