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PM Modi in Maharashtra: 'हमें भारत को विश्व का मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना है', नेशनल यूथ फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह में बोले पीएम मोदी
PM Modi in Maharashtra: स्वामी विवेकानंद की जयंती पर प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को 27वें नेशनल यूथ फेस्टिवल का उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने नासिक में भव्य रोड शो किया।
PM Modi in Maharashtra. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एकदिवसीय दौरे पर महाराष्ट्र में हैं। स्वामी विवेकानंद की जयंती पर प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को 27वें नेशनल यूथ फेस्टिवल का उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने नासिक एयरपोर्ट से कार्यक्रम स्थल तक भव्य रोड शो किया। जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। सड़क के दोनों ओर पीएम मोदी की एक झलक पाने के लिए लोग बेताब नजर आए। प्रधानमंत्री पर जमकर पुष्प वर्षा की गई। इस दौरान पीएम मोदी के साथ राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस और अजित पवार भी मौजूद रहे।
डेढ़ किमी लंबा रोड शो करने के बाद पीएम मोदी कालाराम मंदिर पहुंचे और गोदावरी नदी के तट पर आरती की। प्रधानमंत्री ने इस दौरान स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की। 12 से 16 जनवरी चक चलने वाले नेशनल यूथ फेस्टिवल में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस बार इसकी थीम 'विषय विकसित भारत@2047: युवाओं के लिए, युवाओं के द्वारा' रखी गई है। जानकारी के मुताबिक, इस फेस्टिवल में 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 8 हजार प्रतिभागी और कई टीमें भाग लेंगी।
प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर श्रम दान करें – पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल यूथ फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा, मैंने आह्वान किया था कि 22 जनवरी तक हम सभी देश के तीर्थ स्थानों की, मंदिरों की साफ सफाई करें, स्वच्छता का अभियान चलाएं। आज मुझे कालाराम मंदिर में दर्शन करने का और मंदिर परिसर में सफाई करने का सौभाग्य मिला है। मैं देशवासियों से अपना आग्रह फिर दोहराऊंगा कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर के निमित्त देश के सभी मंदिरों, तीर्थ क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाएं, अपना श्रमदान करें।
पीएम मोदी ने आगे कहा, हमारे देश के ऋषियों-मुनियों-संतों से लेकर सामान्य मानवी तक, सभी ने हमेशा युवाशक्ति को सर्वोपरि रखा है। श्री अरबिंदो कहते थे कि अगर भारत को अपने लक्ष्य पूरे करने हैं, तो भारत के युवाओं को एक स्वतंत्र सोच के साथ आगे बढ़ना होगा। स्वामी विवेकानंद जी भी कहते थे कि भारत की उम्मीदें भारत के युवाओं के चरित्र और उनकी प्रतिबद्धता पर टिकी है। श्री अरबिंदो और स्वामी विवेकानंद का ये मार्गदर्शन आज 2024 में भारत के युवा के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।
भारत को विश्व का मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना है – पीएम
प्रधानमंत्री ने कहा कि समय हर किसी को अपने जीवनकाल में एक सुनहरा मौका जरूर देता है। भारत के युवाओं के लिए वो सुनहरा मौका अभी है, अमृतकाल का ये कालखंड है। आज आपके पास मौका है इतिहास बनाने का, इतिहास में अपना नाम दर्ज कराने का। आप ऐसा काम करिए कि अगली शताब्दी में उस वक्त की पीढ़ी आपको याद करे। आप अपने नाम को भारत और पूरी दुनिया के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिख सकते हैं। इसलिए मैं आपको 21वीं सदी के भारत की सबसे सौभाग्यशाली पीढ़ी मानता हूं।
आज का युवा गुलामी की मानसिकता से मुक्त है। आज का समय युवाओं के लिए सपनों को विस्तार देने का समय है। युवाओं को इस अमृतकाल में देश को आगे ले जाना है, भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। हमें अब केवल समस्याओं के समाधान नहीं खोजने हैं, हमें केवल चुनौतियों पर विजय नहीं पानी है। हमें खुद अपने लिए नए चैलेंज तय करने हैं। हमने 5 ट्रिलियन इकोनॉमी का लक्ष्य तय कर रखा है। हमें दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना है। हमें सर्विस और आईटी क्षेत्र की तरह भारत को दुनिया में मैन्युफैक्चरिंग का हब भी बनाना है।
