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Param Rudra : पीएम मोदी ने परम रूद्र सुपर कम्प्यूटर लॉन्च किया, जानिए क्या हैं इसकी खासियतें
पीएम मोदी ने परम रूद्र सुपर कम्प्यूटर लॉन्च किया, जानिए क्या हैं इसकी खासियतें
Param Rudra Super Computer : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'राष्ट्रीय सुपर कम्प्यूटिंग मिशन' के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्र को तीन परम रूद्र सुपर कम्प्यूटर को समर्पित किए। इन कम्प्यूरों को दिल्ली, पुणे और कोलकाता में स्थापित किया गया है, जो वैज्ञानिकों के लिए अनुसंधान में मददगार साबित होंगे। इन कम्प्यूटरों को स्वदेश रूप से विकसित किया गया है, इसकी लागत 130 करोड़ रुपए बताई जा रही है। बता दें कि भारत का पहला सुपर कम्प्यूटर साल 1991 में विकसित किया गया था, जिसका नाम सुपर कंप्यूटर परम 8000 था। इसे सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (CDAC), पुणे ने डिजाइन किया था।
पीएम मोदी ने परम रूद्र सुपर कम्प्यूटर लान्चिंग के दौरान कहा कि आज विज्ञान और तकनीक की दुनिया में भारत के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि का दिन है। 21वीं सदी का भारत कैसे विज्ञान, तकनीक और रिसर्च को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ा रहा है, आज का दिन इसका भी प्रतिबिंब है। आज का भारत संभावनाओं के अनंत आकाश में नए अवसरों को तराश रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने तीन सुपर कम्प्यूटर बनाएं हैं, जो दिल्ली, पुणे और कोलकाता में इंस्टाल किए गए हैं। आज ही देश के लिए अर्का और अरुणिक दो हाई परफाॅर्मिग कम्प्यूटिंग सिस्टम का उद्घाटन भी किया गया है। इसके लिए देश के वैज्ञानिक समुदाय, इंजीनियर और देश वासियों को बधाई।
फिजिक्स से लेकर अर्थ साइंस तक मदद करेंगे ये कम्प्यूटर
उन्होंने कहा कि मेरे तीसरे कार्यकाल की शुरूआत में मैने युवाओं के लिए 100 दिन के अलावा 25 अतिरिक्त दिन देने के वादा किया था। उसी क्रम में आज मै ये सुपर कम्प्यूटर देश के युवाओं को समर्पित करना चाहूंगा। भारत के युवा वैज्ञानिकों को ऐसी टेक्नोलॉजी भारत में ही मिले, इस दिशा में ये कंप्यूटर अहम भूमिका निभाएंगे। ये कम्प्यूटर फिजिक्स से लेकर अर्थ साइंस और कॉस्मोलॉजी तक एडवासं रिसर्च में मदद करेंगे। ये वह क्षेत्र हैं, जिनमें साइंस और टेक्नोलॉजी वर्ल्ड भविष्य की दुनिया को देख रहा है।
कम्प्यूटिंग कैपेसिटी, नेशनल कैपेबिलटी का पर्याय
उन्होंने कहा कि आज डिजिटल रिवोल्यूशन के दौर में कम्प्यूटिंग कैपेसिटी, नेशनल कैपेबिलटी का पर्याय बनती जा रही है। साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में रिसर्च के अवसर, इकोनॉमी के लिए ग्रोथ के अवसर, राष्ट्र का सामरिक सामर्थ्य, डिजास्टर मैनमेज की कैपेसिटी, ईज ऑफ लिविंग, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस सहित ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जो सीधे तौर पर तकनीक और कप्यूटर कैपेबिलिटी पर निर्भर न हो। ये इंडस्ट्री, इंडस्ट्री-4.O में भारत की सफलता का सबसे बड़ा आधार है।
क्या होते हैं सुपर कम्प्यूटर
बता दें कि सुपर कम्प्यूटर के मामले में अमेरिका, जापान और चीन सबसे आगे हैं, भारत के पास 11 सुपर कम्प्यूटर हैं। अगर पाकिस्तान की बात करें तो उसके पास एक भी सुपर कम्प्यूटर नहीं है। ये कम्प्यूटर गणना करने में बेहद एडवांस माने जाते हैं। भारत के पास परम अंनत, परम ब्रह्म, परम शक्ति और परम शिवाय जैसे सुपर कम्प्यूटर है, अब एक और एडवांस सुपर कम्प्यूटर आ गया है, जिसका नाम परम रूद्र है।
- सुपर कंप्यूटर गणना करने में काफी एडवांस होते हैं।
- इनके माध्यम से एक साथ कई डेटा को प्रोसेस किया जा सकता है।
- 500 साल जितनी पर्सनल कंप्यूटर की गणना को चंद मिनटों में करते हैं।
- ये जटिल से जटिल गणनाएं आसानी से करने में सक्षम हैंञ
- इनमें कई प्रोसेसर को एक साथ जोड़ा जा सकता है।
- एक समय में कई कम्प्यूटरों को काम करने की मंजूरी भी देता है।
- इन कम्प्यूटरों का इस्तेमाल मौसम पूर्वानुमान और जलवायु अनुसंधान में भी किया जाता है।
- जीनोमिक मॉडल से बीमारियों का पता लगाने और इलाज में उपयोगी।
- विमानन इंजीनियरिंग में प्रयोग किया जाता है।
- अंतरिक्ष की दुनिया में भी बेहद कारगर हैं।