पीएम की अपील, लोकल उत्पादों को प्रमोट कीजिए
पीएम मोदी ने कहा कि अगले अमृतकाल के अगले 25 वर्ष आप लोगों (युवाओं) के लिए कर्तव्य काल भी है। जब आप अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि रखेंगे तो समाज भी आगे बढ़ेगा, देश भी आगे बढ़ेगा। इसके लिए आपको कुछ सूत्र याद रखना होगा। जितना हो सके मेड इन इंडिया प्रोडेक्ट का इस्तेमाल कीजिए। किसी भी तरह के नशे से दूर रहिए। बहन-बेटियों के खिलाफ अपशब्दों के इस्तेमाल का जो चलन है, उसके खिलाफ आवाज उठाइए।
परिवारवाद का जिक्र कर विपक्ष पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान युवाओं को परिवारवाद की राजनीति से सतर्क रहने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है और लोकतंत्र में युवाओं की भागीदारी जितनी अधिक होगी, राष्ट्र का भविष्य उतना ही बेहतर होगा। अगर आप (युवा) सक्रिय राजनीति में आते हैं तो आप परिवारवाद की राजनीति को उतना ही कम करेंगे। आप जानते होंगे कि परिवारवाद की राजनीति ने देश का कितना नुकसान किया है। प्रधानमंत्री ने युवाओं से अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने की अपील की।
इससे पहले केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, हमारे सामने सबसे बड़ा लक्ष्य है विकसित भारत बनाने का। विवेकानंद जी कहते थे कि एक लक्ष्य तय करो और उस लक्ष्य के बारे में दिन और रातभर सोचो, काम वही करो जो आपको अपने लक्ष्य की ओर ले जाए और बाकी सारे सपने भूल जाओ फिर आप उस लक्ष्य को पूरा होते हुए देखोगे। मनुष्य के संकल्प से बड़ा कोई और लक्ष्य नहीं होता है। तो पीएम मोदी ने भी हमें विकसित भारत बनाने का एक लक्ष्य दिया है। आज नए भारत की बुलंद तस्वीर दिखती है। तीन महीने बाद जब पीएम मोदी तीसरी बार पीएम बनेंगे तो हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे।
अटल सेतु का करेंगे उद्घाटन
पीएम मोदी आज महाराष्ट्र को 30500 करोड़ रूपये की विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे। इनमें सबसे प्रमुख है ‘मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (एमटीएचएल)’। इसका नाम ‘अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु’ रखा गया है। 17,840 करोड़ से अधिक की लागत से बने इस ब्रिज का प्रधानमंत्री उद्घाटन करेंगे। इस पुल की आधारशिला उन्होंने ही साल 2016 में रखी थी। बता दें कि यह भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल है।
वहीं, पीएम के कार्यक्रम पर विपक्ष की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है। शिवसेना यूबीटी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि इस पुल (अटल सेतु) का उद्घाटन बहुत समय पहले से लंबित था। जब तक चुनाव नहीं आते तब तक प्रधानमंत्री को समय नहीं मिलता। हमने बार-बार ये सवाल पूछा था कि काम पूरा हो गया और पीएम के पास समय नहीं है तो आप जनता के लिए खोल दीजिए। लेकिन भाजपा की भूमिका होती है कि जब तक पीएम के पास समय नहीं है तब तक कोई भी योजना लोगों के काम के लिए मंजूर नहीं की जाती।
महाराष्ट्र में इस साल दो बड़े चुनाव
महाराष्ट्र देश के उन राज्यों में शामिल है, जहां इस साल लोकसभा चुनाव के अलावा विधानसभा चुनाव भी होने हैं। अप्रैल – मई में आम चुनाव के बाद सितंबर – अक्टूबर में राज्य में विधानसभा के चुनाव होंगे। यूपी के बाद महाराष्ट्र सियासी रूप से दूसरा सबसे अहम राज्य है। यहां 48 लोकसभा की सीटें हैं। विगत साढ़े चार सालों में यहां कई राजनीतिक प्रयोग हुए, शिवसेना और एनसीपी जैसी दो ताकतवर क्षेत्रीय पार्टियों में बिखराव हुआ। केंद्र और राज्य की सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी के सामने सत्ता विरोधी लहर से निपटना एक बड़ी चुनौती होगी। हिंदी पट्टी के अन्य राज्यों की तरह पार्टी यहां भी पीएम मोदी की लोकप्रियता को भूनाना चाहती है। प्रधानमंत्री का आज का दौरा और उनका लंबा-चौड़ा कार्यक्रम इसी कवायद को दर्शाता है।